बुजुर्ग समाज व राष्ट्र की धरोहर है
सिरसा, 1 अक्तूबर। वरिष्ठ नागरिक हमारे माता-पिता के समान तो है ही, इसके साथ-साथ वे हमारे गुरू के समान भी है क्योंकि शिक्षा-दीक्षा, संस्कार व आशीर्वाद से ही हम नए समाज का निर्माण करते हैं। बुजुर्ग समाज व राष्ट्र की धरोहर है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को वरिष्ठ नागरिक का सम्मान करना चाहिए।
यह बात मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेश कुमार सिंघल ने आज स्थानीय शहीद भगत सिंह स्टेडियम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर जिले के वरिष्ठ नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि किसी भी वरिष्ठ नागरिक को किसी तरह की परेशानी है या नि:शुल्क कानूनी जानकारी लेना चाहता है तो वे घर बैठे ही दूरभाष नं.01666-247002 पर संपर्क कर सकता है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे देश में बुजुर्गों की सेवा की गरिमामय परम्परा है। उनकी समुचित देखभाल एवं माता-पिता और वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 के अंतर्गत कानूनी दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2007 में संसद द्वारा पारित उक्त अधिनियम सभी 7 केंद्र शासित प्रदेशों और 23 राज्यों में लागू हो गया है। इस अधिनियम के मुख्य प्रावधान इस प्रकार है। वरिष्ठ नागरिक अर्थात 60 वर्ष की आयु का भारत का कोई नागरिक चाहे वह भारत में रहता हो अथवा नहीं, माता-पिता चाहे उसकी आयु 60 वर्ष से कम हो। बच्चे में वयस्क पुत्र, पुत्री, पौत्र और पौत्री शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक दादा-दादी, नाना-नानी जो अपनी निजी आय से अपना भरण-पोषण करने में असमर्थ हैं अपने बच्चों पर भरण-पोषण का दावा कर सकते हैं। ऐसे वरिष्ठ नागरिक, जिनका कोई बच्चा नहीं है, अपने ऐसे संबंधी पर भरण-पोषण का दावा कर सकते हैं जो वरिष्ठ नागरिक की संपति के आधिपत्य में है या उन्हें वरिष्ठ नागरिकों की संपति विरासत में मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त साधन वाले बच्चों व संबंधियों का यह दायित्व है कि वे माता-पिता की ऐसी आवश्यकताओं की पूर्ति करें ताकि वे सामान्य जीवन जी सके। राज्य सरकारों ने उपमंडल स्तर पर भरण-पोषण न्यायाधिकरण स्थापित किए हैं। वरिष्ठ नागरिक अपने भरण-पोषण के लिए इस न्यायाधिकरण को आवेदन प्रस्तुत कर सकतेहैं। ्र
श्री सिंघल ने कहा कि भरण-पोषण न्यायाधिकरण वरिष्ठ नागरिक को उसके बच्चे, संबंधी द्वारा भरण-पोषण भत्ते के रूप में 10000 रुपए प्रतिमाह राशि का भुगतान करने का आदेश दे सकते हैं। न्यायाधिकरणों को भरण-पोषण संबंधी आवेदन का निर्णय 90 दिन की अवधि के अंदर करना अनिवार्य है। भरण-पोषण न्यायाधिकरण के आदेश के विरूद्ध जिला स्तर के अपीलीय न्यायाधिकरण में अपील दायर की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें जिला समाज कल्याण अधिकारी अथवा समकक्ष अधिकारी को भरण-पोषण अथवा अपीलीय न्यायाधिकरण के समक्ष उनका प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। वरिष्ठ नागरिक का परित्याग करना दंडनीय अपराध है जिसके लिए तीन माह का कारावास अथवा 5000 रुपए तक का जुर्माना अथवा दोनों हो सकते हैं।
इस अवसर पर उपमंडलाधीश (ना.) श्री रोशन लाल ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों की परिपक्वता और विवेकशीलता समाज को प्रेरित करती है। उनके अमूल्य विचार समाज व परिवार की नींव को मजबूत करके एकसूत्र में बांधकर रखते हैं। जीवन के एक पड़ाव में आकर उन्हें भावनात्मक सहारे के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना हमारा सामाजिक दायित्व है। उनके अनुभव, चिंतन और संस्कारों को संरक्षित करते हुए आगामी पीढ़ी को लाभ उठाना चाहिए। हरियाणा सरकार ने इसी सोच के दृष्टिगत प्रदेश के सभी वरिष्ठ नागरिकों का न केवल मान-सम्मान बरकरार रखा है अपितु उन्हें सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान की है।
वरिष्ठ नागरिकों के विकास एवं उत्थान के लिए 13 जुलाई, 2009 को जवाहर लाल सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन योजना का शुभारंभ किया गया, जिसके तहत जिला स्तर पर 150 करोड़ रुपए की लागत से विशेष स्कूल या संस्थान खोलने का निर्णय लिया गया। वर्ष 2011-12 में 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। वृद्धावस्था सम्मान भत्ता 300 रुपए से बढ़कर 500 रुपए प्रतिमास किा गया तथा इसमें प्रतिवर्ष 50 रुपए की वृद्धि होगी। प्रत्येक चार वर्ष बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। पिछले 10 वर्षों से लगातार वृद्धावस्था सम्मान भत्ता का लाभ उठा रहे लाभार्थियों का सम्मान भत्ता 300 रुपए से बढ़ाकर 700 रुपए मासिक कर दिया गया। 1 अपै्रल तक वृद्धावस्था सम्मान भत्ता का लाभ प्राप्त कर रहे लाभपात्रों को 1 अपै्रल 2011 से 550 रुपए प्रतिमास भत्ता की अदायगी की जाएगी। महिलाओं शाल व पुरूषों को पगड़ी व डोगे के लिए 501 रुपए नकद दिए गए। मार्च 2005 से मार्च 2011 तक 3577 करोड़ रुपए वितरित किए गए।
वृद्धावस्था भत्ता को वित्तीय सहायता आदि का वितरण पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से करवाया जा रहा है। वृद्ध व्यक्तियों के कल्याण हेतु प्रत्येक जिले में एक शिकायत निवारण सैल का गठन किया गया। विकास पुत्र एवं युग पुरूष चौधरी बंसीलाल वृद्ध एवं अपंग गृह रेवाड़ी में रह रहे प्रत्येक संवासी को 1000 रुपए मासिक राशन के लिए व 50 रुपए मासिक जेब खर्च के लिए दिए जाते हैं। मार्च 2011 तक 107.36 लाख रुपए व्यय किए गए। गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को मार्च 2011 तक 5051 चश्मे मुफ्त दिए गए। मार्च 2011 तक 4,77,107 वरिष्ठ नागरिकों को पहचान-पत्र जारी किए गए। पहली अक्तूबर 2008 से वरिष्ठ नागरिकों के लिए राज्य पुरस्कार योजना आरंभ की गई, जिसके तहत एक-एक लाख रुपए के पांच अवार्ड नामत: चौ. रणबीर सिंह सैंटीनेरियन अवार्ड, मदन टैरेसा अवार्ड, सरदार बल्लभ भाई पटेल करेज एंड ब्रेवरी अवार्ड, महात्मा ज्योतिबा फूले लाईफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड तथा महात्मा गांधी पंचायत अवार्ड दिए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सोलह जिलों में 26 मार्च 2010 से पेंशनधारकों को पेंशन का अवांटन बायोमैट्रिक कार्ड द्वारा बैंकों के माध्यम से आरंभ किया गया है। शेष पांच जिलों में मई 2011 से पेंशन का आवंटन बायोमैट्रिक कार्ड द्वारा आरंभ कर दी गई है। प्रदेश के गांवों एवं सभी शहरी संपदा क्षेत्रों में सीनियर सिटीजन क्लब स्थापित करने की योजना बनाई गई है। मार्च 2011 तक 316 गांवों एवं 12 शहरी संपदा क्षेत्र में यह क्लब स्थापित किए गए। वरिष्ठ महिला नागरिकों को राजय परिवहन की बसों में 50 प्रतिशत किराए की छूट दी गई है। 60 वर्ष से अधिक आयु के भूतपूर्व सैनिकों तथा उनकी विधवाओं को जो कोई भी पेंशन प्राप्त नहीं कर रहे हैं से दी जा रही वित्तीय सहायता 24 अगस्त 2009 से 600 रुए से बढ़ाकर 1000 रुपए प्रतिमाह की गई है। 21 जुलाई 2009 से बुजुर्गों के लिए आवास बोर्ड हरियाणा के मकानों की अलाटमेंट में 2 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी जो बुराइयों जैसे नशाखोरी, आवारागर्दी आदि की तरफ जा रही है। हम सब वरिष्ठ नागरिकों को संकल्प लेना चाहिए कि ऐसी युवा पीढ़ी को इन बुराइयों की तरफ बढऩे से रोके।
इस मौके पर एडवोकेट विक्रम सिंह, अजीत कालड़ा, सुभाष सेठी, वरिष्ठ नागरिक आरपी सेठी, करनैल सिंह ने भी वरिष्ठ नागरिकों को सम्बोधित किया और अपने अधिकारों तथा कानूनी पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर जिला समाज कल्याण अधिकारी अश्विनी मैदान, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी वीना शर्मा, सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री आत्माराम, रोजी कटारिया, सेवानिवृत तहसीलदार हरबंस लाल, डा. नीलू चुघ, साहिल कटारिया, सुभाष मोंगा, ओमप्रकाश, विजय कुमार, सुखविंद्र, रवि मेहता, दलीप बिश्रोई, दलीप खेड़ी, पवन, सावित्री, गुरदीप सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में जिले के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस को जिले में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। 100 मीटर दौड़ में वरिष्ठ नागरिक श्री लालचंद गोदारा प्रथम, चंद्रमोहन तथा ओपी जाखड़ द्वितीय जबकि बलवीर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी तरह गोला फेंक प्रतियोगिता में वरिष्ठ नागरिक श्री रघुबीर सिंह प्रथम जिसमें 8.24 मीटर गोला फेंका जबकि श्री लालचंद गोदारा ने 7.54 मीटर गोला फेंककर दूसरा स्थान प्राप्त किया तथा 7.10 मीटर गोला फेंक कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी तरह म्यूजिक चेयर रेस प्रतियोगिता में के.सी. बिश्रोई प्रथम, सुंदर कुमार द्वितीय तथा पृथ्वीराज ने तृतीय स्थान पाया। इस मौके पर उपमंडलाधीश (ना.) श्री रोशन लाल ने विजेता प्रतिभागियों तथा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिन वरिष्ठ नागरिकों ने परेड में भाग लिया था उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
सरकारी योजना के तहत शुरू की गई हरियाणा की पहली वैन
सिरसा, 1 अक्तूबर। विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर 40 लाख रुपए की लागत से खरीदी गई रक्त वाहिनी नामक मोबाइल वैन का सिरसा के अतिरिक्त उपायुक्त श्री डी.के. बेहरा ने गांव झोरडऩाली में उद्घाटन किया। इस वैन में ही पहली बार रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। सिरसा में शुरू होने वाली रक्तदान के लिए यह मोबाइल वैन सरकारी योजना के तहत शुरू की गई हरियाणा की पहली वैन है। यह रक्त वाहिनी नामक मोबाइल वैन जिला में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत खरीदी गई है।
अतिरिक्त उपायुक्त श्री डी.के. बेहरा ने बताया कि इस वातानुकूलित मोबाइल वैन में रक्तदान के लिए चार कुर्सियां हैं जिसमें एक समय में चार व्यक्ति रक्तदान कर सकते हैं। सभी चिकित्सीय व चिकित्सीय जांच से संबंधित सुविधाओं से सुसज्जित इस वैन में डॉक्टरों की चार सदस्यीय टीम की भी बैठने की व्यवस्था है जब भी रक्तदान के लिए यह मोबाइल वैन एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचेगी तो डॉक्टरों की यह टीम उसमें तैनात रहेगी। इस टीम में एक डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट और लैब टैक्नीशियन शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि इस वैन में रक्तदाताओं के विश्राम करने के साथ-साथ रक्तदान के बाद फलाहार व अन्य खाद्य सामग्री रखने की भी पूरी व्यवस्था बनाई गई है। रक्तदान से पूर्व रक्तदाता की जांच से संबंधित सभी प्रकार के चिकित्सीय उपकरणों की भी व्यवस्था की गई है। इन उपकरणों में स्पीग्मो-मैनोमीटर तथा रक्त जांच से संबंधित उपकरण भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस रक्त वाहिनी नामक मोबाइल वैन से किसी भी मौसम में रक्तदान शिविर आयोजित कर रक्त एकत्रित किया जा सकता है क्योंकि गर्मी, सर्दी, बरसात व किसी भी मौसम में इस रक्त वाहिनी में रक्तदान करने की पूरी व्यवस्था है। रक्त वाहिनी जिला के दूर-दराज व किसी भी क्षेत्र में स्वैच्छिक रक्तदान करने वाले लोगों के बुलावे पर पहुंचेगी।
उन्होंने बताया कि स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में सिरसा जिला का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमका है। सिरसा जिला में रक्त का एकत्रितकरण जिला की कुल मांग से भी चार गुणा अधिक होता है। इस रक्त से हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़ के जरूरतमंद मरीजों की आवश्यकता के लिए नियमित पूर्ति की जाती है। जिला में लगभग प्रतिवर्ष 18 हजार यूनिट रक्त की मांग है जबकि औसतन प्रतिवर्ष 80 हजार यूनिट तक रक्त एकत्रित किया जाता है। रक्तदान के मामले में सिरसा का नाम गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है। रक्तदान के क्षेत्र में सिरसा जिला का नाम रोशन करने में सिरसा के जुझारू उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया का विशेष योगदान है। डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया जो इंडियन सोसायटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन इम्यूनोहीमोटोलॉजी के राष्ट्रीय लेवल के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि सिरसा में रक्तदान के लिए बेवसाइट भी तैयार की गई है जिसमें सवा लाख से भी अधिक स्वैच्छिक रक्तदाताओं के पूरे पते सहित नाम शामिल किए गए हैं। यह स्वैच्छिक रक्तदाता देश में किसी भी व्यक्ति को रक्त की जरूरत पडऩे पर रक्तदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
गांव झोरडऩाली से शुरू की गई इस रक्त वाहिनी मोबाइल वैन में पहले दिन 31 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। यह रक्तदान शिविर स्थानीय राजकीय महाद्यिालय के प्राध्यापक आर.सी. लिम्बा की माता की दूसरी बरसी के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर लक्ष्मण राम नंबरदार, बीडीपीओ सुखदेव शर्मा, उपमंडलाधिकारी पंचायती राज एमआर जाखड़, भाल सिंह पटवारी, परमजीत, बलदेव लिम्बा, पूर्व सरपंच कश्मीर सिंह, पृथ्वी सिंह किरोड़ी, मनजीत सिंह व अन्य लोग शामिल थे।
मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा में चहुंमुखी विकास हुआ है
सिरसा, 1 अक्तूबर। हिसार उप-चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाकर जनता एक बार फिर सिद्ध कर देगी की आज भी हरियाणा के मुख्यमंत्री नं. 1 है। मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा में चहुंमुखी विकास हुआ है। विपक्ष चाहे जीतना भी जोर लगा ले लकिन जीत हमेशा उसकी ही हुई जिसने जनता का हित किया है। ये बात कांगे्रस के जिला प्रधान मलकीत सिंह खोसा ने हिसार उपचनाव में कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कही।
खोसा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी कार्यशैली के चलते हरियाणा को किसी भी चीज में कम नहीं रखा चाहे वह उद्योग हो, किसानों के विकास की बात हो या फिर आयात निर्यात का मुद्दा, सभी में आज हरियाणा नं-1 पर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में हरियाणा को अन्य प्रदेशों में से सबसे ऊंचा रखकर एक मिसाल कायम की है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र ङ्क्षसह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा पूरी तरह से खुशहाल है। आज पूरे प्रदेश में बिजली, पानी आदि जैसी बड़ी अनेक समस्याओं को जड़ से खत्म किया हैऔर कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया है। उन्होंने कानून व्यवस्था के सुधार का जिक्र करते हूए कहा कि मौजूदा हुड्डा सरकार ने विरासत में मिली बिखरी कानून व्यवस्था को पूर्ण रूप से व्यवस्थित करने का बड़ा सहरानीय काम किया है।
खोसा ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार आम आदमी के हित के लिए कटिबद्ध है और सबको शिक्षा, सबको काम की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास हो रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 36 बिरादरी के कल्याण के लिए योजनाएं लागू की गई है और किसानों, अनुसूचित जाति और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले सभी वर्गों के लिए स्वास्थ्य एवं शिक्षा संबंधी सुविधाओं पर विशेष बल दिया गया है।
खोसा ने कहा कि हुड्डा ने 36 बिरादरी के कल्याण के लिए जो कार्य किए हैं उनका प्रदेश की जनता पूरा लाभ उठा रही है तथा जनता के एक जनसेवक के रुप में कार्य कर रहे हैं एवं हरियाणा के विकास का नया आयाम तय किया है।
हरियाणा में हुआ विकास कांग्रेस की हिसार उपचुनाव में जीत पक्की करता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ नोरेबाजी के इलावा कुछ नहीं कर सकता क्योकि उन्हें पता है कि जीत कांग्रेस की ही होनी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की राजनीति का इतिहास इस बात का गवाह कि हुड्डा पहले कोई भी मुख्यमंत्री लगातार दोवारा मुख्यमंत्री बना। ये विकास की गंगा ही है जो हुड्डा सरकार ने बहाई और आगे भी हरियाणा को बड़ स्तर पर विकसित करने का मुख्यमंत्री का प्रयास है।
कांग्रेस ने हमेशा ही झूठ व स्वार्थ की राजनीति करके सत्ता हासिल की है
सिरसा, 1अक्तूबर। कांग्रेस ने हमेशा ही झूठ व स्वार्थ की राजनीति करके सत्ता हासिल की है। उसको प्रदेश की जनता से कोई लेना-देना नहीं है। प्रदेश से अब कांग्रेस का सफाया निश्चित है क्योंकि किसानों व गरीब जनता को अब यह अहसास हो गया है कि उनके हित इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के हाथों में ही सुरक्षित हैं। उक्त शब्द इनेलो नेता जीतराम खन्ना ने इनेलो कार्यालय में उपस्थित लोगों को हिसार उपचुनाव में इनेलो उम्मीदवार डा. अजय सिंह चौटाला को भारी मतों विजय बनाने की अपील करते हुए कहे।
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सरकार से आज जन-जन दुखी है। कांग्रेस सरकार किसी भी वर्ग की हितैषी नहीं बन सकती।
खन्ना ने पार्टी में शामिल हुए लोगों को आश्वासन दिया कि उन्हें इनेलो पार्टी में हर पुराने कार्यकर्त्ताओं की तरह पूरा मान-सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि आज सरकार के पास सरकारी कर्मचारियों, सरपंचों, नम्बरदारों, चौकीदारों व वृद्धावस्था पेंशन देने के लिए खजाने में पैसा तक नहीं है। क्या ऐसी सरकार जनता की हितैषी हो सकती है। उन्होंने कहा है कि आज जनता का रुख इनेलो की ओर तेजी से बढ़ रहा है। हिसार उपचुनाव में इनेलो रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेगी। आज विकास व नौकरियों का 85 प्रतिशत हिस्सा रोहतक क्षेत्र के लोगों को देकर अन्य जिलों के साथ धोखा किया जा रहा है। आज जनता कांग्रेस को सत्ता सौंप कर पछता रही है।
गुम्बर ने कहा कि इनेलो कांग्रेस की जनविरोधी नीति को लागू नहीं होने देगी और प्रदेश की जनता से हो रहे शोषण का गिन-गिन कर बदला लेगी।
पुलिस समाचार
सिरसा ,1अक्तूबर:ऐलनाबाद थाना पुलिस ने 23अगस्त को गांव मैनाखेंड़ा क्षेत्र में एक व्यक्ति से मारपीट करने व जान से मारने धमकी देने के आरोप में घटना के पांचो ओरापियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। पकड़े गए व्यक्ति में कुलवन्त पुत्र जगतार सिंह निवासी रानिया, बहादर पुत्र बुटटा सिंह निवासी अमृतसर कंला,लखविन्द्र सिंह पुत्र निरंजन सिंह निवासी रानिया, गुरजीत पुत्र हरभजन सिंह निवासी प्रतापनगर व कुलदीप पुत्र हरजीत सिंह निवासी नगराना थेड़ जिला सिरसा के नाम शामिल हैं। पुलिस ने गिरफ्तार कि ए लोगों से बारदात में प्रयुक्त दोनों मोटरसाइकिल भी बरामद कर लिए हैं। इस संबध में गांव ढाणी सतनाम सिंह निवासी हरविन्द्र ङ्क्षसह जोकि गांव मैनाखेड़ा में मोटर वाईडिग़ का काम करता हैं कि शिकायत पर भादसं की धारा 147/148,149,323व 506 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस को दर्ज करवाई शिकायत में दुकान संचालक हरविन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि उपरोक्त सभी आरोपी गांव मैनाखेड़ा में स्थित उसकी दुकान पर आए और मारपीट की तथा जान से मारने की धमकी दी।
जिला की ओढ़ा थाना पुलिस ने डबवाली अदालत के निर्देश पर दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं। शिकायत कर्ता कुलविन्द्र कौर पुत्री तेजा सिंह निवासी सालमखेड़ा ने अपने पति सोनू व सास गोमती पत्नी दिवानचन्द निवासी आजमगढ़ जिला फिरोजपुर, पंजाब पर दहेज के लिए प्रताडि़त करने, मारपीट करने तथा जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया हैं। ओढ़ा पुलिस ने इस संबध में भादस: की धारा 323,406,498ए,504,506व 34 के तहत मामला दर्ज कर सहायक उपनिरिक्षक कश्मीरी लाल को जंाच सौप दी हैं।
दहेज प्रताडऩा के एक अन्य मामले में रानिया पुलिस ने छ: लोगों के विरूद्ध अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं। शिकायत कर्ता मन्जू देवी पुत्री मुखराम निवासी मत्तूवाला ने अपने पति रामकुमार देवर रमेश व संदीप सास रोशनीदेवी व ननद द्रोपती निवासी किशनपुरा जिला हनुमानगढ़ व एकअन्य रिश्तेदार बलवीर पुत्र बदरी निवासी खाट जिला हनुमानगढ़ के विरूद्ध दहेज के लिए प्रताडि़त करने मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया हैं। रानिया पुलिस ने इस संबध में भादस: की धारा 323,406,498ए,,506 के तहत मामला दर्ज कर जांच का जिम्मा जीवननगर पुलिस चौकी प्रभारी सहायक उपनिरिक्षक शिवनारायण को सौंप दिया हैं।
दहेज प्रताडऩा के एक अन्य मामले में रानिया पुलिस ने ऐलनाबाद अदालत के निर्देश पर तीन लोगों के विरूद्ध भादस:की धारा 323,406,498ए,,506 के तहत मामर्ला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं। शिकायत कर्ता दर्शना पुत्री मूलचन्द्र निवासी गोविन्दपुरा ने अपने पति अजयपाल ससूर चूतरा राम व सास लूणीदेवी निवासी श्यामगढ़ के विरूद्ध दहेज के लिए प्रताडि़त करने ,मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया हैं।
राम लीला के चौथे दिन परशुराम संवाद हुआ
सिरसा, 1 अक्तूबर। राम लीला के चौथे दिन परशुराम संवाद हुआ। जब भगवान राम शिव धनुष तोड़ते है तो परशुराम धनुष टुटने पर कहते है- ऐ राजा जनक जल्दी बतला, ये धनुआ किसने तोड़ा है। किसने इस भरे स्वयंवर में सीता से नाता जोड़ा है। जल्दी बतला वरना सब उल्ट पुल्ट कर डालूंगा। जितना भी तेरा राज पृथ्वी पर है सब उथल-पुथल कर डालूंगा।
तभी लक्ष्मण क्रोध में आ जात है और कहते है- महाराज।। महाराज तपस्वी बहा्राण है इसलिए मुझे कुछ कहना है। ये गहना नहीं बहा्राणों का जो श्रीमान ने पहना है। ये गहना राजपुतों का जो पहना जाता है रण में। अपराध क्ष्मा हो महामुनि थोड़ी शांति चाहिए बहा्राण में।।
तभी भगवान राम उठते है और लक्ष्मण को शांत करते है और भगवान परशुराम को कहते है- शिव काधनुष तोडऩे वाला कोई शिव का प्यारा ही होगा। जिसने यह अपराध किया वह दा तुम्हारा ही होगा।।
ये सब सुन कर भगवान परशुराम अपने धनुष पर बाण चढ़ाने को कहते है। तभी राम उनके धनुष पर बाण चढ़ाते और कहते है ये लीजिए।
तभी परशुराम समझ जाते है कि ये भगवान विष्णु का ही रूप है। जैसे ये दृष्य सामने आता है वैसे ही रामलीला मैदान में बैठे लागों ने श्रीराम का जयकारा लगाने शुरू कर दिया। इसके उपरांत मुनि विश्वामित्र ने राजा जनक से कहा कि आप आयोध्या के राजा दशरथ को बारात लेके आने का सन्देश भेजे। गौरतलब है कि वृंदावन से आए पद्मश्री हरगोबिंद जी महाराज के नेतृत्व में 40 कालाकारों की टीम इस रामलीला का मंचन कर रही है जिसमें भगवान राम किरदार मुकेश कुमार पिछले 12 सालों से कर रहे है।
रामलीला की सर्थकता तभी सिद्ध होगी जब हम रामायण में बताई गईं आदर्शवादी बातों को अपने जीवन में शामिल करेंगे
सिरसा। रामलीला की सर्थकता तभी सिद्ध होगी जब हम रामायण में बताई गईं आदर्शवादी बातों को अपने जीवन में शामिल करेंगे। जिस प्रकार रामायण में प्रभु श्री राम चंद्र जी ने अहंकारी रावण का वध करके बुराई पर अच्छाई की विजय पाई थी उसी प्रकार आज हमें समाज में फैली बुराईयों का सर्वनाश करना होगा। तभी हम कलयुग में सतयुग ला सकते हैं। यह बातें गत रात्रि नेहरू पार्क में आयोजित की जा रही रामलीला में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा ने बतौर मुख्यअतिथि लोगों से कही। इस मौके पर उनके साथ हरीश सोनी, संत लाल गुंबर, भोला जैन, रामा चैरीटेबल क्लब के प्रधान अश्वनी बठला, कोषाध्यक्ष सुरेश अनेजा, सचिव गुलशन गाबा, डॉ. अशोक गुप्ता, विशंभर चुग, दिनेश वधवा, संतोष तनेजा, भूषण वसूजा, रमेश अनेजा, ओम प्रकाश, राजीव पारीक सहित ट्रस्ट के सभी सदस्य भी मौजूद थे। कार्यक्रम में पहुंचने पर श्री शर्मा का स्मृति चिन्ह भेंट करके स्वागत किया गया। उल्लेखनीय है कि नेहरू पार्क के रामलीला मैदान में मर्यादा पुरुषोतम भगवान राम के जीवनचरित्र पर आधारित रामलीला व दशहरा महोत्सव का 62वां सबसे विशाल मंचन श्री रामा क्लब चैरीटेबल ट्रस्ट की ओर से बड़े उत्साह एवं हर्षोंल्लास के साथ किया जा रहा है। इस रामलीला में उत्तर प्रदेश के वृंदावन से खासतौर पर पधारे सुप्रसिद्ध पद्म श्री विभूषित, विश्वविख्यात स्वामी हरिगोबिंद जी महाराज द्वारा निर्देशित श्री रामलीला का मंचन किया जा रहा है। रामलीला मंचन के दौरान हरिगोबिंद मंडल के सदस्यों द्वारा श्री राम चंद्र जी द्वारा सीता स्वंयवर के दौरान तौड़े गए भगवान परशुराम के धनुष बाण के बाद लक्ष्मण व परशुराम के बीच हुई नौंक-झौंक का मंचन बड़े ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया। मंचन के दौरान दिखाया गया कि किस प्रकार भगवान परशुराम शिव धनुष टूटने से क्रोधित हो गए व भरी सभा में लक्ष्मण व उनके बीच क्षत्रिय व ब्राह्मण वंश की वीरता को लेकर वाकयुद्ध हुआ। इस बीच श्री राम चंद्र जी आए और क्रोधित परशुराम जी को शांत करवाया। रामलीला महोत्सव में आए सैकड़ों लोगों ने मंच के कलाकारों द्वारा सजीव ढंग से पेश की जा रही राम की लीलाओं का जमकर लुत्फ उठाया।
ज्योति भीतर की जले, मंजिल मुक्ति की मिले: मुनि श्री अर्हत् कुमार
सिरसा, 1 अक्तूबर। संसार में जितने भी सुयोग हैं वो वियोग के लिए हैं। व्यक्ति की आत्मा की मात्र उसकी साथी है, इसलिए वह केवलज्ञान दर्शन के लिए एकत्व की प्रेक्षा करे व अपनी आत्मा में रमन कर सुख-दुख में सम रहने का प्रयास करे। यह उद्गार आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री अर्हत् कुमार जी ने भादरा बाजार स्थित तेरापंथ जैन सभा में धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने 'एकला चला रेÓ का महत्व बताते हुए कहा कि मानव संसार में अकेला आता है और अकेला इस संसार से रवाना हो जाता है। अपने कर्मों का कर्ता वह स्वयं ही होता है और यही कारण है कि इसी के अनुरूप सुख-दुख को भोगता है। यह सब कुछ जानते हुए वह अपनी आत्मा को एकत्व से भावित नहीं करता और वियोग की स्थिति आने पर वह अपने मानसिक संतुलन का स्थायित्व नहीं रख पाता व अपनी जीवनलीला को समाप्त करने जैसा कायरता भरा कदम उठा लेता है। व्यक्ति चिंतन करे सुख तो दीवार पर रंग की तरह है जो कि एक बरसात में धुल जाता है, बाकि तो दुख ही दुख है। सुख में वह अधिक प्रसन्न न हो और दुख में निराशाओं की बेडिय़ों में खुद को जकड़े नहीं। हम ज्यादा किसी पर भरोसा नहीं करें, देह भी अपनी नहीं है तो संसार में कोई अपना कैसा हो सकता है?
