सिरसा, 27 अप्रैल । केन्द्रीय अल्पसंख्यक प्रकरण मंत्रालय द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय से सम्बध रखने वाले छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग व प्रशिक्षण देने हेतू प्रतिष्ठित संस्थाओ से आवेदन आमंत्रित किए गए है। यह जानकारी आज यहां सरकारी प्रवक्ता ने दी ।
उन्होने बताया की प्रधानमंत्री के नए पन्द्रह सुत्री कार्यक्रम के तहत राष्टीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम ,1992 की धारा (2 ) सी के अंर्तगत विज्ञप्त अल्पसंख्यक समुदाय यानि मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध तथा पारसी से सम्बंध रखने वाले छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतू परिक्षाओं के लिए कोचिग दी जाती है। कोंचिग देने कि इच्छूक संस्थाऐं आगामी 31 मई तक आवेदन कर सकती है। इच्छूक संंस्थाऐं उपसचिव (आईएम) अल्पसंख्यक प्रकरण मंत्रालय, 11 वां तल, पर्यावरण भवन, सीजीओ कॉप्लैक्स, लोधी रोड़, नई दिल्ली-110003 को आवेदन भेज सकते है ।
उन्होने बताया की मंत्रालय के मानदंडों के अनुसार प्रशिक्षण/ कोचिंग इंस्टीट्यूट का एरिया न्यूनतम 2000 वर्ग फीट हो जिसमें 3 क्लास रूम व एक ऑफिस रूम हो । इसके साथ साथ संस्थान का तीन वर्ष का अनुभव होना चाहिए तथा प्रतिवर्ष संस्थान द्वारा 300 छात्रों को प्रशिक्षण दिया हुआ हो जिसमें सें कम से कम 20 प्रतिशत छात्र अल्पसंख्यक समुदाय के होने चाहिएं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के नए 15 सूत्री कार्यक्रम के तहत अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को इंजीनियरिंग, ला, मैडीकल, मैनेजमैंट, इंफरमेशन टैक्रालॉजी जैसे तकनीकी एवं व्यवासयिक पाठयक्रमों में प्रवेश हेतू अर्हक परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है। इसके साथ-साथ पुलिस सुरक्षाबलों, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों, रेलवें, बैंक, बीमा कम्पनियों व स्वशाषी निकायों सहित केन्द्र एवं राज्य सरकारों के तहत ोचिंग प्राप्त करने वाले पात्र छात्रों को स्टाइफंड भी दिया जाता है। इच्छुक संस्थान, प्रतिनिधि वैबसाईट पर जानकारी प्राप्त कर सक ते हैं।
ग्रुप ए बी सी डी सेवाओं एवं अन्य समकक्ष पदों की भर्ती हेतु भी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग दी जाती है। प्रवक्ता के अनुसार अल्पसंख्यक समुदायों से सम्बन्धित क्षेत्र के छात्रों को निजि क्षेत्र में जॉब के लिए कोचिंग, टेनिंग जैसे एयरलाईन्स, शीपिंग, फि शरीज, आईटी, बिजनैस प्रोसेस आउटसोर्सिंग व अन्य आई टी अनेबल्ड सर्विसज, होस्पटलिटिज, टूर एवं टरैवल्ज, मेरीटाईम, फूडप्रोसेसिंग, रिटेल, सेल्ज एवं मार्केटिंग, बायो टैकनोलॉजी में रोजगार की प्रवृति के अनुरूप अन्य रोजगारपरक पाठयक्रमों जो साधारणतया नो माह से अधिक न हों, की भी कोचिंग दी जाती है।
इसी प्रकार से शैक्षिक ज्ञान सुधारने तथा छात्र को बाकी क्लास के साथ बराबरी पर लाने व कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने में सहायता हेतू अंडरग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट स्तर पर तकनीकी एवं प्रोफेशनल कोर्स के लिए रेमेडियल कोचिंग की भी आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि रेमेडियल कोचिंग उस संस्थान द्वारा प्रदान की जाएगी जहां तकनीकी प्रोफे शनल कोर्स पूरा करने के लिए छात्र भर्ती होगा। उन्होंने बताया कि सरकार की इस योजना के तहत कोचिंग प्राप्त करने वाले पात्रों को स्टाइफंड भी दिया जाता