Monday, November 22, 2010

स्नेहलता चौटाला ने किया स्कूल भवन का शिलान्यास

स्कूल भवन का नींव पत्थर रखते हुए स्नेहलता चौटाला

ओढां, हमारी माटी
    माता हरकी देवी के जन्मदिवस के अवसर पर शनिवार को माता हरकी देवी सीनियर सैकंडरी स्कूल ओढ़ां में नए भवन का शिलान्यास माता हरकी देवी की पुत्रवधू व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की धर्मपत्नी स्नेहलता चौटाला ने मंत्रोच्चारण के मध्य किया। इस अवसर पर इस उपलक्ष्य में तीन दिन से जारी श्रीअखंडपाठ का भोग डाला गया और गुरुजी का अटूट लंगर बरताया गया। नींवपत्थर की स्थापना व शिलान्यास के उपरांत स्नेहलता चौटाला ने श्रीगुरुग्रंथ साहिब के दर्शन किए और माथा टेका और प्राचार्या मनीषा गोदारा ने उन्हें शॉल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया तथा प्रबंधकीय समिति के सदस्यों ने श्रीगुरुग्रंथ साहिब पर रूमाला चढ़ाया और ग्रंथियों को सिरोपा भेंट किया।
    इस अवसर पर जेसीडी के वाइस चेयरमैन मनिंदर सिंह, जयप्रकाश हुड्डा, डॉ. शमीम शर्मा, प्राचार्या मनीषा गोदारा, संस्थान के प्रधान हरदयाल सिंह गदराना, उपप्रधान गिरधारी बिस्सू, सचिव ओमप्रकाश पोटलिया, कोषाध्यक्ष मंदर सिंह, प्रबंधकीय समिति सदस्यों में नछतर सिंह मल्हान, जसबीर सिंह जस्सा, रामकुमार नैन, बलविंद्र सिंह सरां, अमर सिंह, दलीप सिंह कस्वां, महंत बलदेव दास रोड़ी, बुद्ध सिंह, श्रवण कुमार डुडी, केवल कृष्ण कंबोज, बूटा सिंह, प्रशिक्षण महाविद्यालय की प्राचार्या सुनीता कक्कड़, जेबीटी प्राचार्य डॉ. सुभाषचंद्र तथा चारों संस्थाओं के सभी शिक्षकगण, गैरशिक्षण कर्मचारी, अभिभावक, छात्र छात्राएं व गणमान्य गांववासी उपस्थित थे।
गुरुजी के लंगर का दृश्य।

    प्राचार्या मनीषा गोदारा ने स्कूल के नए भवन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आठ एकड़ भूमि पर सभी सुविधाओं से युक्त चार मंजिला भवन बनाया जाएगा जिसमें ऊपर चढऩे के लिए सीढिय़ों के साथ-साथ रैंप की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। छोटे बच्चों के लिए विशेष कक्षा कक्ष और स्मार्अ कक्षाएं बनेगी। भवन में 60 कक्षा कक्ष बनेंगे जिनमें हर मंजिल पर अटैच स्टाफ रूम स्टाफ के लिए तथा बच्चों के लिए पानी व शौचालय की व्यवस्था रहेगी। विज्ञान, वाणिज्य व कला आदि संकायों के लिए 12 प्रयोगशालाएं बनेगी जिनमें रसायण विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान, कंप्यूटर, सोशल साइंस, भाषा विज्ञान और मैथस लैब आदि विशेष रूप से होंगी।
    उन्होंने बताया कि वर्तमान समय के अनुरूप हर कक्षा में ऑन लाइन सिस्टम से टीवी, ऑडियो व सीडी आदि के अनुसार पढ़ाई होगी तथा हर कक्षा को 1:20 के अनुसार विभाजित किया जाएगा तथा एक कक्षा को विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार कई भागों में बांट दिया जाएगा। छात्र व छात्राओं की अलग अलग सुविधा के लिए अलग अलग कॉमन रूम बनेंगे तथा सीसी टीवी कैमरे का प्रावधान है। छोटे बच्चों के कार्यक्रम के लिए कोर्ट यार्ड होगा तथा स्कूल कैंपस में मल्टी स्पोर्टस कांपलैक्स बनेगा जिसे 16 प्रकार के राष्ट्रीय स्तर के इंडोर खेल हो सकेंगे। 200 मीटी का एथलैटिक्स ट्रैक बनेगा जिसमें फुटबाल खेल का मैदान भी होगा। छात्रों के छात्रावास व स्टाफ के लिए आवासीय कालोनी बनाई जाएगी। किंडर गार्डन के लिए विशेष प्रकार के झूले व आधुनिक सुविधाओं से युक्त कक्षा कक्ष होंगे। स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ सभी प्रकार की गतिविधियों के विकास हेतु छात्रों के विशेष सुविधा से युक्त भव्य एवं शानदार इमारत बनेगी जिसमें बच्चों के स्वीमिंग पूल तथा पर्यावरण की दृष्टि से प्रदूषण रहित हरियाली से युक्त स्कूल इमारत बनेगी।