इस अवसर पर बोलते हुए सहयोगी संत मुनि श्री भरत कुमार जी ने कहा कि मानव में जब तक अज्ञान का अंधेरा रहेगा, तब तक वह दु:ख के घेरे में रहेगा। मानव भौतकवादी मनोवृत्ति का त्याग कर धर्म में आसक्त होगा, तभी वह स्वयं के लिए कल्याण के मार्ग का अनवेक्षक बन पाएगा। अन्यथा वह अनेक योनियों में भटकता ही रहेगा।
शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान की छात्राओं ने दी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि
सिरसा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर आज शाह सतनाम जी गल्र्स शिक्षण संस्थान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यातिथि के रूप में कॉलेज प्राचार्या श्रीमती शीला पूनिया ने शिरकत की, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता उपप्राचार्या अर्पित इन्सां ने की। कॉलेज की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कविता, ग्रुप डांस, ग्रुप सांग व कोरियोग्राफी के माध्यम से महात्मा गांधी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर कॉलेज प्राचार्या श्रीमती शीला पूनिया ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य एवं अहिंसा के बल पर देश को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि आज भी महात्मा गांधी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं, जिसका जीता-जागता उदाहरण वर्तमान में अन्नाहजारे द्वारा चलाया गया अहिंसात्मक आंदोलन था, जिसके साथ पूरा देश ही जुड़ गया था।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रा अलीशा ने अपने भाषण के माध्यम से महात्मा गांधी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। छात्रा अश्मिता ने 'क्षमा करो बापू जीÓ कविता के माध्यम से अपने भाव प्रस्तुत किये। इस अवसर पर आयोजित प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता में रिंपल, जसवीर, रणजीत इत्यादि छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर छात्राओं ने 'सावरमती के संत तुने कर दिया कमालÓ गीत पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। छात्राएं नवजोत, मीना, पूजा, गुरप्रीत व ज्योति ने महात्मा गांधी पर आधारित देशभक्ति कोरियोग्राफी प्रस्तुत कर खूब वाहावाही लूटी। इस अवसर पर फैन्सी ड्रैस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान की नन्हीं छात्राएं विभिन्न देशभक्तों की वेशभूषा पहनकर मंच पर उतरी। कार्यक्रम में एंकर की भूमिका इन्द्रज्योत व मेघा ने बखूबी निभाई।
इस मौके पर प्राध्यापिका गुंजन, उर्मल शर्मा, नैना, हीना, दीपिका, रजनी, अंजू शर्मा, सोनिका, नीरा सक्सेना सहित संस्थान के अनेक अध्यापक व प्राध्यापक उपस्थित थे।
30 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित
मानवता भलाई कार्यों में अग्रणी डेरा सच्चा सौदा: कस्तूर इन्सा
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग द्वारा हर माह जरूरतमंदों को दिये जाने वाले राशन की कड़ी में शनिवार को फूड बैंक के माध्यम से 30 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए ब्लॉक के भंगीदास कस्तूर इन्सां ने बताया कि आज प्रात: एलआईसी बिल्डिंग के पीछे स्थित फूड बैंक में सर्वप्रथम नामचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें कविराज भाईयों ने अरदास बोलकर नामचर्चा की शुरूआत की। नामचर्चा की समाप्ति के बाद शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग सरसा द्वारा स्थापित फूड बंैक के माध्यम से 30 जरूरतमंद परिवारों को राशन घरेलू सामान जैसे आटा, दाल, चीनी, चायपत्ती, चावल इत्यादि सामान वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के पूज्य हजूर पिता संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन पे्ररणा पर चलते हुए साध-संगत द्वारा सप्ताह में एक दिन भूखा रहकर उस दिन का बचा हुआ राशन फूड बैंक में जमा करवाया जाता है तथा एक माह बाद यह राशन जरूरतमंद परिवारों को वितरित किया जाता है। उन्होंने बताया कि साध-संगत हमेशा मानवता की सेवा को समर्पित रहती है और पूज्य गुरु जी के आह्वान पर मानवता की सेवा में बढ-चढ़कर कार्य करती है। उन्होंने बताया कि चाहे पौधारोपण, रक्तदान, सफाई अभियान, देहदान, अंगदान हो, हर क्षेत्र में डेरा सच्चा सौदा ने अनूठी पहल करते हुए मिसाल कायम की है।
इस मौके पर सात प्रेमी जीत इन्सां, राकेश इन्सां, सुरेन्द्र छाबड़ा इन्सां, सुरेन्द्र ठकराल इन्सां, सुरेश इन्सां, ओमप्रकाश इन्सां, अंगूरी लाल इन्सां, मदन लाल इन्सां, हरीकृष्ण इन्सां, विजय कुक्कड़ इन्सां, सतीश कुमार इन्सां, मनोहर लाल इन्सां, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग की सदस्या प्रवीण इन्सां, वीना इन्सां सहित अनेक सेवादार उपस्थित थे।
श्री राम नाटक रेलवे क्लब के मंच पर शुक्रवार रात संतोषी माता की झांकी निकाली गई
मंडी डबवाली.-श्री राम नाटक रेलवे क्लब के मंच पर शुक्रवार रात संतोषी माता की झांकी निकाली गई। इस मौके पर लायंस क्लब संगठन के प्रांतीय सचिव सतीश जग्गा, प्रोपर्टी डीलर एसोसिएशन के प्रधान बलदेव सिंह मांगेआना, पार्षद जगदीप सूर्या व इनेलो ेनता सुखविंद्र सिंह जापानी ने पूजन करवाया।
यह जानकारी देते हुए पुरूषोत्तम ग्रोवर व गोवर्धन दास गोयल ने बताया कि झांकी के उपरांत श्री राम का बनवास जाना, आयोध्या वासियों द्वारा नम आंखों से विदाई, खेवट द्वारा नदी पार करवाना व पुत्र वियोग में दशरथ की मृत्यु के दृश्यों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। रामलीला के मंच पर चंडीगढ़ के काली मां डांस ग्रुप व एक छोटी बच्ची पूजा के डांस को दर्शकों ने खूब सराहा। हास्य कलाकर पवन जिंदल व अमरजीत भट्टी ने रोबोट हास्य नाटिका प्रस्तुत कर दर्शकों को लोटपोट कर दिया। खेवट का रोल क्लब के डायरैक्टर प्रेम बहल ने बड़े ही प्रभावी तरीके से निभाया।
संकल्प पूर्ति के लिए पिछले 22 वर्षों से खड़ा है डॉक्टर कम लैक्चरार
डबवाली (डॉ सुखपाल सिंह ) पिछले 22 वर्षों से खड़ा एक हनुमान भगत गत दिवस डबवाली शहर को अलविदा कहकर अपनी आगे की यात्रा पर निकल गए। डबवाली शहर की बठिंडा रोड पर स्थित बलदेव ट्रैक्टर वक्र्स शॉप के मालिक व उनके सेवक मिस्त्री बलदेव सिंह बताया कि यह हनुमान भक्त पिछले 22 वर्षों से चारपाई पर सोया नहीं है और न ही कभी बैठा है। उन्होंने बताया कि यह हनुमान भक्त अपने बीते समय में प्रोफेसर रह चुके है और इन्होंने एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की हुई है।
इस बारे में जब हनुमान भक्त से हमारे संवादाता ने पूछा तो उन्होंने बताया कि उनका पूरा नाम डॉ. हाकम अनमोलक दास है और उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री के साथ डबल एमएससी पास डॉक्टर कम लैक्चरार है व साढे तीन वर्ष तक सीबीआई को भी अपनी सेवाएं दे चुके है। डॉक्टर से एक साधु का रूप धारण करने के पीछे क्या कारण था उसे बताते हुए कहा कि वह चितौडग़ढ (राजस्थान) शहर से 25 किलोमीटर दूरी पर उद्यपूर हाईवे पर स्थित गोरा जी का गांव निम्बाहेड़ा के समीप स्थित फैक्ट्री श्री गणपति फर्टीलाईजर्स के बाहर एक वह करीब 20 खड़े रहे। उन्होंने बताया कि श्री गणपति फर्टीलाईजर्स की स्थापना के समय फैक्ट्री के मालिक आरके जोशी ने इस हनुमान भक्त को हाथ में गंगा जल देकर संकल्प दिलवाया था कि वह फैक्ट्री के बाहर 108 फीट ऊंचा व 5 मंजिला हनुमान जी का मंदिर बनवाएगा। तब तक वह यहां खड़ा रहे। इस प्रकार संकल्प दिलवाने के वादे के बाद फैक्ट्री खुली और हानि उठाने के बाद उस फैक्ट्री का मालिक भी बदल गया। साथ ही वह संकल्प दिलवाने वाला आरके जोशी भी वहां से चला गया। लेकिन उस वक्त से उन्होंने अपने संकल्प की लाज रखी और आज भी अपने संकल्प पर अडिग़ है। उन्होंने बताया कि उनका जन्म 1933 में पटियाला में हुआ था। राजेंद्र मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद सीबीआई में सैकिंड डायरैक्टर एचआर शर्मा के अधीन 3 वर्ष तक कार्य किया।
सेवादास का का कहना है की उनका सकंल्प अटूट है। तब तक उस स्थान पर हनुमान मंदिर नहीं बन जाता मैं खड़ा ही रहूंगा। अपने संकल्प को पूरा करने के कारण उनके पैर बुरी तरह से जख्मी हो चुके तथा घुटनों तक सड़ चुके है व पट्टीयां बंधी हुई है। पेशे से डाक्टर रह चुके सेवादास उर्फ अनमोलक दास ने बताया कि वह स्वयं ही एन्टीबायोटिक इंजेक्शन स्वयं ही लगा लगते है। इंजेक्शन लगाते समय भी वे खड़े ही रहते है।
उन्होंने बताया वह गत दिनों ही डबवाली शहर में अपने सेवक के यहां आए और उसकी वक्र्स शॉप के बाहर रखे तेल के ड्रम पर अपना सीना रखकर सोते है व अपना प्रत्येक कार्य स्वयं करते है। इस वक्त की स्थिती देखकर एक बारगी तो किसी का भी मन द्रवित हो जाता है और उसके मन में यहीं सवाल आता है कि इतना पढ़ा लिखा डॉक्टर आज अपना संकल्प निभाने के लिए इतनी पीड़ा उठा रहा है और संकल्प दिलवाने वाला आरके जोशी अपनी हवेली में आराम से जीवन बीता रहा है। क्या यहीं इंसानियत है कि वादा करके तोड़ दें?