है। इच्छुक संस्थान, प्रतिनिधि वैबसाईट http://www.minorityaffairs.gov.in पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होने बताया की प्रधानमंत्री के नए पन्द्रह सुत्री कार्यक्रम के तहत राष्टीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम ,1992 की धारा (2 ) सी के अंर्तगत विज्ञप्त अल्पसंख्यक समुदाय यानि मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध तथा पारसी से सम्बंध रखने वाले छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतू परिक्षाओं के लिए कोचिग दी जाती है। कोंचिग देने कि इच्छूक संस्थाऐं आगामी 31 मई तक आवेदन कर सकती है। इच्छूक संंस्थाऐं उपसचिव (आईएम) अल्पसंख्यक प्रकरण मंत्रालय, 11 वां तल, पर्यावरण भवन, सीजीओ कॉप्लैक्स, लोधी रोड़, नई दिल्ली-110003 को आवेदन भेज सकते है ।
उन्होने बताया की मंत्रालय के मानदंडों के अनुसार प्रशिक्षण/ कोचिंग इंस्टीट्यूट का एरिया न्यूनतम 2000 वर्ग फीट हो जिसमें 3 क्लास रूम व एक ऑफिस रूम हो । इसके साथ साथ संस्थान का तीन वर्ष का अनुभव होना चाहिए तथा प्रतिवर्ष संस्थान द्वारा 300 छात्रों को प्रशिक्षण दिया हुआ हो जिसमें सें कम से कम 20 प्रतिशत छात्र अल्पसंख्यक समुदाय के होने चाहिएं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के नए 15 सूत्री कार्यक्रम के तहत अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को इंजीनियरिंग, ला, मैडीकल, मैनेजमैंट, इंफरमेशन टैक्रालॉजी जैसे तकनीकी एवं व्यवासयिक पाठयक्रमों में प्रवेश हेतू अर्हक परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है। इसके साथ-साथ पुलिस सुरक्षाबलों, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों, रेलवें, बैंक, बीमा कम्पनियों व स्वशाषी निकायों सहित केन्द्र एवं राज्य सरकारों के तहत ोचिंग प्राप्त करने वाले पात्र छात्रों को स्टाइफंड भी दिया जाता है। इच्छुक संस्थान, प्रतिनिधि वैबसाईट पर जानकारी प्राप्त कर सक ते हैं।
ग्रुप ए बी सी डी सेवाओं एवं अन्य समकक्ष पदों की भर्ती हेतु भी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग दी जाती है। प्रवक्ता के अनुसार अल्पसंख्यक समुदायों से सम्बन्धित क्षेत्र के छात्रों को निजि क्षेत्र में जॉब के लिए कोचिंग, टेनिंग जैसे एयरलाईन्स, शीपिंग, फि शरीज, आईटी, बिजनैस प्रोसेस आउटसोर्सिंग व अन्य आई टी अनेबल्ड सर्विसज, होस्पटलिटिज, टूर एवं टरैवल्ज, मेरीटाईम, फूडप्रोसेसिंग, रिटेल, सेल्ज एवं मार्केटिंग, बायो टैकनोलॉजी में रोजगार की प्रवृति के अनुरूप अन्य रोजगारपरक पाठयक्रमों जो साधारणतया नो माह से अधिक न हों, की भी कोचिंग दी जाती है।
इसी प्रकार से शैक्षिक ज्ञान सुधारने तथा छात्र को बाकी क्लास के साथ बराबरी पर लाने व कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने में सहायता हेतू अंडरग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट स्तर पर तकनीकी एवं प्रोफेशनल कोर्स के लिए रेमेडियल कोचिंग की भी आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि रेमेडियल कोचिंग उस संस्थान द्वारा प्रदान की जाएगी जहां तकनीकी प्रोफे शनल कोर्स पूरा करने के लिए छात्र भर्ती होगा। उन्होंने बताया कि सरकार की इस योजना के तहत कोचिंग प्राप्त करने वाले पात्रों को स्टाइफंड भी दिया जाता है। इच्छुक संस्थान, प्रतिनिधि वैबसाईट http://www.minorityaffairs.gov.in पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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