मनरेगा के तहत जलघर की सफाई का कार्य शुरू

ख्योवाली, हमारी माटी
    गांव ख्योवाली में नई ग्राम पंचायत बनने के बाद मनरेगा के तहत कार्य का शुभारंभ गांव की सरपंच रीना बीरट ने किया। इसके तहत शनिवार को जलघर की सफाई और जल कुंडों से गाद निकालने का काम शुरू किया गया। वैसे तो ग्राम पंचायत ने गत कई माह से गांव में सफाई अभियान चला रखा है जिसके तहत अब तक स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, अस्पताल, पटवारखाना और पंचायत भवन आदि की सफाई करवाई गई। अब यह सफाई अभियान मनरेगा के तहत चलाया गया है। जलघर की सफाई के दौरान पब्लिक हैल्थ के फिल्टर दीवानचंद द्वारा जलघर की मोटर बदलवाई गई तथा पानी के फिल्टर होने से लेकर घरों तक सप्लाई का ज्ञान भी ग्राम पंचायत ने लिया ताकि कर्मचारी लापरवाही न बरतें। सरपंच रीना बीरट ने जलघर के कार्य में सहयोग देने पर एसडीओ हरीराम, जेई राजेंद्र ग्रोवर, मनरेगा अधिकारी सुनील कंबोज, बीडीपीओ ओढ़ां बलराज सिंह और आयुक्त पंकज चौधरी के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया तथा मनरेगा के रिकार्ड की मांग की। इस अवसर पर पंच कुलबीर रोलण, रामसिंह, कृष्णलाल, सरस्वती देवी, असमानी देवी, कृष्णा देवी, रमेश कुमार, भानीराम, मनीराम भारी, भीमाराम और कुभाराम आदि उपस्थित थे।

ख्योवाली की टीम ने रामगढ़ में फहराया जीत का परचम


ख्योवाली, हमारी माटी
    गांव ख्योवाली की क्रिकेट टीम ने गांव रामगढ़ में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में अपनी विजय का परचम लहराया। पिछले कुछ दिनों से 40 टीमों के मध्य चल रहे क्रिकेट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में ख्योवाली की टीम का मुकाबला रामगढ़ की टीम से तथा दूसरे सेमीफाइनल में मिरजांवाली की टीम का मुकाबला लाखनमाजरा की टीम से हुआ जिसमें जीत प्राप्त करते हुए गांव ख्योवाली व मिरजांवाली की टीमों ने फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल मैच में मिरजांवाली की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर में 60 रन बनाए जिसके जवाब में ख्योवाली की टीम ने जीत का लक्ष्य नौ ओवर में प्राप्त करते हुए मैच के साथ साथ टूर्नामेंट भी जीत लिया।
    समापन समारोह में रामगढ़ के सरपंच धर्मपाल भांभू व रामगढ़ सेवा समिति के प्रधान राम प्रताप ने विजेता ख्योवाली की टीम को ट्राफी के साथ 31 हजार रुपए तथा उपविजेता मिरजांवाली की टीम को ट्राफी के साथ 11 हजार रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया। टूर्नामेंट जीतकर वापिस गांव में पहुंचने पर गांव ख्योवाली की सरपंच रीना बीरट ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि भविष्य में वे मेहनत व लगन से खेलते हुए अपनी जीत के सिलसिले को जारी रखें तथा अपनी टीम व गांव का नाम रोशन करें। इस अवसर पर टीम के कप्तान विक्रम श्योराण, महेंद्र खैरवा, विनोद, सुशील श्योराण, रोहताश हुड्डा, विनोद श्योराण, सुरेंद्र श्योराण, कुलदीप गोदारा, रवि श्योराण, सन्नी कस्वां आदि खिलाडिय़ों के अलावा पंच कुलबीर रोलण, सरस्वती देवी, कृष्णा देवी, कृष्ण लाल, रमेश कुमार, असमानी देवी व राम सिंह सहित अनेक गांववासी उपस्थित थे।
छायाचित्र: 14ओडीएन 1.जेपीजी—ओढ़ां। ख्योवाली की विजेता किक्रेट टीम।