नेत्र जांच व ऑप्रेशन शिविर का आयोजन किया गया
सिरसा 01 अक्तूबर सितम्बर: श्री बाबा तारा चेरिटेबल अस्पताल द्वारा आज अस्पताल परिसर में सप्ताहिक शनिवार को नेत्र जांच व ऑप्रेशन शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. महिप बांसल व डा. पकंज कटारिया की सहयोगी टीम द्वारा रोगियों की नेत्र जांच की गई। इस बारे में जानकारी देते हुए अस्पताल के प्रवक्ता गुरूराजकरन सिंह ने बताया कि इस शिविर में 170 मरीजों की नेत्र जांच की गई, जबकि 40 मरीजों को मोतियाबिंद के ऑप्रेशन के लिए चयनित किया गया। उन्होंने बताया कि मरीजों के ऑप्रेशन, दवाईयां, काले चश्मे व रात को रहने व खाने-पीने की व्यवस्था भी अस्पताल द्वारा नि:शुल्क व्यवस्था की जाएगी।
समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के जिलाध्यक्ष व लायंस कल्ब सिरसा अमर के चार्टर प्रधान रमेश साहूवाला को गत दिवस श्री अग्रवाल सभा रजि0 द्वारा अग्रसैन जयन्ती पर स्थानीय श्री अग्रवाल सेवा सदन में उन द्वारा की गई समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। यह जानकारी सम्मेलन के पी आर औ विनोद कुमार अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया कि श्री साहूवाला को यह सम्मान हरियाणा के गृह राज्य मंत्री भाई गोपाल काण्डा व हरियाणा कंाग्रेस के प्रतिनिधि श्री गोबिन्द काण्डा व श्री अग्रवाल सभा रजि0 के प्रधान श्री भागीरथ गुप्ता ने प्रदान किया। उन्होनें बताया कि श्री साहूवाला को यह सम्मान मिलने पर श्री इन्द्र कुमार गोयल, सुरेन्द्र कुमार, भीम सेन, योगेश कुमार, विजय गोयल, राज कुमार, वेद गोयल व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने बधाई दी।
श्री साहूवाला ने कहा कि मुझे जो सम्मान श्री अग्रवाल सभा ने दिया है उसके लिए मैं सभा के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करता हूँ और भविष्य में अधिक से अधिक समाज सेवा कार्य करने में रूचि रखँूगा।
सिरसा, 1 अक्तूबर । अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के जिलाध्यक्ष रमेश साहूवाला व हरियाणा पत्रकार संघ के जिला महासचिव अरूण बांसल को गत दिवस श्री अग्रवाल सभा रजि. द्वारा अग्रसैन जयन्ती पर स्थानीय श्री अग्रवाल सेवा सदन में उन द्वारा की गई समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। यह जानकारी सम्मेलन के पीआरओ विनोद कुमार अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया कि श्री साहूवाला व अरूण बांसल को यह सम्मान हरियाणा के गृह राज्य मंत्री भाई गोपाल काण्डा व हरियाणा कंाग्रेस के प्रतिनिधि गोबिन्द काण्डा व श्री अग्रवाल सभा रजि. के प्रधान भागीरथ गुप्ता ने प्रदान किया। उन्होनें बताया कि श्री बांसल व श्री साहूवाला को यह सम्मान मिलने पर इन्द्र कुमार गोयल, सुरेन्द्र कुमार, भीम सेन, योगेश कुमार, विजय गोयल, राज कुमार, वेद गोयल व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने बधाई दी। श्री साहूवाला ने कहा कि मुझे जो सम्मान श्री अग्रवाल सभा ने दिया है, उसके लिए मैं सभा के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करता हूँ और भविष्य में अधिक से अधिक समाज सेवा कार्य करने में रूचि रखूंगा।
रामलीला के द्वारा हम भगवान श्री रामचंद्र जी के आदर्श जीवन से प्रेरणा पाते है
सिरसा, 1 अक्तूबर। गृहराज्यमंत्री गोपाल कांडा के निजी सचिव लक्ष्मण गुर्जर व समाजसेवी तरसेम गोयल ने कहा कि रामलीला के द्वारा हम भगवान श्री रामचंद्र जी के आदर्श जीवन से प्रेरणा पाते है। भगवान श्री रामचंद्र द्वारा दिया गया सुशासन 'रामराज्यÓ आज भी विश्वभर में आदर्श माना जाता है। श्री गुर्जर व गोयल बीती रात निकटवर्ती गांव नटार में रामा ड्रामेटिक कल्ब द्वारा आयोजित रामलीला के उदघाटन अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहें। रामलीला में पहुंचने पर ग्राम सरपंच रणजीत सिंह, मदन लाल, बुटाराम, रामकुमार, राजेंद्र, राजकुमार, विजय यादव व अन्यों ने उनका फुल मालाएं पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर लक्ष्मण गुर्जर व तरसेम गोयल ने रामलीला के आरंभ में पूजा अर्चना करवाई। श्री गुर्जर ने रामलीला मंचन करने वाले कलाकारोंं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि इन नन्हें मुन्ने कलाकारों की बदौलत आज गांव गांव नगर नगर में लोग भगवान रामजी के आदर्शों को जान रहें हैं।
हम तो चले वनवास, हम वनवासी हो गए...
बिज्जूवाली, 1 अक्तूबर ( हेमराज बिरट )। गांव बिज्जूवाली के रामलीला ग्राऊंड में चल रही रामलीला की गत पांचवीं रात्रि का शुभारंभ राजकुमार बिरट ने किया। रामलीला दृश्यों में कलाकारों ने श्रीराम का केकेई महल के अंदर आना, केकेई द्वारा श्रीराम को दशरथ से लिए दो वर भरत को राजतिलक व श्रीराम को वनवास के बारे में बताना, श्रीराम का माता कौशल्या के पास जाना, कौशल्या से वनवास जाने के लिए आज्ञा लेना, सीता और लक्ष्मण का श्रीराम के साथ वनवास में जाने के लिए जिद करना, केकेई द्वारा श्रीराम, सीता व लक्ष्मण को भगवे वस्त्र पहनने के लिए देना, जैसे ही श्रीराम, सीता व लक्ष्मण ने वन जाते समय अपना मुकुट, शाही पोशाक, गहने, आभूषण आदि उतारकर माता केकेई के हाथों में पकड़ाकर और भगवे वस्त्र धारण कर ''राम वनों को जाता री माताÓ, 'हम तो चले वनवास हम वनवासी हो गएÓÓ का गुणगान किया तो पंडाल में बैठे दर्शक अपनी आंखों के बहते पानी को नहीं रोक सके, उसके बाद मंत्री सुमंत के साथ श्रीराम, सीता व लक्ष्मण का अयोध्या से 14 वर्षों के लिए वनवास को जाना, मंत्री सुमंत के अयोध्या में वापिस आने के बाद श्रीराम को साथ में न देखकर दशरथ का प्राण त्यागना, खेवट द्वारा श्रीराम को गंगा नदी पास करवाना, भरत को स्वप्न में अयोध्या को मातम नजर आना, भरत-शत्रुघन की अयोध्या वापसी, माता के केकेई से पिता दशरथ के बारे में पूछना, केकेई द्वारा दशरथ के मरने का कारण व दशरथ से लिए अपने दो वर के बारे में भरत को बताना, भरत द्वारा श्रीराम को अयोध्या वापिस लाने के उद्देश्य से वन जाना, भरत के साथ भाई शुत्रुघन, माता कौशल्या, सुमित्रा, केकेई व मुनि विशिष्ट भी वन जाते समय साथ में थे, भरत द्वारा श्रीराम को अयोध्या में ले जाने के लिए प्रार्थना करना, लेकिन श्रीराम द्वारा माता-पिता की आज्ञा का पालन करते हुए खुशी-खुशी वन में रहने को कहना, भरत द्वारा श्रीराम के खड़ाऊ अपने साथ ले जाना सहित कई दृश्य दिखाए। जिसमें राजेन्द्र आर्य ने राम, संजय छापोला ने सीता, बंसी बिरट ने लक्ष्मण, रोहताश ने दशरथ, राजकुमार ने केकेई व खेवट, राहुल ने सुमित्रा, सुभाष ने कौशल्या, महेन्द्र ने भरत, कालुराम ने शत्रुघन, राकेश ढाल ने मंत्री सुमंत, पवन ने मंथरा व मुनि विशिष्ट तथा विनोद, अरूण ने मंत्रियों की प्रस्तुति दी।
गाय को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए क्यों बेसहारा छोड़ देते हैं...?
