सिरसा, 19 मार्च। हरियाणा के शहरी निकाय राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा ने कहा कि आगामी वर्ष 2011-12 में प्रदेश के शहरों के विकास पर विभाग द्वारा 1695.01 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने यह जानकारी आज यहां जारी एक विज्ञप्ति के माध्यम से ब्यान में दी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शहरी निकाय क्षेत्र के लिए 1692.95 करोड़ रुपए की योजनागत राशि निर्धारित की है। इसके अलावा 32.06 करोड़ रुपए की राशि योजनेत्तर खर्च की लिए प्रदान की जाएगी। प्रदेश के बजट में अलॉट की गई इस राशि से शहरी क्षेत्रों का समुचित विकास करवाया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में स्ट्रीट लाईट, गलियों व सड़कों की व्यवस्था के साथ-साथ सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी जिससे प्रदेश के सभी नगर निगम क्षेत्रों, नगरपरिषद, नगरपालिका क्षेत्रों की फिजा बदली दिखाई देगी।
उन्होंने कहा कि विभाग के पास विभिन्न शहरों के 1300 कालोनियों के नियमित करने के मामले है। इन सभी कालोनियों पर शीघ्र ही विचार विमर्श करके नियमित करने का कार्य किया जाएगा जिससे इन कालोनियों में भी बुनियादी सुविधाओं मुहैया करवाने का रास्ता साफ होगा। उन्होंने कहा कि राज्य की 28 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में रह रही है। राज्य सरकार ने शहरी क्षेत्र के विकास को और अधिक प्राथमिकता दी है तथा शहरी स्थानीय निकायों की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ करने व शहरी क्षेत्रों में नागरिक मूलभूत जन सुविधाएं सुधारने के लिए समुचित धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। मूलभूत सरंचना जैसे कि सड़के, जल निकासी, जलापूर्ति, सीवरेज आदि के अंतराल को पाटने के लिए हरियाणा के 73 शहरों की शहर विकास योजनाएं तैयार की गई है। वर्ष भर इन योजनाओं पर विकास कार्य तेज गति से होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी शहरी, स्थानीय निकायों के ऐसे वार्डों के विकास के लिए दो वर्षों में एक करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक आबादी अनुसूचित जाति के लोगों की है। गत वर्ष के दौरान ऐसे वार्डों में 144 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि सफाई व मूलभूत सुविधाओं के मामले में सिरसा शहर की सूरत बदलने की परियोजना तैयार कर ली गई है। इन योजनाओं पर 745 करोड़ रुपये से भी अधिक की राशि खर्च की जाएगी। 495 करोड़ रुपये की राशि विभिन्न विभागों की सरकारी योजनाओं के तहत और 250 करोड़ से भी अधिक की राशि मुरलीधर कांडा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि सिरसा शहर में चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा 12 एकड़ भूमि पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च करके सिरसा शहर के रानियां रोड़ पर वाटर एम्यूजमेंट पार्क बनाया जाएगा। इस पार्क में सभी प्रकार की वाटर एम्यूजमेंट के उपकरण स्थापित किए जाएंगे और यह पार्क विश्व स्तर की सुविधा वाला एक अनुठा पार्क होगा। इस पार्क में 11 वर्ष से कम आयु के बच्चों का प्रवेश पुर्णत निशुल्क होगा।
उन्होंने कहा कि रानियां रोड़ पर ही 20 एकड़ भूमि पर महाविद्यालय और विद्यालयों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ-साथ रानियां रोड़ पर ही चार एकड़ भूमि पर मल्टी सुपर स्पैशलिटी हस्पताल का निर्माण होगा। इन सभी परियोजनाओं के लिए जमीन इत्यादि का कार्य पूरा कर लिया गया है और मुख्यमंत्री द्वारा शीघ्र ही इन परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर में स्थानीय आटो मार्केट का समुचित विकास किया जाएगा जिससे यह मार्केट उत्तर भारत की सबसे बड़ी मार्केट होगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शहरी निकाय क्षेत्र के लिए 1692.95 करोड़ रुपए की योजनागत राशि निर्धारित की है। इसके अलावा 32.06 करोड़ रुपए की राशि योजनेत्तर खर्च की लिए प्रदान की जाएगी। प्रदेश के बजट में अलॉट की गई इस राशि से शहरी क्षेत्रों का समुचित विकास करवाया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में स्ट्रीट लाईट, गलियों व सड़कों की व्यवस्था के साथ-साथ सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी जिससे प्रदेश के सभी नगर निगम क्षेत्रों, नगरपरिषद, नगरपालिका क्षेत्रों की फिजा बदली दिखाई देगी।
उन्होंने कहा कि विभाग के पास विभिन्न शहरों के 1300 कालोनियों के नियमित करने के मामले है। इन सभी कालोनियों पर शीघ्र ही विचार विमर्श करके नियमित करने का कार्य किया जाएगा जिससे इन कालोनियों में भी बुनियादी सुविधाओं मुहैया करवाने का रास्ता साफ होगा। उन्होंने कहा कि राज्य की 28 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में रह रही है। राज्य सरकार ने शहरी क्षेत्र के विकास को और अधिक प्राथमिकता दी है तथा शहरी स्थानीय निकायों की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ करने व शहरी क्षेत्रों में नागरिक मूलभूत जन सुविधाएं सुधारने के लिए समुचित धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। मूलभूत सरंचना जैसे कि सड़के, जल निकासी, जलापूर्ति, सीवरेज आदि के अंतराल को पाटने के लिए हरियाणा के 73 शहरों की शहर विकास योजनाएं तैयार की गई है। वर्ष भर इन योजनाओं पर विकास कार्य तेज गति से होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी शहरी, स्थानीय निकायों के ऐसे वार्डों के विकास के लिए दो वर्षों में एक करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक आबादी अनुसूचित जाति के लोगों की है। गत वर्ष के दौरान ऐसे वार्डों में 144 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि सफाई व मूलभूत सुविधाओं के मामले में सिरसा शहर की सूरत बदलने की परियोजना तैयार कर ली गई है। इन योजनाओं पर 745 करोड़ रुपये से भी अधिक की राशि खर्च की जाएगी। 495 करोड़ रुपये की राशि विभिन्न विभागों की सरकारी योजनाओं के तहत और 250 करोड़ से भी अधिक की राशि मुरलीधर कांडा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि सिरसा शहर में चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा 12 एकड़ भूमि पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च करके सिरसा शहर के रानियां रोड़ पर वाटर एम्यूजमेंट पार्क बनाया जाएगा। इस पार्क में सभी प्रकार की वाटर एम्यूजमेंट के उपकरण स्थापित किए जाएंगे और यह पार्क विश्व स्तर की सुविधा वाला एक अनुठा पार्क होगा। इस पार्क में 11 वर्ष से कम आयु के बच्चों का प्रवेश पुर्णत निशुल्क होगा।
उन्होंने कहा कि रानियां रोड़ पर ही 20 एकड़ भूमि पर महाविद्यालय और विद्यालयों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ-साथ रानियां रोड़ पर ही चार एकड़ भूमि पर मल्टी सुपर स्पैशलिटी हस्पताल का निर्माण होगा। इन सभी परियोजनाओं के लिए जमीन इत्यादि का कार्य पूरा कर लिया गया है और मुख्यमंत्री द्वारा शीघ्र ही इन परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर में स्थानीय आटो मार्केट का समुचित विकास किया जाएगा जिससे यह मार्केट उत्तर भारत की सबसे बड़ी मार्केट होगी।
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