खंड कृषि कार्यालय में किसान सभा आयोजित की गई

ओढां, हमारी माटी
    खंड कृषि कार्यालय ओढ़ां में किसान सभा का आयोजन किया गया जिसमें गेहूं की फसल के बारे में किसानों को पूर्ण जानकारी प्रदान की गई। खंड कृषि अधिकारी डॉ. साहब राम ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान भाई गेहूं की अगेती बिजाई 25 नवंबर तक पीबीडब्ल्यू 343, पीबीडब्ल्यू 502, पीबीडब्ल्यू 550, डब्ल्यूएच 711, डब्ल्यूएच 542, एचडी 251, डीबीडब्ल्यू 17 आदि किस्मों की बिजाई करें। उन्होंने कहा कि 25 नवंबर के पश्चात पीबीडब्ल्यू 373, राज 3765, डब्ल्यूएच 147, पीबीडब्ल्यू 509 की बिजाई करें।
    डॉ. कृष्ण कुमार ने बीज उपचार बारे जानकारी देते हुए बताया कि बिजाई से पहले दिन शाम को 150 मिलीलीटर क्लोरापाइरीफॉस या 350 मिलीलीटर एण्डोसल्फान दवा 5 लीटर पानी में मिलाकर घोल तैयार करके इस घोल से एक किवंटल बीज का उपचार करके रात भर के लिए फैलाकर रख दें। सुबह बिजाई से पहले 100 ग्राम रैक्सिल या 200 ग्राम वीटावैक्स नामक दवाई से एक किवंटल बीज का सूखा उपचार करने के बाद बिजाई करें।
    कृषि विकास अधिकारी डॉ. सुरजीत सिंह ने बताया कि गेहूं की फसल में प्रति एकड़ 10 किलोग्राम जिंक सल्फेट, 20 किलोग्राम म्यूरेट आफ पोटाश, 50 किलोग्राम डीएपी आखिरी जुताई के समय दें तथा सुहागा लगाकर 25 किलोग्राम यूरिया खाद छिड़ककर उपचारित बीज की बिजाई कर दें। इस किसान सभा में किसान मिठू सिंह चकेरियां, सुखप्रीत सिंह व जसकरण सिंह जलालआना, जसकरण सिंह किंगरा, छोटू राम और रिसाल सिंह ओढ़ां सहित अनेक किसान उपस्थित थे।

पन्नीवाला मोटा में मनरेगा के तहत कार्य शुरू

कार्य का शुभारंभ करते सरपंच प्रतिनिधि दाताराम

पन्नीवाला मोटा—श्रीराम
    खंड के गांव पन्नीवाला मोटा में नई ग्राम पंचायत बनने के बाद मजदूरों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत पहली बार काम मिला। इस कार्य के दौरान नवनिर्मित खाल नंबर 96 के दोनों तरफ मिट्टी लगाने का कार्य शुरू किया गया। इस कार्य का शुभारंभ गांव के सरपंच प्रतिनिधि दाताराम ने अपने हाथों से किया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस कार्य की अनुमानित राशी के अनुसार एस्टीमेट 5 लाख 96 हजार रुपए का बनाया गया है और इसकी पहली किश्त डेढ़ लाख रुपए आ चुकी है। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत सभी मजदूरों को उनकी मांग के अनुरूप समान रूप से पहल के आधार पर काम दिया जाएगा तथा उन्हें किसी प्रकार की शिकायत का मौका नहीं दिया जाएगा। सहायक सुभाष साहू ने बताया कि खाल के दोनों तरफ 3 फुट ऊंची और 2 फुट चौड़ी मिट्टी की पटड़ी बनाई जा रही है ताकि खाल न टूटे और किसानों को भी परेशानी न हो। इस अवसर पर मनरेगा प्रधान मनीराम, मेट हरपाल सिंह मुहार व धर्मपाल, श्रीराम, रूप सिंह, पंच हेतराम, मांगेराम सहारण, जगदीश कस्वां, प्रह्लाद सिंह, रामेश्वर दास और आदराम सहारण सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

Sunday, November 21, 2010

मनधीर सैन को जिला प्रधान बनाए जाने पर बधाई दी


रामगढ़—हमारी माटी
    निकटवर्ती गांव रामगढ़ निवासी मनधीर सैन को सैन समाज का जिला ग्रामीण प्रधान बनाए जाने पर समाज के लोगों द्वारा उन्हें बधाई दी जा रही है। बधाई देने वालों में ओढ़ां के हरनेक सिंह व महावीर सैन, नुहियांवाली के प्रेम कुमार, रत्ताखेड़ा कनीराम, रिसालियाखेड़ा के सीताराम व दलीप भाटी सहित अनेक लोग शामिल हैं। उनके गांव पहुंचने पर गांववासियों ने उनका फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वे सैन समाज के लिए पूरी लगन व मेहनत से काम करते हुए उन्हें उनके हक दिलाने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।