बिज्जूवाली, 1 अक्तूबर ( हेमराज बिरट )। गांव बिज्जूवाली में सम्पूर्ण गौमाता रक्षा अभियान के अंतर्गत गौ रक्षा रथ यात्रा आज सुबह गांव की गऊशाला में पहुंची। रथयात्रा का नेतृत्व स्वामी रामभगत जी महाराज (श्री गौमाता शक्ति पीठाधीश्वर) वाले कर रहे थे। उन्होंने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गौमाता पर हो रहे अत्याचार, घटता गौधन, जनसाधारण द्वारा गौ की अनदेखी, गौ दुग्ध के अभाव से स्वास्थ्य पर हो रहे दुष्प्रभाव व भयंकर रोगों की उत्पति का कारण स्पष्ट करते हुए गांव-गांव में गौशालाएं व गौ बाड़े खोलने, घर-घर में गौपालन, नित्य गौ ग्रास का प्रचलन गौधन की विशेताएं व गाय के पंचगव्य औषधियों का प्रयोग कर आरोग्य की प्राप्ति व गौ दुग्ध, गोदधी आदि व गोघृत का समुचित उपयोग करते हुए जनसाधरण को राष्ट्रविकास व गौसेवा हेतु लोगों को प्रेरित करना है। उन्होंने बताया कि रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के अनुसार सभी गौशालाओं को प्रत्येक गाय का प्रतिदिन 25 रूपए के हिसाब से नियमित रूप से अनुदान देने का कानून देश स्तर पर लागू किया जाए, प्रत्येक गांव में गौशाला, गौबाडा़ व गौ सदनों की स्थापना करवाना व गौ चारे के लिए प्रयाप्त भुमि गौशालाओं के नाम करवाना, गौशालाओं व गाय को ग्रामीण अर्थव्यवस्था का केन्द्र संवर्धन के लिए प्रयास करना, सम्पूर्ण राष्ट्र में गौ-हत्या बंदी कानून लागू करवाना एवं गौ-हत्या को मानव हत्या जैसा संज्ञेय अपराध घोषित करवाना, देशी नस्ल की गायों का शंकर प्रजनन बन्द करवाना, पंच गव्य चिकित्सा पद्धति एवं जहर रहित टिकाऊ खेती को बढ़ावा देना, खण्ड स्तर पर गौ रक्षा संघों की स्थापना करवाना सहित अनेक मुख्य उद्देश्य हैं। उन्होंने कहा कि गौमय भारत-''गौÓÓ शब्द भारत में पवित्रता, महानता, श्रद्धा और संस्कृति का प्रतीक है, इसलिए भारत के अनेक पावन सम्बोधन गौ से ही प्रारम्भ होते हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि कुछ लोग तो जब तक गाय दुध देती है, तब तक तो गाय की पूरी सेवा करते हैं, लेकिन जब गाय दुध देना बंद कर देती है, तब उसके बाद गाय को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए क्यों बेसहारा छोड़ देते हैं ? मां कहलाने वाली गाय के प्रति क्या यही हमारी करूणा है। उन्होंने कहा कि समस्त भारतीयों को अपनी पूज्य गौमाता के लिए गौग्रास, 1 रूपया और एक रोटी प्रतिदिन निकालने का संकल्प लेना चाहिए। स्वामी रामभगत जी महाराज ने बताया कि उनकी यह रथ यात्रा 23 सितम्बर को हनुमागढ़ टाऊन से शुरू हुई है, हरियाणा में रथ यात्रा ने डबवाली से गत शाम को प्रवेश किया है, उन्होंने बताया कि गांव बिज्जूवाली के बाद मोटा पन्नीवाला, सिरसा से होती हुई पूरे भारत देश में उनकी यह रथ यात्रा जाएगी। सम्पूर्ण रथ यात्रा में उनके साथ आचार्य ठाकुर गौतम सिंह (पंचगव्य चिकित्सा विशेषज्ञ), स्वामी प्रेमानंद जी लाडवा, रामला बागड़ी व प्रैस सचिव रमेश बराला आदि मौजूद थे।
सिरसा, 1 अक्तूबर। वरिष्ठ नागरिक हमारे माता-पिता के समान तो है ही, इसके साथ-साथ वे हमारे गुरू के समान भी है क्योंकि शिक्षा-दीक्षा, संस्कार व आशीर्वाद से ही हम नए समाज का निर्माण करते हैं। बुजुर्ग समाज व राष्ट्र की धरोहर है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को वरिष्ठ नागरिक का सम्मान करना चाहिए।
यह बात मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेश कुमार सिंघल ने आज स्थानीय शहीद भगत सिंह स्टेडियम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर जिले के वरिष्ठ नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि किसी भी वरिष्ठ नागरिक को किसी तरह की परेशानी है या नि:शुल्क कानूनी जानकारी लेना चाहता है तो वे घर बैठे ही दूरभाष नं.01666-247002 पर संपर्क कर सकता है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे देश में बुजुर्गों की सेवा की गरिमामय परम्परा है। उनकी समुचित देखभाल एवं माता-पिता और वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 के अंतर्गत कानूनी दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2007 में संसद द्वारा पारित उक्त अधिनियम सभी 7 केंद्र शासित प्रदेशों और 23 राज्यों में लागू हो गया है। इस अधिनियम के मुख्य प्रावधान इस प्रकार है। वरिष्ठ नागरिक अर्थात 60 वर्ष की आयु का भारत का कोई नागरिक चाहे वह भारत में रहता हो अथवा नहीं, माता-पिता चाहे उसकी आयु 60 वर्ष से कम हो। बच्चे में वयस्क पुत्र, पुत्री, पौत्र और पौत्री शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक दादा-दादी, नाना-नानी जो अपनी निजी आय से अपना भरण-पोषण करने में असमर्थ हैं अपने बच्चों पर भरण-पोषण का दावा कर सकते हैं। ऐसे वरिष्ठ नागरिक, जिनका कोई बच्चा नहीं है, अपने ऐसे संबंधी पर भरण-पोषण का दावा कर सकते हैं जो वरिष्ठ नागरिक की संपति के आधिपत्य में है या उन्हें वरिष्ठ नागरिकों की संपति विरासत में मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त साधन वाले बच्चों व संबंधियों का यह दायित्व है कि वे माता-पिता की ऐसी आवश्यकताओं की पूर्ति करें ताकि वे सामान्य जीवन जी सके। राज्य सरकारों ने उपमंडल स्तर पर भरण-पोषण न्यायाधिकरण स्थापित किए हैं। वरिष्ठ नागरिक अपने भरण-पोषण के लिए इस न्यायाधिकरण को आवेदन प्रस्तुत कर सकतेहैं। ्र
श्री सिंघल ने कहा कि भरण-पोषण न्यायाधिकरण वरिष्ठ नागरिक को उसके बच्चे, संबंधी द्वारा भरण-पोषण भत्ते के रूप में 10000 रुपए प्रतिमाह राशि का भुगतान करने का आदेश दे सकते हैं। न्यायाधिकरणों को भरण-पोषण संबंधी आवेदन का निर्णय 90 दिन की अवधि के अंदर करना अनिवार्य है। भरण-पोषण न्यायाधिकरण के आदेश के विरूद्ध जिला स्तर के अपीलीय न्यायाधिकरण में अपील दायर की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें जिला समाज कल्याण अधिकारी अथवा समकक्ष अधिकारी को भरण-पोषण अथवा अपीलीय न्यायाधिकरण के समक्ष उनका प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। वरिष्ठ नागरिक का परित्याग करना दंडनीय अपराध है जिसके लिए तीन माह का कारावास अथवा 5000 रुपए तक का जुर्माना अथवा दोनों हो सकते हैं।
इस अवसर पर उपमंडलाधीश (ना.) श्री रोशन लाल ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों की परिपक्वता और विवेकशीलता समाज को प्रेरित करती है। उनके अमूल्य विचार समाज व परिवार की नींव को मजबूत करके एकसूत्र में बांधकर रखते हैं। जीवन के एक पड़ाव में आकर उन्हें भावनात्मक सहारे के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना हमारा सामाजिक दायित्व है। उनके अनुभव, चिंतन और संस्कारों को संरक्षित करते हुए आगामी पीढ़ी को लाभ उठाना चाहिए। हरियाणा सरकार ने इसी सोच के दृष्टिगत प्रदेश के सभी वरिष्ठ नागरिकों का न केवल मान-सम्मान बरकरार रखा है अपितु उन्हें सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान की है।
वरिष्ठ नागरिकों के विकास एवं उत्थान के लिए 13 जुलाई, 2009 को जवाहर लाल सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन योजना का शुभारंभ किया गया, जिसके तहत जिला स्तर पर 150 करोड़ रुपए की लागत से विशेष स्कूल या संस्थान खोलने का निर्णय लिया गया। वर्ष 2011-12 में 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। वृद्धावस्था सम्मान भत्ता 300 रुपए से बढ़कर 500 रुपए प्रतिमास किा गया तथा इसमें प्रतिवर्ष 50 रुपए की वृद्धि होगी। प्रत्येक चार वर्ष बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। पिछले 10 वर्षों से लगातार वृद्धावस्था सम्मान भत्ता का लाभ उठा रहे लाभार्थियों का सम्मान भत्ता 300 रुपए से बढ़ाकर 700 रुपए मासिक कर दिया गया। 1 अपै्रल तक वृद्धावस्था सम्मान भत्ता का लाभ प्राप्त कर रहे लाभपात्रों को 1 अपै्रल 2011 से 550 रुपए प्रतिमास भत्ता की अदायगी की जाएगी। महिलाओं शाल व पुरूषों को पगड़ी व डोगे के लिए 501 रुपए नकद दिए गए। मार्च 2005 से मार्च 2011 तक 3577 करोड़ रुपए वितरित किए गए।
वृद्धावस्था भत्ता को वित्तीय सहायता आदि का वितरण पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से करवाया जा रहा है। वृद्ध व्यक्तियों के कल्याण हेतु प्रत्येक जिले में एक शिकायत निवारण सैल का गठन किया गया। विकास पुत्र एवं युग पुरूष चौधरी बंसीलाल वृद्ध एवं अपंग गृह रेवाड़ी में रह रहे प्रत्येक संवासी को 1000 रुपए मासिक राशन के लिए व 50 रुपए मासिक जेब खर्च के लिए दिए जाते हैं। मार्च 2011 तक 107.36 लाख रुपए व्यय किए गए। गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को मार्च 2011 तक 5051 चश्मे मुफ्त दिए गए। मार्च 2011 तक 4,77,107 वरिष्ठ नागरिकों को पहचान-पत्र जारी किए गए। पहली अक्तूबर 2008 से वरिष्ठ नागरिकों के लिए राज्य पुरस्कार योजना आरंभ की गई, जिसके तहत एक-एक लाख रुपए के पांच अवार्ड नामत: चौ. रणबीर सिंह सैंटीनेरियन अवार्ड, मदन टैरेसा अवार्ड, सरदार बल्लभ भाई पटेल करेज एंड ब्रेवरी अवार्ड, महात्मा ज्योतिबा फूले लाईफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड तथा महात्मा गांधी पंचायत अवार्ड दिए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सोलह जिलों में 26 मार्च 2010 से पेंशनधारकों को पेंशन का अवांटन बायोमैट्रिक कार्ड द्वारा बैंकों के माध्यम से आरंभ किया गया है। शेष पांच जिलों में मई 2011 से पेंशन का आवंटन बायोमैट्रिक कार्ड द्वारा आरंभ कर दी गई है। प्रदेश के गांवों एवं सभी शहरी संपदा क्षेत्रों में सीनियर सिटीजन क्लब स्थापित करने की योजना बनाई गई है। मार्च 2011 तक 316 गांवों एवं 12 शहरी संपदा क्षेत्र में यह क्लब स्थापित किए गए। वरिष्ठ महिला नागरिकों को राजय परिवहन की बसों में 50 प्रतिशत किराए की छूट दी गई है। 60 वर्ष से अधिक आयु के भूतपूर्व सैनिकों तथा उनकी विधवाओं को जो कोई भी पेंशन प्राप्त नहीं कर रहे हैं से दी जा रही वित्तीय सहायता 24 अगस्त 2009 से 600 रुए से बढ़ाकर 1000 रुपए प्रतिमाह की गई है। 21 जुलाई 2009 से बुजुर्गों के लिए आवास बोर्ड हरियाणा के मकानों की अलाटमेंट में 2 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी जो बुराइयों जैसे नशाखोरी, आवारागर्दी आदि की तरफ जा रही है। हम सब वरिष्ठ नागरिकों को संकल्प लेना चाहिए कि ऐसी युवा पीढ़ी को इन बुराइयों की तरफ बढऩे से रोके।
इस मौके पर एडवोकेट विक्रम सिंह, अजीत कालड़ा, सुभाष सेठी, वरिष्ठ नागरिक आरपी सेठी, करनैल सिंह ने भी वरिष्ठ नागरिकों को सम्बोधित किया और अपने अधिकारों तथा कानूनी पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर जिला समाज कल्याण अधिकारी अश्विनी मैदान, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी वीना शर्मा, सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री आत्माराम, रोजी कटारिया, सेवानिवृत तहसीलदार हरबंस लाल, डा. नीलू चुघ, साहिल कटारिया, सुभाष मोंगा, ओमप्रकाश, विजय कुमार, सुखविंद्र, रवि मेहता, दलीप बिश्रोई, दलीप खेड़ी, पवन, सावित्री, गुरदीप सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में जिले के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस को जिले में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। 100 मीटर दौड़ में वरिष्ठ नागरिक श्री लालचंद गोदारा प्रथम, चंद्रमोहन तथा ओपी जाखड़ द्वितीय जबकि बलवीर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी तरह गोला फेंक प्रतियोगिता में वरिष्ठ नागरिक श्री रघुबीर सिंह प्रथम जिसमें 8.24 मीटर गोला फेंका जबकि श्री लालचंद गोदारा ने 7.54 मीटर गोला फेंककर दूसरा स्थान प्राप्त किया तथा 7.10 मीटर गोला फेंक कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी तरह म्यूजिक चेयर रेस प्रतियोगिता में के.सी. बिश्रोई प्रथम, सुंदर कुमार द्वितीय तथा पृथ्वीराज ने तृतीय स्थान पाया। इस मौके पर उपमंडलाधीश (ना.) श्री रोशन लाल ने विजेता प्रतिभागियों तथा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिन वरिष्ठ नागरिकों ने परेड में भाग लिया था उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
सरकारी योजना के तहत शुरू की गई हरियाणा की पहली वैन
सिरसा, 1 अक्तूबर। विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर 40 लाख रुपए की लागत से खरीदी गई रक्त वाहिनी नामक मोबाइल वैन का सिरसा के अतिरिक्त उपायुक्त श्री डी.के. बेहरा ने गांव झोरडऩाली में उद्घाटन किया। इस वैन में ही पहली बार रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। सिरसा में शुरू होने वाली रक्तदान के लिए यह मोबाइल वैन सरकारी योजना के तहत शुरू की गई हरियाणा की पहली वैन है। यह रक्त वाहिनी नामक मोबाइल वैन जिला में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत खरीदी गई है।
अतिरिक्त उपायुक्त श्री डी.के. बेहरा ने बताया कि इस वातानुकूलित मोबाइल वैन में रक्तदान के लिए चार कुर्सियां हैं जिसमें एक समय में चार व्यक्ति रक्तदान कर सकते हैं। सभी चिकित्सीय व चिकित्सीय जांच से संबंधित सुविधाओं से सुसज्जित इस वैन में डॉक्टरों की चार सदस्यीय टीम की भी बैठने की व्यवस्था है जब भी रक्तदान के लिए यह मोबाइल वैन एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचेगी तो डॉक्टरों की यह टीम उसमें तैनात रहेगी। इस टीम में एक डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट और लैब टैक्नीशियन शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि इस वैन में रक्तदाताओं के विश्राम करने के साथ-साथ रक्तदान के बाद फलाहार व अन्य खाद्य सामग्री रखने की भी पूरी व्यवस्था बनाई गई है। रक्तदान से पूर्व रक्तदाता की जांच से संबंधित सभी प्रकार के चिकित्सीय उपकरणों की भी व्यवस्था की गई है। इन उपकरणों में स्पीग्मो-मैनोमीटर तथा रक्त जांच से संबंधित उपकरण भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस रक्त वाहिनी नामक मोबाइल वैन से किसी भी मौसम में रक्तदान शिविर आयोजित कर रक्त एकत्रित किया जा सकता है क्योंकि गर्मी, सर्दी, बरसात व किसी भी मौसम में इस रक्त वाहिनी में रक्तदान करने की पूरी व्यवस्था है। रक्त वाहिनी जिला के दूर-दराज व किसी भी क्षेत्र में स्वैच्छिक रक्तदान करने वाले लोगों के बुलावे पर पहुंचेगी।
