सिरसा ,16अप्रैल। उपायुक्त श्री युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि जिला में बी टी कॉटन की विभिन्न किस्मों का बीज पर्याप्त मात्रा में है और इसे कृषि विभाग के अधिकरियों कि उपस्थिति में किसानों को वितरित किया जा रहा है इस लिए जिला में कही भी काला बाजारी की कही कोई शिकायत नही है। उन्होने कहा कि फिर भी किसानों को किसी प्रकार कि कोई भी समस्या या शिकायत है तो वे तुरंत कृषि विभाग के अधिकारियों को सुचित करें उन्होने ने कहा कि जिला में किसानों कि मांग को देखते हुए बीटी कॉटन के बीज की विभिन्न किस्मों के 12 लाख से भी अधिक पैकेटों कि व्यवस्था की है। हालाकि बिजाई के लक्ष्यों के अनुसार जिला में 10 लाख पैकेटों की ही जरुरत रहेगी।
उपायुक्त ने बताया कि जिला के सभी कृषि खण्डों में बीज वितरण कि व्यवस्था सुचारु रखने के लिए विभाग द्वारा कृषि अधिकारियों को इंचार्ज बनाया गया है। उन्होने बीज विक्रेताओं को चेतावनी दी कि कोई भी विके्रता काला बाजारी व नकली बीज बेचने का प्रयास न करें यदि किसानों को नकली बीज व काला बाजारी कि शिकायत तो वे मोबाइल नम्बर 9416779609, 9416243992, 9812261381, 9416643209 तथा दुरभाष नम्बर 235471 व 222371 पर सुचना दे सकते हैं।
उधर सयुक्त निदेशक कृषि डॉ दलीप मोंगा ने किसानों को सलाह दी कि वे बी टी कॉटन कि किसी एक किस्म के पीछें न पड़ के अन्य किस्मों कि बिजाई भी करें उन्होने बताया कि किसानों कि सबसे अधिक मांग बायोसीड के 6488 व 6588 किस्मों क ी है । जिला में इस वर्ष इन किस्मों के बीजों की सप्लाई गत् वर्ष से 15 फीसदी अधिक करवाई जा रही है उन्होने कहा कि कृषि विशेषज्ञ के अनुसार बायोसीड कि उपरोक्त दोनो किस्मो के बराबर कई किस्में है । हर वर्ष मौसम के अनुसार अलग अलग किस्मों को उत्पादन भी बदलता रहता है। उन्होंने किसानो से अग्रह किया कि वे किसी एक विशेष किस्म पर निर्भर न हो कर 4-5 अन्य किस्मो कि बिजाई करें ।
उन्होने बताया कि बीज विक्रताओ के पास बी टी कॉटन कि अन्य किस्मों के बीज भी उपलब्ध है इसलिए किसान अपनी खेतों में विशेषज्ञ द्वारा सुझाए गए किस्मों विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत के सिरसा सहित हिसार गंगानगर, जिलों में एम आर सी- 7361,एस पी - 7010,एस पी 7007 एस डब्ल्यु सी एच- 4711 ,बायो सीड 6488, पी सी एच 877, अंकुर-3028 , शक्ति -9, वी बी सी एच 1008, एम आर सी 6304, एन सी ई एच - 31, जे के सी एच - 1, वी बी सी एच -1518,वी बी सी एच -1534, आर सी एच-।605, एन सी एच- 855, एन सी एस 905, एम आर सी 7017 , वी आई सी एच 307,बायो सीड 6317, बायो सीड 2113, वी आई सी एच 309, एम आर सी 7031,एन सी ई एच 6, बायो सीड 6588, एम आर सी एच 6025, आर सी एच 569,पी सी एच 401,आदि किस्मों का अच्छा उत्पादन पाया गया है।
उधर सयुक्त निदेशक कृषि डॉ दलीप मोंगा ने किसानों को सलाह दी कि वे बी टी कॉटन कि किसी एक किस्म के पीछें न पड़ के अन्य किस्मों कि बिजाई भी करें उन्होने बताया कि किसानों कि सबसे अधिक मांग बायोसीड के 6488 व 6588 किस्मों क ी है । जिला में इस वर्ष इन किस्मों के बीजों की सप्लाई गत् वर्ष से 15 फीसदी अधिक करवाई जा रही है उन्होने कहा कि कृषि विशेषज्ञ के अनुसार बायोसीड कि उपरोक्त दोनो किस्मो के बराबर कई किस्में है । हर वर्ष मौसम के अनुसार अलग अलग किस्मों को उत्पादन भी बदलता रहता है। उन्होंने किसानो से अग्रह किया कि वे किसी एक विशेष किस्म पर निर्भर न हो कर 4-5 अन्य किस्मो कि बिजाई करें ।
उन्होने बताया कि बीज विक्रताओ के पास बी टी कॉटन कि अन्य किस्मों के बीज भी उपलब्ध है इसलिए किसान अपनी खेतों में विशेषज्ञ द्वारा सुझाए गए किस्मों विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत के सिरसा सहित हिसार गंगानगर, जिलों में एम आर सी- 7361,एस पी - 7010,एस पी 7007 एस डब्ल्यु सी एच- 4711 ,बायो सीड 6488, पी सी एच 877, अंकुर-3028 , शक्ति -9, वी बी सी एच 1008, एम आर सी 6304, एन सी ई एच - 31, जे के सी एच - 1, वी बी सी एच -1518,वी बी सी एच -1534, आर सी एच-।605, एन सी एच- 855, एन सी एस 905, एम आर सी 7017 , वी आई सी एच 307,बायो सीड 6317, बायो सीड 2113, वी आई सी एच 309, एम आर सी 7031,एन सी ई एच 6, बायो सीड 6588, एम आर सी एच 6025, आर सी एच 569,पी सी एच 401,आदि किस्मों का अच्छा उत्पादन पाया गया है।