प्रदेश स्तरीय जिम्राष्टिक प्रतियोगिता में भाग लेंगे बनवाला के विद्यार्थी

विजेता विद्यार्थी सरपंच व स्कूल स्टाफ सदस्यों के साथ

बनवाला—जसवंत जाखड़
    जिला स्तरीय जिम्राष्टिक खेल प्रतियोगिता में राजकीय प्राथमिक पाठशाला बनवाला के कक्षा दूसरी, तीसरी और चौथी के विद्यार्थियों ने भाग लेते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में पाठशाला के 16 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें छात्र छात्राएं दोनों शामिल थे। खेल प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करके लौटने पर विद्यार्थियों को ग्राम पंचायत और स्कूल स्टाफ द्वारा उपहार देकर सम्मानित किया गया। अब ये बच्चे 22 नवंबर से 24 नवंबर तक गुडग़ावां में आयोजित प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
    सरपंच भरत सिंह डुडी ने बताया कि जो विद्यार्थी खेल प्रतियोगिता में भाग लेंगे उन्हें स्पैशल किटें प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ सभी प्रकार की सहायक गतिविधियों में भी बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके। विद्यार्थियों में ममता, माया, अनू, सुस्मिता, पुष्पा, कांता, गंगा, राजकुमारी, मुकेश, वीरेंद्र, रवि, गुरजीत, राजेश, अशोक, गोपाल, रमेश आदि शामिल हैं। इस अवसर पर सरपंच भरत सिंह डुडी, मुख्याध्यापक श्रीचंद, स्टाफ सदस्य इंद्र कुमार, संजय कुमार, हरवंस लाल, प्रेमचंद और सुरीला कुमारी सहित सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।

गेस्ट टीचर भर्ती की जांच की मांग

ओढ़ां, हमारी माटी
    गेस्ट टीचरों को लेकर सरकार द्वारा जो नई प्रक्रिया शुरू की गई है कि उनके प्रमाणपत्रों की जांच की प्रक्रिया जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा की जा रही है। इस संबंध में शैक्षिक बेरोजगार संगठन के जिलाध्यक्ष जितेंद्र गर्ग व अन्यों ने शिक्षा मंत्री से मांग की है कि यह जांच उन टीचरों की की जा रही है जो लगाए गए हैं लेकिन जो नहीं लगाए गए उनके द्वारा जमा करवाए गए आवेदनपत्रों की भी जांच की जानी चाहिए ताकि यह पता चले सके जो लगाए गए हैं और जो नहीं लगाए गए उनमें क्या अंतर है तथा उनके चुनाव में कितनी पारदर्शिता अथवा अनियमितता बरती गई है। इसकी जांच शिक्षा से संबंधित उन अधिकारियों से न करवाई जाए जो कि नियुक्तियों के समय भी उपस्थित थे बल्कि हायर एजूकेशन के अधिकारियों या किसी प्राइवेट एजेंसी से करवाई जाए ताकि यह उजागर हो सके कि इनकी भर्ती के दौरान किस प्रकार की अनियमितता बरती गई और किन किन लोगों ने अपने चहेतों को प्राथमिकता दी। सरकार ये भी बताए कि गेस्ट टीचरों को लगाने के संबंध में किस किस समाचारपत्र में विज्ञापन दिए गए और भर्ती के समय किन किन शर्तों का पालन किया गया।

दो दिवसीय प्रतिभा खोज कार्यक्रम सम्पन्न





ओढां, हमारी माटी: माता हरकी देवी महाविद्यालय ओढ़ां के प्रांगण में जारी दो दिवसीय प्रतिभा खोज कार्यक्रम में दूसरे दिन भी प्रतिभाओं ने अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधा। दर्शक दीर्धा में उपस्थित विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम का जमकर लुत्फ उठाया। आज दूसरे दिन पेंटिंग, माइम, मिमिक्री एवं वाद्ययंत्र वादन में विभिन्न प्रतिभाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। कवितापाठ व एकल गायन के प्रतिभागियों के उत्साह व संख्या को देखते हुए उन्हें आज भी अवसर प्रदान किया गया। मंच का संचालन प्रवक्ता दीप्ति रेडू व सुषमा रानी ने किया।
    जेबीटी प्राचार्य डॉ. सुभाषचंद्र ने छात्राध्यापिकाओं को शुभकामनाएं देते हुए उनका उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम में प्रवीण ने नए जमाने की सास बहु, राजकमल ने जंगल और मनप्रीत ने भिखारी विषय पर अपनी प्रस्तुतियां दी। अमनदीप ने हारमोनियम और अंजू व कामना ने सितार वादन प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन मोहा। मनजीत, ओशीन, पूजा, प्रियंका, रूचिका, नेहा, सोलंकी व मोहिनी आदि ने पृथ्वी बचाओ पर्यावरण बचाओ विषय पर पेंटिंग में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। शिल्पा ने तन्हा बैठा था इक दिन मैं अपने मकान में,  सुमन ने बोए जाते हैं बेटे पर उग जाती हैं बेटियां, गुरप्रीत ने आसान किश्तों में नहीं चुकाई मैंने जिंदगी, मूलधन के साथ मुझे ब्याज भी देना पड़ा, कामना ने कभी कभी दिल चाहता है कुछ ऐसा हो जाए, ऋतु सोनी ने शायराना अंदाज में मोहब्बत एक एहसासों की पावन सी कहानी है, कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है, आदि सुनाकर समां बांध दिया।
    महाविद्यालय की प्रवक्ता डॉ. बिमला साहू, दीप्तिी रेडू व कृष्णकांत ने निर्णायक मंडल की भूमिका अदा की। अंत में बीएड की प्राचार्या सुनीता स्याल ने छात्राध्यापिकाओं को उनके शानदार प्रदर्शन हेतु बधाई देते हुए कहा कि महाविद्यालय अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु समय-समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करता आ रहा है व इस सत्र में भी विद्यार्थियों को सभी स्टाफ सदस्यों का सहयोग व आशीर्वाद प्राप्त रहेगा ताकि वे चहुंमुखी विकास कर सकें। इस सुअवसर पर महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित थे