उन्होंने बताया कि स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में सिरसा जिला का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमका है। सिरसा जिला में रक्त का एकत्रितकरण जिला की कुल मांग से भी चार गुणा अधिक होता है। इस रक्त से हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़ के जरूरतमंद मरीजों की आवश्यकता के लिए नियमित पूर्ति की जाती है। जिला में लगभग प्रतिवर्ष 18 हजार यूनिट रक्त की मांग है जबकि औसतन प्रतिवर्ष 80 हजार यूनिट तक रक्त एकत्रित किया जाता है। रक्तदान के मामले में सिरसा का नाम गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है। रक्तदान के क्षेत्र में सिरसा जिला का नाम रोशन करने में सिरसा के जुझारू उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया का विशेष योगदान है। डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया जो इंडियन सोसायटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन इम्यूनोहीमोटोलॉजी के राष्ट्रीय लेवल के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि सिरसा में रक्तदान के लिए बेवसाइट भी तैयार की गई है जिसमें सवा लाख से भी अधिक स्वैच्छिक रक्तदाताओं के पूरे पते सहित नाम शामिल किए गए हैं। यह स्वैच्छिक रक्तदाता देश में किसी भी व्यक्ति को रक्त की जरूरत पडऩे पर रक्तदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
गांव झोरडऩाली से शुरू की गई इस रक्त वाहिनी मोबाइल वैन में पहले दिन 31 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। यह रक्तदान शिविर स्थानीय राजकीय महाद्यिालय के प्राध्यापक आर.सी. लिम्बा की माता की दूसरी बरसी के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर लक्ष्मण राम नंबरदार, बीडीपीओ सुखदेव शर्मा, उपमंडलाधिकारी पंचायती राज एमआर जाखड़, भाल सिंह पटवारी, परमजीत, बलदेव लिम्बा, पूर्व सरपंच कश्मीर सिंह, पृथ्वी सिंह किरोड़ी, मनजीत सिंह व अन्य लोग शामिल थे।
मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा में चहुंमुखी विकास हुआ है
सिरसा, 1 अक्तूबर। हिसार उप-चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाकर जनता एक बार फिर सिद्ध कर देगी की आज भी हरियाणा के मुख्यमंत्री नं. 1 है। मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा में चहुंमुखी विकास हुआ है। विपक्ष चाहे जीतना भी जोर लगा ले लकिन जीत हमेशा उसकी ही हुई जिसने जनता का हित किया है। ये बात कांगे्रस के जिला प्रधान मलकीत सिंह खोसा ने हिसार उपचनाव में कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कही।
खोसा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी कार्यशैली के चलते हरियाणा को किसी भी चीज में कम नहीं रखा चाहे वह उद्योग हो, किसानों के विकास की बात हो या फिर आयात निर्यात का मुद्दा, सभी में आज हरियाणा नं-1 पर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में हरियाणा को अन्य प्रदेशों में से सबसे ऊंचा रखकर एक मिसाल कायम की है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र ङ्क्षसह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा पूरी तरह से खुशहाल है। आज पूरे प्रदेश में बिजली, पानी आदि जैसी बड़ी अनेक समस्याओं को जड़ से खत्म किया हैऔर कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया है। उन्होंने कानून व्यवस्था के सुधार का जिक्र करते हूए कहा कि मौजूदा हुड्डा सरकार ने विरासत में मिली बिखरी कानून व्यवस्था को पूर्ण रूप से व्यवस्थित करने का बड़ा सहरानीय काम किया है।
खोसा ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार आम आदमी के हित के लिए कटिबद्ध है और सबको शिक्षा, सबको काम की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास हो रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 36 बिरादरी के कल्याण के लिए योजनाएं लागू की गई है और किसानों, अनुसूचित जाति और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले सभी वर्गों के लिए स्वास्थ्य एवं शिक्षा संबंधी सुविधाओं पर विशेष बल दिया गया है।
खोसा ने कहा कि हुड्डा ने 36 बिरादरी के कल्याण के लिए जो कार्य किए हैं उनका प्रदेश की जनता पूरा लाभ उठा रही है तथा जनता के एक जनसेवक के रुप में कार्य कर रहे हैं एवं हरियाणा के विकास का नया आयाम तय किया है।
हरियाणा में हुआ विकास कांग्रेस की हिसार उपचुनाव में जीत पक्की करता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ नोरेबाजी के इलावा कुछ नहीं कर सकता क्योकि उन्हें पता है कि जीत कांग्रेस की ही होनी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की राजनीति का इतिहास इस बात का गवाह कि हुड्डा पहले कोई भी मुख्यमंत्री लगातार दोवारा मुख्यमंत्री बना। ये विकास की गंगा ही है जो हुड्डा सरकार ने बहाई और आगे भी हरियाणा को बड़ स्तर पर विकसित करने का मुख्यमंत्री का प्रयास है।
कांग्रेस ने हमेशा ही झूठ व स्वार्थ की राजनीति करके सत्ता हासिल की है
सिरसा, 1अक्तूबर। कांग्रेस ने हमेशा ही झूठ व स्वार्थ की राजनीति करके सत्ता हासिल की है। उसको प्रदेश की जनता से कोई लेना-देना नहीं है। प्रदेश से अब कांग्रेस का सफाया निश्चित है क्योंकि किसानों व गरीब जनता को अब यह अहसास हो गया है कि उनके हित इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के हाथों में ही सुरक्षित हैं। उक्त शब्द इनेलो नेता जीतराम खन्ना ने इनेलो कार्यालय में उपस्थित लोगों को हिसार उपचुनाव में इनेलो उम्मीदवार डा. अजय सिंह चौटाला को भारी मतों विजय बनाने की अपील करते हुए कहे।
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सरकार से आज जन-जन दुखी है। कांग्रेस सरकार किसी भी वर्ग की हितैषी नहीं बन सकती।
खन्ना ने पार्टी में शामिल हुए लोगों को आश्वासन दिया कि उन्हें इनेलो पार्टी में हर पुराने कार्यकर्त्ताओं की तरह पूरा मान-सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि आज सरकार के पास सरकारी कर्मचारियों, सरपंचों, नम्बरदारों, चौकीदारों व वृद्धावस्था पेंशन देने के लिए खजाने में पैसा तक नहीं है। क्या ऐसी सरकार जनता की हितैषी हो सकती है। उन्होंने कहा है कि आज जनता का रुख इनेलो की ओर तेजी से बढ़ रहा है। हिसार उपचुनाव में इनेलो रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेगी। आज विकास व नौकरियों का 85 प्रतिशत हिस्सा रोहतक क्षेत्र के लोगों को देकर अन्य जिलों के साथ धोखा किया जा रहा है। आज जनता कांग्रेस को सत्ता सौंप कर पछता रही है।
गुम्बर ने कहा कि इनेलो कांग्रेस की जनविरोधी नीति को लागू नहीं होने देगी और प्रदेश की जनता से हो रहे शोषण का गिन-गिन कर बदला लेगी।
पुलिस समाचार
सिरसा ,1अक्तूबर:ऐलनाबाद थाना पुलिस ने 23अगस्त को गांव मैनाखेंड़ा क्षेत्र में एक व्यक्ति से मारपीट करने व जान से मारने धमकी देने के आरोप में घटना के पांचो ओरापियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। पकड़े गए व्यक्ति में कुलवन्त पुत्र जगतार सिंह निवासी रानिया, बहादर पुत्र बुटटा सिंह निवासी अमृतसर कंला,लखविन्द्र सिंह पुत्र निरंजन सिंह निवासी रानिया, गुरजीत पुत्र हरभजन सिंह निवासी प्रतापनगर व कुलदीप पुत्र हरजीत सिंह निवासी नगराना थेड़ जिला सिरसा के नाम शामिल हैं। पुलिस ने गिरफ्तार कि ए लोगों से बारदात में प्रयुक्त दोनों मोटरसाइकिल भी बरामद कर लिए हैं। इस संबध में गांव ढाणी सतनाम सिंह निवासी हरविन्द्र ङ्क्षसह जोकि गांव मैनाखेड़ा में मोटर वाईडिग़ का काम करता हैं कि शिकायत पर भादसं की धारा 147/148,149,323व 506 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस को दर्ज करवाई शिकायत में दुकान संचालक हरविन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि उपरोक्त सभी आरोपी गांव मैनाखेड़ा में स्थित उसकी दुकान पर आए और मारपीट की तथा जान से मारने की धमकी दी।
जिला की ओढ़ा थाना पुलिस ने डबवाली अदालत के निर्देश पर दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं। शिकायत कर्ता कुलविन्द्र कौर पुत्री तेजा सिंह निवासी सालमखेड़ा ने अपने पति सोनू व सास गोमती पत्नी दिवानचन्द निवासी आजमगढ़ जिला फिरोजपुर, पंजाब पर दहेज के लिए प्रताडि़त करने, मारपीट करने तथा जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया हैं। ओढ़ा पुलिस ने इस संबध में भादस: की धारा 323,406,498ए,504,506व 34 के तहत मामला दर्ज कर सहायक उपनिरिक्षक कश्मीरी लाल को जंाच सौप दी हैं।
दहेज प्रताडऩा के एक अन्य मामले में रानिया पुलिस ने छ: लोगों के विरूद्ध अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं। शिकायत कर्ता मन्जू देवी पुत्री मुखराम निवासी मत्तूवाला ने अपने पति रामकुमार देवर रमेश व संदीप सास रोशनीदेवी व ननद द्रोपती निवासी किशनपुरा जिला हनुमानगढ़ व एकअन्य रिश्तेदार बलवीर पुत्र बदरी निवासी खाट जिला हनुमानगढ़ के विरूद्ध दहेज के लिए प्रताडि़त करने मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया हैं। रानिया पुलिस ने इस संबध में भादस: की धारा 323,406,498ए,,506 के तहत मामला दर्ज कर जांच का जिम्मा जीवननगर पुलिस चौकी प्रभारी सहायक उपनिरिक्षक शिवनारायण को सौंप दिया हैं।
दहेज प्रताडऩा के एक अन्य मामले में रानिया पुलिस ने ऐलनाबाद अदालत के निर्देश पर तीन लोगों के विरूद्ध भादस:की धारा 323,406,498ए,,506 के तहत मामर्ला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं। शिकायत कर्ता दर्शना पुत्री मूलचन्द्र निवासी गोविन्दपुरा ने अपने पति अजयपाल ससूर चूतरा राम व सास लूणीदेवी निवासी श्यामगढ़ के विरूद्ध दहेज के लिए प्रताडि़त करने ,मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया हैं।
राम लीला के चौथे दिन परशुराम संवाद हुआ
सिरसा, 1 अक्तूबर। राम लीला के चौथे दिन परशुराम संवाद हुआ। जब भगवान राम शिव धनुष तोड़ते है तो परशुराम धनुष टुटने पर कहते है- ऐ राजा जनक जल्दी बतला, ये धनुआ किसने तोड़ा है। किसने इस भरे स्वयंवर में सीता से नाता जोड़ा है। जल्दी बतला वरना सब उल्ट पुल्ट कर डालूंगा। जितना भी तेरा राज पृथ्वी पर है सब उथल-पुथल कर डालूंगा।
तभी लक्ष्मण क्रोध में आ जात है और कहते है- महाराज।। महाराज तपस्वी बहा्राण है इसलिए मुझे कुछ कहना है। ये गहना नहीं बहा्राणों का जो श्रीमान ने पहना है। ये गहना राजपुतों का जो पहना जाता है रण में। अपराध क्ष्मा हो महामुनि थोड़ी शांति चाहिए बहा्राण में।।
तभी भगवान राम उठते है और लक्ष्मण को शांत करते है और भगवान परशुराम को कहते है- शिव काधनुष तोडऩे वाला कोई शिव का प्यारा ही होगा। जिसने यह अपराध किया वह दा तुम्हारा ही होगा।।
ये सब सुन कर भगवान परशुराम अपने धनुष पर बाण चढ़ाने को कहते है। तभी राम उनके धनुष पर बाण चढ़ाते और कहते है ये लीजिए।
तभी परशुराम समझ जाते है कि ये भगवान विष्णु का ही रूप है। जैसे ये दृष्य सामने आता है वैसे ही रामलीला मैदान में बैठे लागों ने श्रीराम का जयकारा लगाने शुरू कर दिया। इसके उपरांत मुनि विश्वामित्र ने राजा जनक से कहा कि आप आयोध्या के राजा दशरथ को बारात लेके आने का सन्देश भेजे। गौरतलब है कि वृंदावन से आए पद्मश्री हरगोबिंद जी महाराज के नेतृत्व में 40 कालाकारों की टीम इस रामलीला का मंचन कर रही है जिसमें भगवान राम किरदार मुकेश कुमार पिछले 12 सालों से कर रहे है।
रामलीला की सर्थकता तभी सिद्ध होगी जब हम रामायण में बताई गईं आदर्शवादी बातों को अपने जीवन में शामिल करेंगे
सिरसा। रामलीला की सर्थकता तभी सिद्ध होगी जब हम रामायण में बताई गईं आदर्शवादी बातों को अपने जीवन में शामिल करेंगे। जिस प्रकार रामायण में प्रभु श्री राम चंद्र जी ने अहंकारी रावण का वध करके बुराई पर अच्छाई की विजय पाई थी उसी प्रकार आज हमें समाज में फैली बुराईयों का सर्वनाश करना होगा। तभी हम कलयुग में सतयुग ला सकते हैं। यह बातें गत रात्रि नेहरू पार्क में आयोजित की जा रही रामलीला में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा ने बतौर मुख्यअतिथि लोगों से कही। इस मौके पर उनके साथ हरीश सोनी, संत लाल गुंबर, भोला जैन, रामा चैरीटेबल क्लब के प्रधान अश्वनी बठला, कोषाध्यक्ष सुरेश अनेजा, सचिव गुलशन गाबा, डॉ. अशोक गुप्ता, विशंभर चुग, दिनेश वधवा, संतोष तनेजा, भूषण वसूजा, रमेश अनेजा, ओम प्रकाश, राजीव पारीक सहित ट्रस्ट के सभी सदस्य भी मौजूद थे। कार्यक्रम में पहुंचने पर श्री शर्मा का स्मृति चिन्ह भेंट करके स्वागत किया गया। उल्लेखनीय है कि नेहरू पार्क के रामलीला मैदान में मर्यादा पुरुषोतम भगवान राम के जीवनचरित्र पर आधारित रामलीला व दशहरा महोत्सव का 62वां सबसे विशाल मंचन श्री रामा क्लब चैरीटेबल ट्रस्ट की ओर से बड़े उत्साह एवं हर्षोंल्लास के साथ किया जा रहा है। इस रामलीला में उत्तर प्रदेश के वृंदावन से खासतौर पर पधारे सुप्रसिद्ध पद्म श्री विभूषित, विश्वविख्यात स्वामी हरिगोबिंद जी महाराज द्वारा निर्देशित श्री रामलीला का मंचन किया जा रहा है। रामलीला मंचन के दौरान हरिगोबिंद मंडल के सदस्यों द्वारा श्री राम चंद्र जी द्वारा सीता स्वंयवर के दौरान तौड़े गए भगवान परशुराम के धनुष बाण के बाद लक्ष्मण व परशुराम के बीच हुई नौंक-झौंक का मंचन बड़े ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया। मंचन के दौरान दिखाया गया कि किस प्रकार भगवान परशुराम शिव धनुष टूटने से क्रोधित हो गए व भरी सभा में लक्ष्मण व उनके बीच क्षत्रिय व ब्राह्मण वंश की वीरता को लेकर वाकयुद्ध हुआ। इस बीच श्री राम चंद्र जी आए और क्रोधित परशुराम जी को शांत करवाया। रामलीला महोत्सव में आए सैकड़ों लोगों ने मंच के कलाकारों द्वारा सजीव ढंग से पेश की जा रही राम की लीलाओं का जमकर लुत्फ उठाया।
ज्योति भीतर की जले, मंजिल मुक्ति की मिले: मुनि श्री अर्हत् कुमार
सिरसा, 1 अक्तूबर। संसार में जितने भी सुयोग हैं वो वियोग के लिए हैं। व्यक्ति की आत्मा की मात्र उसकी साथी है, इसलिए वह केवलज्ञान दर्शन के लिए एकत्व की प्रेक्षा करे व अपनी आत्मा में रमन कर सुख-दुख में सम रहने का प्रयास करे। यह उद्गार आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री अर्हत् कुमार जी ने भादरा बाजार स्थित तेरापंथ जैन सभा में धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने 'एकला चला रेÓ का महत्व बताते हुए कहा कि मानव संसार में अकेला आता है और अकेला इस संसार से रवाना हो जाता है। अपने कर्मों का कर्ता वह स्वयं ही होता है और यही कारण है कि इसी के अनुरूप सुख-दुख को भोगता है। यह सब कुछ जानते हुए वह अपनी आत्मा को एकत्व से भावित नहीं करता और वियोग की स्थिति आने पर वह अपने मानसिक संतुलन का स्थायित्व नहीं रख पाता व अपनी जीवनलीला को समाप्त करने जैसा कायरता भरा कदम उठा लेता है। व्यक्ति चिंतन करे सुख तो दीवार पर रंग की तरह है जो कि एक बरसात में धुल जाता है, बाकि तो दुख ही दुख है। सुख में वह अधिक प्रसन्न न हो और दुख में निराशाओं की बेडिय़ों में खुद को जकड़े नहीं। हम ज्यादा किसी पर भरोसा नहीं करें, देह भी अपनी नहीं है तो संसार में कोई अपना कैसा हो सकता है?
