Thursday, March 3, 2011

राज्य सरकार प्रदेश में गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु कृतसंकल्प है-स्थानीय निकाय, उद्योग एवं गृह राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा

सिरसा, 03 मार्च। राज्य सरकार प्रदेश में गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु कृतसंकल्प है। इसी उद्देश्य से आगामी 2011-12 के प्रदेश की वार्षिक योजना में तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में 2070 करोड़ रुपए की राशि निर्धारित करने का प्रावधान किया है। इस वार्षिक योजना की मंजूरी योजना आयोग द्वारा दे दी गई है। यह बात स्थानीय निकाय, उद्योग एवं गृह राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा ने आज यहां से 10 किलोमीटर दूर बाजेकां गांव के प्रूडेंस स्कूल के वार्षिक समारोह में संबोधित करते हुए कही। उन्होंने प्रूडेंस स्कूल की लाइब्रेरी के लिए एक लाख रुपए और स्कूली बच्चों की मिठाई के लिए 51 हजार रुपए की राशि इस कार्यक्रम में देने की घोषणा की।   
    उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सभी अध्यापकों के खाली पद भरने की प्रक्रिया  शुरु की जा चुकी है। इस प्रक्रिया के
तहत जूनियर लैक्चरार और सभी अध्यापकों के पद भरे जाने है।  इसके साथ-साथ हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कम्प्यूटर व अन्य प्रकार की सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएगी। राज्य सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में 26 हजार कंप्यूटर लैब स्थापित करने का भी निर्णय लिया है। इन लैबों में कम्प्यूटर के साथ-साथ फर्नीचर आदि की भी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में घरेलु बिजली शुल्क पर कनैक्शन भी उपलब्ध करवाए जा रहे है। अभी तक प्रदेश नौ हजार से भी अधिक स्कूलों में बिजली कनैक्शन दिए जा चुके है।
    श्री कांडा ने कहा कि  गरीब वर्ग के छात्रों को गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध करवाने हेतु राज्य में मॉडल स्कूल और लड़कियों की शिक्षा में पिछड़े खंडों में कस्तूरबा गांधी
बालिका विद्यालयों की स्थापना की जा रही है। सिरसा जिला के छह खंडों में कस्तूरबा गांधी विद्यालयों की स्थापना की जाएगी। इन विद्यालयों में लड़कियों के लिए शिक्षा के साथ-साथ रहने ठहरने के लिए निशुल्क छात्रावास सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि गरीब वर्ग के छात्रों को उनकी शिक्षा पूरी करने हेतु कई प्रकार की वजीफा योजनाएं भी शुरु की गई है। पहली से बारहवीं तक के छात्रों को 100 से लेकर 400 रुपए प्रति मास वजीफा की सुविधा दी गई है। इसके साथ-साथ गरीब वर्ग के छात्रों को पुस्तकों, वर्दी, स्कूल बैग, पाठ्य एवं लेखन सामग्री के लिए भी धनराशि उपलब्ध करवाई जाती है ताकि गरीब वर्ग के छात्र अपनी पढ़ाई सही प्रकार से पूरी कर पाए।
    उन्होंने कहा कि आज के बच्चें राष्ट्र का भविष्य है और इस भविष्य को संवारने की जिम्मेवारी राज्य सरकार के साथ-साथ समाज और अभिभावकों की भी है। उनका सदैव प्रयास रहता है कि बच्चों में छिपी प्रतिभाओं को आगे लाया जाए जिससे बच्चे जागरुक
होकर जागरुक नागरिक बन सके। उन्होंने कहा कि सिरसा शहर में बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए उनके द्वारा गुणवत्ता की शिक्षा के स्कूल, विद्यालयों के साथ वाटर एम्यूजमेंट पार्क की स्थापना की जाएगी जिसमें 11 वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए निशुल्क प्रवेश होगा। इस पार्क के लिए उन्होंने दुबई की पोलो एम्यूजमेंट कंपनी से समझौता भी किया है। 12 एकड़ भूमि पर बनने वाले इस वाटर एम्यूजमेंट पार्क का कार्य शीघ्र शुरु होगा जिससे सिरसा के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के बच्चों को आमोद-प्रमोद का साधन मिलेगा।
    आज के इस कार्यक्रम में उन्होंने बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक काय्रक्रमों में रुचि दिखाई और आशा व्यक्त की कि प्रूडेंस स्कूल के बच्चों में जो प्रतिभा देखने को मिली है उससे लगता है कि यह स्कूल जिला के साथ-साथ राष्ट्र स्तर पर राष्ट्रीय पटल पर आएगा। इससे पहले स्कूल की प्राचार्य श्रीमती मरुधर ने मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। मुख्यातिथि श्री कांडा ने सरस्वती मां के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि श्री गोबिंद कांडा, सरदार जसबीर रियाड़, स्कूल की चेयरमैन नरेंद्र सिंह, ब्रह्मकुमारी बहन कृष्णा, कृष्ण सैनी, सूरत सैनी, प्रेम शर्मा, आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान सुरेंद्र मिचनाबादी , भूपेंद्र राठौर सहित अन्य व्यक्ति उनके साथ थे।

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