पन्नीवाला मोटा ने जीती क्रिकेट प्रतियोगिता

  पन्नीवाला मोटा की विजेता टीम।

पन्नीवाला मोटा—श्रीराम
    खंड के गांव पन्नीवाला मोटा में ड्रीम क्रिकेट क्लब द्वारा समस्त गांववासियों के सहयोग से आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला गांव नुहियांवाली और पन्नीवाला मोटा की टीमों के मध्य हुआ। प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित पंचायत समिति ओढ़ां के सदस्य राजेश ओड़ ने प्रतियोगिता की विजेता पन्नीवाला मोटा की टीम को अपने हाथों से ट्राफी व 5100 रुपए का नकद पुरस्कार तथा उपविजेता टीम नुहियांवाली को ट्राफी के साथ 3100 रुपए का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
    इस अवसर पर राजेश ओड ने अपने संबोधन में खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल में हार जीत को महत्व देने की बजाय खेल की भावना को प्राथमिकता दी जानी चाहिए ताकि आपसी प्रेमभाव को बढ़ावा मिले। प्रतियोगिता के दौरान पराजित टीमों का उत्साह वर्धन करते हुए उन्होंने कहा कि वे भी मेहनत करें ताकि अगली बार विजेता का खिताब पाने की हकदार बने। इससे पूर्व फाइनल मैच में नुहियांवाली की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पूर्व निर्धारित 12 ओवर में 8 विकेट खोकर 69 रन बनाए जिसमें राहुल के एक चौके सहित 13 गेंद में 19 रन और श्याम के एक चौके व एक छक्के सहित 19 गेंद में 25 रन भी शामिल हैं। पन्नीवाला मोटा के गेंदबाज विनोद राजपूत ने 3 ओवर में 12 रन देकर 5 विकेट लिए। इसके जवाब में पन्नीवाला मोटा की टीम ने 11.1 ओवर में 6 विकेट खोकर 70 रन बनाते हुए मैच जीत लिया। इस पारी में संदीप कस्वां ने 3 चौकों सहित 24 गेंद में 31 रन नाटआऊट और पवन सहारण ने 6 गेंद में 6 रन तथा रवि डुडी ने 11 गेंद में 12 रन बनाए। इस प्रकार पन्नीवाला मोटा की टीम ने नुहियांवाली की टीम को 4 विकेट से पराजित कर फाइनल मैच जीत लिया। फाइनल मैच के मैन आफ दी मैच विनोद राजपूत रहे।
    इस प्रतियोगिता में मैन आफ दी सीरीज का खिताब संदीप कस्वां को दिया गया जिन्होंने प्रतियोगिता में 175 रन बनाने के साथ-साथ 5 विकेट व 10 कैच भी लिए। इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में रवि डुडी, अनिल कस्वां, सुमित डुडी, विनोद साहू, श्रीराम, प्रदीप बैनिवाल, सुभाष साहू, पंच हेतराम और रामेश्वर दास सहित बास्केट बाल टीम ने अपना सराहनीय योगदान दिया।

बिना ब्याए 11 लीटर दूध देती है बछिया


गदराना—चानन सिंह
    गांव गदराना में एक तीन वर्ष की अमरीकन बछिया बिना ब्याए प्रतिदिन 11 लीटर दूध दे रही है और जो चर्चा का विषय बनी हुई है तथा काफी संख्या में लोग उसे देखने के लिए आ रहे हैं। बछिया के मालिक किसान कौर सिंह ने बताया कुछ माह पूर्व बछिया के शरीर में परिवर्तन आने लगा जिसके तहत उसका शरीर भारी हो गया और उसके स्तनों में से दूध रिसने लगा। इस पर कौर सिंह ने गांव लकडांवाली में स्थित पशुधन केंद्र के वीएलडीए जसवंत सिंह को बुलाकर दिखाया। उन्होंने बछिया की जांच करके कहा कि वो गर्भवती नहीं है और उसके स्तनों से दूध निकालकर और पीकर देखा तथा कहा कि आप प्रतिदिन इसका दूध निकाला करें। इसके बाद कौर सिंह प्रतिदिन उसका दूध दूहने लगा। पहले दिन उसने अढाई सौ ग्राम दूध दिया और फिर प्रतिदिन दूध की मात्रा बढ़ती गई तथा आज वो 11 लीटर दूध देने लगी है।
    इस संबध में  वीएलडीए जसवंत सिंह से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि कुछ पशुओं के हारमोंस बढ़ जाते हैं जिस कारण वो दूध देने लगते हैं ऐसा ही कुछ इस बछिया के मामले में हुआ है। उन्होंने बताया कि समय आने पर ये बछिया गर्भधारण भी कर सकती है।