इस अवसर पर बोलते हुए सहयोगी संत मुनि श्री भरत कुमार जी ने कहा कि मानव में जब तक अज्ञान का अंधेरा रहेगा, तब तक वह दु:ख के घेरे में रहेगा। मानव भौतकवादी मनोवृत्ति का त्याग कर धर्म में आसक्त होगा, तभी वह स्वयं के लिए कल्याण के मार्ग का अनवेक्षक बन पाएगा। अन्यथा वह अनेक योनियों में भटकता ही रहेगा।
शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान की छात्राओं ने दी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि
सिरसा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर आज शाह सतनाम जी गल्र्स शिक्षण संस्थान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यातिथि के रूप में कॉलेज प्राचार्या श्रीमती शीला पूनिया ने शिरकत की, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता उपप्राचार्या अर्पित इन्सां ने की। कॉलेज की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कविता, ग्रुप डांस, ग्रुप सांग व कोरियोग्राफी के माध्यम से महात्मा गांधी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर कॉलेज प्राचार्या श्रीमती शीला पूनिया ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य एवं अहिंसा के बल पर देश को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि आज भी महात्मा गांधी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं, जिसका जीता-जागता उदाहरण वर्तमान में अन्नाहजारे द्वारा चलाया गया अहिंसात्मक आंदोलन था, जिसके साथ पूरा देश ही जुड़ गया था।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रा अलीशा ने अपने भाषण के माध्यम से महात्मा गांधी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। छात्रा अश्मिता ने 'क्षमा करो बापू जीÓ कविता के माध्यम से अपने भाव प्रस्तुत किये। इस अवसर पर आयोजित प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता में रिंपल, जसवीर, रणजीत इत्यादि छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर छात्राओं ने 'सावरमती के संत तुने कर दिया कमालÓ गीत पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। छात्राएं नवजोत, मीना, पूजा, गुरप्रीत व ज्योति ने महात्मा गांधी पर आधारित देशभक्ति कोरियोग्राफी प्रस्तुत कर खूब वाहावाही लूटी। इस अवसर पर फैन्सी ड्रैस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान की नन्हीं छात्राएं विभिन्न देशभक्तों की वेशभूषा पहनकर मंच पर उतरी। कार्यक्रम में एंकर की भूमिका इन्द्रज्योत व मेघा ने बखूबी निभाई।
इस मौके पर प्राध्यापिका गुंजन, उर्मल शर्मा, नैना, हीना, दीपिका, रजनी, अंजू शर्मा, सोनिका, नीरा सक्सेना सहित संस्थान के अनेक अध्यापक व प्राध्यापक उपस्थित थे।
30 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित
मानवता भलाई कार्यों में अग्रणी डेरा सच्चा सौदा: कस्तूर इन्सा
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग द्वारा हर माह जरूरतमंदों को दिये जाने वाले राशन की कड़ी में शनिवार को फूड बैंक के माध्यम से 30 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए ब्लॉक के भंगीदास कस्तूर इन्सां ने बताया कि आज प्रात: एलआईसी बिल्डिंग के पीछे स्थित फूड बैंक में सर्वप्रथम नामचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें कविराज भाईयों ने अरदास बोलकर नामचर्चा की शुरूआत की। नामचर्चा की समाप्ति के बाद शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग सरसा द्वारा स्थापित फूड बंैक के माध्यम से 30 जरूरतमंद परिवारों को राशन घरेलू सामान जैसे आटा, दाल, चीनी, चायपत्ती, चावल इत्यादि सामान वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के पूज्य हजूर पिता संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन पे्ररणा पर चलते हुए साध-संगत द्वारा सप्ताह में एक दिन भूखा रहकर उस दिन का बचा हुआ राशन फूड बैंक में जमा करवाया जाता है तथा एक माह बाद यह राशन जरूरतमंद परिवारों को वितरित किया जाता है। उन्होंने बताया कि साध-संगत हमेशा मानवता की सेवा को समर्पित रहती है और पूज्य गुरु जी के आह्वान पर मानवता की सेवा में बढ-चढ़कर कार्य करती है। उन्होंने बताया कि चाहे पौधारोपण, रक्तदान, सफाई अभियान, देहदान, अंगदान हो, हर क्षेत्र में डेरा सच्चा सौदा ने अनूठी पहल करते हुए मिसाल कायम की है।
इस मौके पर सात प्रेमी जीत इन्सां, राकेश इन्सां, सुरेन्द्र छाबड़ा इन्सां, सुरेन्द्र ठकराल इन्सां, सुरेश इन्सां, ओमप्रकाश इन्सां, अंगूरी लाल इन्सां, मदन लाल इन्सां, हरीकृष्ण इन्सां, विजय कुक्कड़ इन्सां, सतीश कुमार इन्सां, मनोहर लाल इन्सां, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग की सदस्या प्रवीण इन्सां, वीना इन्सां सहित अनेक सेवादार उपस्थित थे।
श्री राम नाटक रेलवे क्लब के मंच पर शुक्रवार रात संतोषी माता की झांकी निकाली गई
मंडी डबवाली.-श्री राम नाटक रेलवे क्लब के मंच पर शुक्रवार रात संतोषी माता की झांकी निकाली गई। इस मौके पर लायंस क्लब संगठन के प्रांतीय सचिव सतीश जग्गा, प्रोपर्टी डीलर एसोसिएशन के प्रधान बलदेव सिंह मांगेआना, पार्षद जगदीप सूर्या व इनेलो ेनता सुखविंद्र सिंह जापानी ने पूजन करवाया।
यह जानकारी देते हुए पुरूषोत्तम ग्रोवर व गोवर्धन दास गोयल ने बताया कि झांकी के उपरांत श्री राम का बनवास जाना, आयोध्या वासियों द्वारा नम आंखों से विदाई, खेवट द्वारा नदी पार करवाना व पुत्र वियोग में दशरथ की मृत्यु के दृश्यों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। रामलीला के मंच पर चंडीगढ़ के काली मां डांस ग्रुप व एक छोटी बच्ची पूजा के डांस को दर्शकों ने खूब सराहा। हास्य कलाकर पवन जिंदल व अमरजीत भट्टी ने रोबोट हास्य नाटिका प्रस्तुत कर दर्शकों को लोटपोट कर दिया। खेवट का रोल क्लब के डायरैक्टर प्रेम बहल ने बड़े ही प्रभावी तरीके से निभाया।
संकल्प पूर्ति के लिए पिछले 22 वर्षों से खड़ा है डॉक्टर कम लैक्चरार
डबवाली (डॉ सुखपाल सिंह ) पिछले 22 वर्षों से खड़ा एक हनुमान भगत गत दिवस डबवाली शहर को अलविदा कहकर अपनी आगे की यात्रा पर निकल गए। डबवाली शहर की बठिंडा रोड पर स्थित बलदेव ट्रैक्टर वक्र्स शॉप के मालिक व उनके सेवक मिस्त्री बलदेव सिंह बताया कि यह हनुमान भक्त पिछले 22 वर्षों से चारपाई पर सोया नहीं है और न ही कभी बैठा है। उन्होंने बताया कि यह हनुमान भक्त अपने बीते समय में प्रोफेसर रह चुके है और इन्होंने एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की हुई है।
इस बारे में जब हनुमान भक्त से हमारे संवादाता ने पूछा तो उन्होंने बताया कि उनका पूरा नाम डॉ. हाकम अनमोलक दास है और उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री के साथ डबल एमएससी पास डॉक्टर कम लैक्चरार है व साढे तीन वर्ष तक सीबीआई को भी अपनी सेवाएं दे चुके है। डॉक्टर से एक साधु का रूप धारण करने के पीछे क्या कारण था उसे बताते हुए कहा कि वह चितौडग़ढ (राजस्थान) शहर से 25 किलोमीटर दूरी पर उद्यपूर हाईवे पर स्थित गोरा जी का गांव निम्बाहेड़ा के समीप स्थित फैक्ट्री श्री गणपति फर्टीलाईजर्स के बाहर एक वह करीब 20 खड़े रहे। उन्होंने बताया कि श्री गणपति फर्टीलाईजर्स की स्थापना के समय फैक्ट्री के मालिक आरके जोशी ने इस हनुमान भक्त को हाथ में गंगा जल देकर संकल्प दिलवाया था कि वह फैक्ट्री के बाहर 108 फीट ऊंचा व 5 मंजिला हनुमान जी का मंदिर बनवाएगा। तब तक वह यहां खड़ा रहे। इस प्रकार संकल्प दिलवाने के वादे के बाद फैक्ट्री खुली और हानि उठाने के बाद उस फैक्ट्री का मालिक भी बदल गया। साथ ही वह संकल्प दिलवाने वाला आरके जोशी भी वहां से चला गया। लेकिन उस वक्त से उन्होंने अपने संकल्प की लाज रखी और आज भी अपने संकल्प पर अडिग़ है। उन्होंने बताया कि उनका जन्म 1933 में पटियाला में हुआ था। राजेंद्र मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद सीबीआई में सैकिंड डायरैक्टर एचआर शर्मा के अधीन 3 वर्ष तक कार्य किया।
सेवादास का का कहना है की उनका सकंल्प अटूट है। तब तक उस स्थान पर हनुमान मंदिर नहीं बन जाता मैं खड़ा ही रहूंगा। अपने संकल्प को पूरा करने के कारण उनके पैर बुरी तरह से जख्मी हो चुके तथा घुटनों तक सड़ चुके है व पट्टीयां बंधी हुई है। पेशे से डाक्टर रह चुके सेवादास उर्फ अनमोलक दास ने बताया कि वह स्वयं ही एन्टीबायोटिक इंजेक्शन स्वयं ही लगा लगते है। इंजेक्शन लगाते समय भी वे खड़े ही रहते है।
उन्होंने बताया वह गत दिनों ही डबवाली शहर में अपने सेवक के यहां आए और उसकी वक्र्स शॉप के बाहर रखे तेल के ड्रम पर अपना सीना रखकर सोते है व अपना प्रत्येक कार्य स्वयं करते है। इस वक्त की स्थिती देखकर एक बारगी तो किसी का भी मन द्रवित हो जाता है और उसके मन में यहीं सवाल आता है कि इतना पढ़ा लिखा डॉक्टर आज अपना संकल्प निभाने के लिए इतनी पीड़ा उठा रहा है और संकल्प दिलवाने वाला आरके जोशी अपनी हवेली में आराम से जीवन बीता रहा है। क्या यहीं इंसानियत है कि वादा करके तोड़ दें?