बछिया का दूध दूहते हुए एवं दूहने के बाद दूध दिखाते हुए कौर सिंह।

   

कहानी

    एक व्यापारी था जो बहुत होशियार था। वह जब सामान खरीदने जा रहा था तो रास्ते में उसे एक किसान मिला। उसने पूछा कहां जा रहे हो व्यापारी बोला सामान खरीदने जा रहा हूं। किसान बोला मैं भी वहीं जा रहा हूं तुम मुझे ले चलोगे। व्यापारी बोला आ जाओ। चलते चलते व्यापारी ने बैलगाड़ी वाले से कहा कि तुम आज गाड़ी उधर से ले चलो। बैलगाड़ी वाला बोला वो रास्ता लंबा है। व्यापारी बोला इधर पानी खड़ा है तुम उधर से चलो। गाड़ी वाला बोला ठीक है मालिक। चलते-2 रास्ते में एक नदी आ गई। वहां पर 4 नाव थी और उनमें 4 आदमी भी थे। किसान ने देखा कि पानी काफी तेज है इसलिए उसने पहले नाव वाले से पूछा तुम्हें तैरना आता है वो बोला हां तैरने में मैं सबसे तेज हूं। किसान उसकी नाव में बैठ गया। व्यापारी ने दूसरे से पूछा वो बोला मुझे तैरना आता है, तीसरे से पूछा वो बोला तैरना नहीं आता व्यापारी उसकी नाव में बैठ गया। बताओ व्यापारी न तैरने वाले की नाव में क्यों बैठा?
            मनदीप, माता हरकी देवी सी.सै. स्कूल ओढ़ां

कविता : हम हैं भारत के जवान

    हम हैं भारत के जवान, हमारा भारत है महान,
    इस धरती के हम हैं मोती, हम जलाते शिक्षा की ज्योति,
    मिल-जुलकर रहते हैं हम, हमें नहीं छूता कोई गम,
    आपस में हम खुशियां बांटें, छोटों को हम कभी ना डांटें,
    ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाते, पर्यावरण को स्वच्छ बनाते,
    हम हैं भारत के जवान, हमारा भारत है महान।।
       
सुनिधि, कक्षा चौथी, माता हरकी देवी सी.सै. स्कूल ओढ़ां

बाल दिवस पर विशेष :पंडित जवाहर लाल नेहरू


   पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को पंडित मोती लाल नेहरू तथा श्रीमती स्वरूप रानी के घर हुआ। वे बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। सन 1916 में उनका विवाह कमला कौल से हुआ। सन 1917 में उनके घर एक लड़की पैदा हुई जिसका नाम उन्होंने इंदिरा प्रियदर्शनी रखा। 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड से नेहरू जी की आत्मा कांप उठी और वे राजनीति के संपर्क में आ गए। सन 1921 में उनको 6 मास तथा 1922 में 18 मास की कैद हुई। 26 जनवरी 1930 को रावी के किनारे झण्डा फहराते हुए उन्होंने ने स्वराज्य की मांग की।
    पंडित जवाहर लाल नेहरू उनमें से एक थे जो जीवन में सुखों को छोड़कर अपने देश व जनहित के लिए हर कष्ट सहने को तैयार रहते हैं। वे अपनी प्रतिभा के बल पर स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। वे बच्चों से बहुत प्यार करते थे इसलिए प्रतिवर्ष उनका जन्मदिन बालदिवस के रूप में मनाया जाता है। 27 मई 1964 को उस महान आत्मा का स्वर्गवास हो गया। भारत की जनता उस महान पुरुष को हमेशा याद रखेगी। 14 नवंबर को उनके जन्मदिवस पर हम उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
  

1.    सबल चहल, कक्षा पांचवी, माता हरकी देवी सीनियर सैकंडरी स्कूल ओढ़ां

    बाल दिवस
    बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है। क्योंकि पंडित जवाहर लाल नेहरू बच्चों से बहुत प्यार करते थे अत: उनके जन्मदिन के अवसर पर बाल दिवस मनाया जाता है। इसी दिन वे हरियाणा में बच्चों से मिलने आए थे और मिठाईयां बांटी थी। जब वे देश के प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने देश के विकास हेतु अनेक योजनाएं बनाई जिन्हें लागू करके देश एक नई क्रांति की ओर अग्रसर हुआ। आज देश में बाल दिवस के उपलक्ष्य में अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं तथा विद्यालयों में बच्चों को पारितोषिक दिए जाते हैं।
        2.    अनिल कुमार, कक्षा छठी, माता हरकी देवी सी.सै. स्कूल ओढ़ां

    पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिवस जो कि बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है के अवसर पर स्कूलों के विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर बच्चों को तरह तरह के उपहार व मिठाईयां बांटी जाती हैं।
        3.    विकास कुमार, कक्षा चौथी, माता हरकी देवी सी.सै स्कूल ओढ़ां

    पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है क्योंकि यह बालदिवस के रूप में मनाया जाता है। चाचा नेहरू अपनी अचकन पर गुलाब का फूल लगाए रखते थे। वे भाषा की शुद्धता पर ध्यान देते थे। उनकी समाधि का नाम शांति वन है। हमारे स्कूल में प्रतिवर्ष बाल दिवस मनाया जाता है। चाचा नेहरू इस दिन बच्चों को मिठाईयां व फूल देते थे।
    मनमोहन, आर्यन डुडी, लविशा, कक्षा तीसरी, माता हरकी देवी सी.सै स्कूल ओढ़ां

    आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जिन्हें बच्चे प्यार से चाचा नेहरू पुकारते थे उनके जन्मदिवस को ही हम बाल दिवस के रूप में मनाते हैं। एक बार 14 नवंबर को उनके निवास स्थान पर बहुत भीड़ थी। बच्चों की टोलियां आई और उनका हार्दिक अभिनंदन किया। नेहरू जी बच्चों को हंसता खेलता देख मुस्कुरा उठे तथा उन्हें मुस्कुराता देख बच्चे एक साथ मिलकर कह उठे चाचा नेहरू जिंदाबाद। तब से सभी उन्हें चाचा नेहरू कहने लगे।
  नीतू गर्ग, कक्षा चौथी, माता हरकी देवी सी.सै. स्कूल ओढ़ां
   

अनमोल वचन

    *दुनिया का सबसे कीमती जेवर आपकी अपनी मेहनत है।
    *जो हाथ सेवा के लिए उठते हैं वे प्रार्थना करते हाथों से पवित्र होते हैं।
    *स्वार्थ में अच्छाईयां ऐसे खो जाती हैं जैसे समुंद्र में नदियां।
    *मेहनत से कमाया धन हर प्रकार से सुख देता है।
    *छल कपट से कमाया धन दु:ख ही दु:ख देता है।
            प्रतिमा सिंह, ओढ़ां 

आपके एसएमएस

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हर इक जज्बात को जुबां नहीं मिलती,
हर इक आरजू को दुआ नहीं मिलती,
मुस्कान बनाए रखो तो दुनिया है वर्ना,
आंसूओं को आंखों में पनाह नहीं मिलती।
    सुभाष नागर, पन्नीवाला मोटा

नसीबां दे लेख कोई मोड़ नहीं सकदा,
रब्ब ते एतबार कोई तोड़ नहीं सकदा,
दुनिया च दोस्त मिलदे तकदीरां नाल,
हर कोई एह रिश्ते जोड़ नहीं सकदा।
    प्रकाश सिंह, घुकांवाली

क्या बनाने आए थे क्या बना बैठे,
कहीं मंदिर बना बैठे कहीं मस्जिद बना बैठे,
हमसे तो परिंदों की जात अच्छी है,
कभी मंदिर पे जा बैठे कभी मस्जिद पे जा बैठे।
        94161-57052

ये जिंदगी भी न जाने कितने मोड़ देती है,
हर मोड़ पर हमें कुछ नए सवाल देती है,
ढूंढ़ते रहते हैं हम जिनका जवाब जिंदगी भर,
पर जवाब मिल जाए तो सवाल बदल देती है।
        95417-98474

खुदा हमको ऐसी जुदाई ना दे,
तेरी यादों से हमें रिहाई ना दे,
मुझे ऐसी जन्नत नहीं चाहिए जहां से,
मुझे मेरा ये दोस्त दिखाई ना दे।
        94683-11784

ए खुदा नजरों को कुछ ऐसी खुदाई दे,
जिधर देखूं उधर वो ही दिखाई दे,
काश ऐसी मेहरबानी हो आज हवा में,
उसको पुकारूं और उसी को सुनाई दे।
        98964-80020

हर इंसान की अलग पहचान होती है,
हमारे एसएमएस की अलग ही शान होती है,
हर किसी को हम एसएमएस नहीं करते,
जिसे करते हैं उनमें हमारी जान होती है।
        99969-62772

ख्वाहिशों को दबाना गलत है,
यूंही किसी को सताना गलत है,
दुश्मन हैं वो इंसानियत के जो,
कहते हैं कि दिल लगाना गलत है।
        94673-64088

मजबूरियों को हम आंखों में छुपा लेते हैं,
हम कहां रोते हैं हालात रूला देते हैं,
हम तो हर पल याद करते हैं उनको,
पर वो याद ना करने का इलजाम लगा देते हैं।
        94663-32235

अमिताभ बच्चन और प्राण
दोनों बस स्टाप पर खड़े थे।
बस आई प्राण उसमें चढ़ गए
पर अमिताभ खड़े रहे, क्योंकि
प्राण जाए पर वचन ना जाए।
        80533-42046

प्रीतो संते नाल बाजार जांदी होई बोली
अज तां तुसीं बिल्कुल मदारी लग रहे हो।
संता-जिहदे नाल तेरे वरगी बांदरी जांदी
होवे होर की ओह साला डीसी लगूगा?
        78764-63984