नेत्र जांच व ऑप्रेशन शिविर का आयोजन किया गया
सिरसा 01 अक्तूबर सितम्बर: श्री बाबा तारा चेरिटेबल अस्पताल द्वारा आज अस्पताल परिसर में सप्ताहिक शनिवार को नेत्र जांच व ऑप्रेशन शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. महिप बांसल व डा. पकंज कटारिया की सहयोगी टीम द्वारा रोगियों की नेत्र जांच की गई। इस बारे में जानकारी देते हुए अस्पताल के प्रवक्ता गुरूराजकरन सिंह ने बताया कि इस शिविर में 170 मरीजों की नेत्र जांच की गई, जबकि 40 मरीजों को मोतियाबिंद के ऑप्रेशन के लिए चयनित किया गया। उन्होंने बताया कि मरीजों के ऑप्रेशन, दवाईयां, काले चश्मे व रात को रहने व खाने-पीने की व्यवस्था भी अस्पताल द्वारा नि:शुल्क व्यवस्था की जाएगी।
समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के जिलाध्यक्ष व लायंस कल्ब सिरसा अमर के चार्टर प्रधान रमेश साहूवाला को गत दिवस श्री अग्रवाल सभा रजि0 द्वारा अग्रसैन जयन्ती पर स्थानीय श्री अग्रवाल सेवा सदन में उन द्वारा की गई समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। यह जानकारी सम्मेलन के पी आर औ विनोद कुमार अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया कि श्री साहूवाला को यह सम्मान हरियाणा के गृह राज्य मंत्री भाई गोपाल काण्डा व हरियाणा कंाग्रेस के प्रतिनिधि श्री गोबिन्द काण्डा व श्री अग्रवाल सभा रजि0 के प्रधान श्री भागीरथ गुप्ता ने प्रदान किया। उन्होनें बताया कि श्री साहूवाला को यह सम्मान मिलने पर श्री इन्द्र कुमार गोयल, सुरेन्द्र कुमार, भीम सेन, योगेश कुमार, विजय गोयल, राज कुमार, वेद गोयल व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने बधाई दी।
श्री साहूवाला ने कहा कि मुझे जो सम्मान श्री अग्रवाल सभा ने दिया है उसके लिए मैं सभा के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करता हूँ और भविष्य में अधिक से अधिक समाज सेवा कार्य करने में रूचि रखँूगा।
सिरसा, 1 अक्तूबर । अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के जिलाध्यक्ष रमेश साहूवाला व हरियाणा पत्रकार संघ के जिला महासचिव अरूण बांसल को गत दिवस श्री अग्रवाल सभा रजि. द्वारा अग्रसैन जयन्ती पर स्थानीय श्री अग्रवाल सेवा सदन में उन द्वारा की गई समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। यह जानकारी सम्मेलन के पीआरओ विनोद कुमार अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया कि श्री साहूवाला व अरूण बांसल को यह सम्मान हरियाणा के गृह राज्य मंत्री भाई गोपाल काण्डा व हरियाणा कंाग्रेस के प्रतिनिधि गोबिन्द काण्डा व श्री अग्रवाल सभा रजि. के प्रधान भागीरथ गुप्ता ने प्रदान किया। उन्होनें बताया कि श्री बांसल व श्री साहूवाला को यह सम्मान मिलने पर इन्द्र कुमार गोयल, सुरेन्द्र कुमार, भीम सेन, योगेश कुमार, विजय गोयल, राज कुमार, वेद गोयल व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने बधाई दी। श्री साहूवाला ने कहा कि मुझे जो सम्मान श्री अग्रवाल सभा ने दिया है, उसके लिए मैं सभा के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करता हूँ और भविष्य में अधिक से अधिक समाज सेवा कार्य करने में रूचि रखूंगा।
रामलीला के द्वारा हम भगवान श्री रामचंद्र जी के आदर्श जीवन से प्रेरणा पाते है
सिरसा, 1 अक्तूबर। गृहराज्यमंत्री गोपाल कांडा के निजी सचिव लक्ष्मण गुर्जर व समाजसेवी तरसेम गोयल ने कहा कि रामलीला के द्वारा हम भगवान श्री रामचंद्र जी के आदर्श जीवन से प्रेरणा पाते है। भगवान श्री रामचंद्र द्वारा दिया गया सुशासन 'रामराज्यÓ आज भी विश्वभर में आदर्श माना जाता है। श्री गुर्जर व गोयल बीती रात निकटवर्ती गांव नटार में रामा ड्रामेटिक कल्ब द्वारा आयोजित रामलीला के उदघाटन अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहें। रामलीला में पहुंचने पर ग्राम सरपंच रणजीत सिंह, मदन लाल, बुटाराम, रामकुमार, राजेंद्र, राजकुमार, विजय यादव व अन्यों ने उनका फुल मालाएं पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर लक्ष्मण गुर्जर व तरसेम गोयल ने रामलीला के आरंभ में पूजा अर्चना करवाई। श्री गुर्जर ने रामलीला मंचन करने वाले कलाकारोंं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि इन नन्हें मुन्ने कलाकारों की बदौलत आज गांव गांव नगर नगर में लोग भगवान रामजी के आदर्शों को जान रहें हैं।
हम तो चले वनवास, हम वनवासी हो गए...
बिज्जूवाली, 1 अक्तूबर ( हेमराज बिरट )। गांव बिज्जूवाली के रामलीला ग्राऊंड में चल रही रामलीला की गत पांचवीं रात्रि का शुभारंभ राजकुमार बिरट ने किया। रामलीला दृश्यों में कलाकारों ने श्रीराम का केकेई महल के अंदर आना, केकेई द्वारा श्रीराम को दशरथ से लिए दो वर भरत को राजतिलक व श्रीराम को वनवास के बारे में बताना, श्रीराम का माता कौशल्या के पास जाना, कौशल्या से वनवास जाने के लिए आज्ञा लेना, सीता और लक्ष्मण का श्रीराम के साथ वनवास में जाने के लिए जिद करना, केकेई द्वारा श्रीराम, सीता व लक्ष्मण को भगवे वस्त्र पहनने के लिए देना, जैसे ही श्रीराम, सीता व लक्ष्मण ने वन जाते समय अपना मुकुट, शाही पोशाक, गहने, आभूषण आदि उतारकर माता केकेई के हाथों में पकड़ाकर और भगवे वस्त्र धारण कर ''राम वनों को जाता री माताÓ, 'हम तो चले वनवास हम वनवासी हो गएÓÓ का गुणगान किया तो पंडाल में बैठे दर्शक अपनी आंखों के बहते पानी को नहीं रोक सके, उसके बाद मंत्री सुमंत के साथ श्रीराम, सीता व लक्ष्मण का अयोध्या से 14 वर्षों के लिए वनवास को जाना, मंत्री सुमंत के अयोध्या में वापिस आने के बाद श्रीराम को साथ में न देखकर दशरथ का प्राण त्यागना, खेवट द्वारा श्रीराम को गंगा नदी पास करवाना, भरत को स्वप्न में अयोध्या को मातम नजर आना, भरत-शत्रुघन की अयोध्या वापसी, माता के केकेई से पिता दशरथ के बारे में पूछना, केकेई द्वारा दशरथ के मरने का कारण व दशरथ से लिए अपने दो वर के बारे में भरत को बताना, भरत द्वारा श्रीराम को अयोध्या वापिस लाने के उद्देश्य से वन जाना, भरत के साथ भाई शुत्रुघन, माता कौशल्या, सुमित्रा, केकेई व मुनि विशिष्ट भी वन जाते समय साथ में थे, भरत द्वारा श्रीराम को अयोध्या में ले जाने के लिए प्रार्थना करना, लेकिन श्रीराम द्वारा माता-पिता की आज्ञा का पालन करते हुए खुशी-खुशी वन में रहने को कहना, भरत द्वारा श्रीराम के खड़ाऊ अपने साथ ले जाना सहित कई दृश्य दिखाए। जिसमें राजेन्द्र आर्य ने राम, संजय छापोला ने सीता, बंसी बिरट ने लक्ष्मण, रोहताश ने दशरथ, राजकुमार ने केकेई व खेवट, राहुल ने सुमित्रा, सुभाष ने कौशल्या, महेन्द्र ने भरत, कालुराम ने शत्रुघन, राकेश ढाल ने मंत्री सुमंत, पवन ने मंथरा व मुनि विशिष्ट तथा विनोद, अरूण ने मंत्रियों की प्रस्तुति दी।
गाय को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए क्यों बेसहारा छोड़ देते हैं...?
बिज्जूवाली, 1 अक्तूबर ( हेमराज बिरट )। गांव बिज्जूवाली में सम्पूर्ण गौमाता रक्षा अभियान के अंतर्गत गौ रक्षा रथ यात्रा आज सुबह गांव की गऊशाला में पहुंची। रथयात्रा का नेतृत्व स्वामी रामभगत जी महाराज (श्री गौमाता शक्ति पीठाधीश्वर) वाले कर रहे थे। उन्होंने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गौमाता पर हो रहे अत्याचार, घटता गौधन, जनसाधारण द्वारा गौ की अनदेखी, गौ दुग्ध के अभाव से स्वास्थ्य पर हो रहे दुष्प्रभाव व भयंकर रोगों की उत्पति का कारण स्पष्ट करते हुए गांव-गांव में गौशालाएं व गौ बाड़े खोलने, घर-घर में गौपालन, नित्य गौ ग्रास का प्रचलन गौधन की विशेताएं व गाय के पंचगव्य औषधियों का प्रयोग कर आरोग्य की प्राप्ति व गौ दुग्ध, गोदधी आदि व गोघृत का समुचित उपयोग करते हुए जनसाधरण को राष्ट्रविकास व गौसेवा हेतु लोगों को प्रेरित करना है। उन्होंने बताया कि रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के अनुसार सभी गौशालाओं को प्रत्येक गाय का प्रतिदिन 25 रूपए के हिसाब से नियमित रूप से अनुदान देने का कानून देश स्तर पर लागू किया जाए, प्रत्येक गांव में गौशाला, गौबाडा़ व गौ सदनों की स्थापना करवाना व गौ चारे के लिए प्रयाप्त भुमि गौशालाओं के नाम करवाना, गौशालाओं व गाय को ग्रामीण अर्थव्यवस्था का केन्द्र संवर्धन के लिए प्रयास करना, सम्पूर्ण राष्ट्र में गौ-हत्या बंदी कानून लागू करवाना एवं गौ-हत्या को मानव हत्या जैसा संज्ञेय अपराध घोषित करवाना, देशी नस्ल की गायों का शंकर प्रजनन बन्द करवाना, पंच गव्य चिकित्सा पद्धति एवं जहर रहित टिकाऊ खेती को बढ़ावा देना, खण्ड स्तर पर गौ रक्षा संघों की स्थापना करवाना सहित अनेक मुख्य उद्देश्य हैं। उन्होंने कहा कि गौमय भारत-''गौÓÓ शब्द भारत में पवित्रता, महानता, श्रद्धा और संस्कृति का प्रतीक है, इसलिए भारत के अनेक पावन सम्बोधन गौ से ही प्रारम्भ होते हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि कुछ लोग तो जब तक गाय दुध देती है, तब तक तो गाय की पूरी सेवा करते हैं, लेकिन जब गाय दुध देना बंद कर देती है, तब उसके बाद गाय को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए क्यों बेसहारा छोड़ देते हैं ? मां कहलाने वाली गाय के प्रति क्या यही हमारी करूणा है। उन्होंने कहा कि समस्त भारतीयों को अपनी पूज्य गौमाता के लिए गौग्रास, 1 रूपया और एक रोटी प्रतिदिन निकालने का संकल्प लेना चाहिए। स्वामी रामभगत जी महाराज ने बताया कि उनकी यह रथ यात्रा 23 सितम्बर को हनुमागढ़ टाऊन से शुरू हुई है, हरियाणा में रथ यात्रा ने डबवाली से गत शाम को प्रवेश किया है, उन्होंने बताया कि गांव बिज्जूवाली के बाद मोटा पन्नीवाला, सिरसा से होती हुई पूरे भारत देश में उनकी यह रथ यात्रा जाएगी। सम्पूर्ण रथ यात्रा में उनके साथ आचार्य ठाकुर गौतम सिंह (पंचगव्य चिकित्सा विशेषज्ञ), स्वामी प्रेमानंद जी लाडवा, रामला बागड़ी व प्रैस सचिव रमेश बराला आदि मौजूद थे।