आओ झुककर सलाम करें हम उनको,
जिनकी हिम्मत से ये मुकाम आता है,
बड़े खुशनसीब होते हैं वो लोग,
जिनका लहू वतन के काम आता है।
        72061-87763

मुस्कुराती आंखों से अफसाना लिखा था,
शायद आपका जिंदगी में आना लिखा था,
जरा तकदीर तो देखो मेरे इन आंसूओं की,
इनका आपकी याद में बह जाना लिखा था।
        95419-42633

संता को वोडाफोन में आप्रेटर की जॉब मिली।
पहले दिन उसे मार मार कर निकाल दिया गया।
क्योंकि जब किसी उपभोक्ता ने कहा कि उसका
वोडाफोन का सिम खराब हो गया है तो उससे
संता बोला कि पागल ऐसा है तो एयरटेल लेले।
        92155-66405

जीवन ते जवानी इक बार औंदे ने,
रूखां ते हरियाली कई बार औंदी ए,
इक तूं ही नहीं औंदा साडे कोल कदे,
पर तेरी याद दिन विच लख औंदी ए।
        95419-42633

दोस्ती इम्तिहान नहीं केवल प्यार मांगती है,
नजर तो अपने दोस्त का दीदार मांगती है,
अपने लिए ये जिंदगी कुछ भी नहीं लेकिन,
आपकी जिंदगी के लिए दुआ हजार मांगती है।
        99960-64139

आपकी मुस्कान हमारी कमजोरी है,
कुछ कह ना पाना हमारी मजबूरी है,
आप क्यूं नहीं समझते इस खामोशी को,
क्या खामोशी को जुबान देना जरूरी है?
        94164-04250

अपने एसएमएस 94160-95179 या 96716-63006 पर भेजें।
नोट—एसएमएस के साथ अपना पूरा नाम और गांव का नाम अवश्य
लिखें तथा एक सप्ताह में अपने एक या दो चुनींदा एसएमएस ही भेजें
अन्यथा आपके एसएमएस प्रकाशित नहीं हो पाएंगे।   सतीश गर्ग

यह कैसा बाल दिवस, शिक्षा से पहले रोटी की चिंता

ओढां (चानन सिंह )  शिक्षा को मौलिक अधिकार बना दिया है और छह से चौदह वर्ष की आयु के बच्चों को निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा देने के लिए कानून में संशोधन कर इसे लागु किया गया है लेकिन जमीनी स्तर पर यह कानून सरकार व प्रशासन के लिए एक योजना बनाकर ही न रह जाए इसके लिए कार्यपालिका व वयवस्था में सामंजस्य बनाकर इस दिशा में कठोर निर्णय लेने होंगे ! सरकार ने जगह जगह बाल भवन निर्माण करवा रखे है और प्रतिवर्ष बालदिवस मनाया गता है तथा बच्चो के लिए नई  नई योजनायें बनाई जाती है लेकिन आज भी गावों व शहरों में कचरा बीनने, ढाबों, होटलों व भट्ठों पर बाल मजदूरी का नज़ारा सरकार भी देखती है और प्रशासन भी ! जो उम्र पढने लिखने, खेलने व मौज मस्ती की होती है उस आयु में बच्चे मज़बूरीवश खेतों, होटलों, लघु उद्योगों व दुकानों आदि में अपना बचपन खो रहे है ! जिले में बिहार उत्तरप्रदेश व राजस्थान से आये बच्चों को शिक्षा से पहले दो वक्त की रोटी की चिंता होती है जो उन्हें दिन भर काम करने के बाद मिलती है ! श्रम विभाग के अधिकारी व प्रशासन समय समय पर बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्ति दिलाने हेतु अभियान चलते हैं लेकिन फिर भी इन बच्चों का बाल मजदूरी के तहत शोषण होता है तथा अब तक इन्हें स्कूलों तक नहीं पहुंचाया जा सका है ! इस प्रकार सरकार व प्रशासन की कार्यप्रणाली व सरकारी योजनाओं की सफलता पर प्रश्नचिन्ह लग जाता है ! सरकार समय समय पर बाल कल्याणकारी योजनायें चलाती है लेकिन फिर भी बच्चे कचरा बीनते और इंट भट्ठों व ढाबों पर काम करते मिल जाते हैं क्योंकि सभी सुविधाओं व योजनाओं का लाभ इन्हें नहीं मिल पाता ! प्रदेश के सरकारी स्कूलों में मिड डे मील, निशुल्क पुस्तकें, छात्रवृति, इंट भट्ठों पर शिक्षा देने जैसी अनेक योजनाओं जो हश्र हो रहा है वो सबके सामने है !
हमारे देश की सरकार, सामाजसेविओं व सामाजिक संस्थाओं को आगे आकर इस बाल शोषण के अभिशाप को मिटाना होगा तथा अभिभावकों को भी जागरूक होना होगा तभी हम समाज को इस कलंक से बचा सकते हैं !

हमारी माटी

हमारी माटी एक क्षेत्रीय साप्ताहिक समाचार  पत्र है