हिसार
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग में दो दिवसीय मल्टीडिसीपलीनरी अपोर्च इन फ्रंटियर एरियाज आफ इनवायरनमैंटल साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आज समापन हुआ। नैश्नल फिजिकल लैबोरेट्री, नई दिल्ली के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो प्रभात गुप्ता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे जबकि प्रो सी पी कौशिक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इंडियन इंस्टटीच्यूट आफ मैंटीइयरोलाजी, भारत सरकार के निर्देशक डा एस डी अत्री बतौर गेस्ट आफ आनर उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रो नरसी राम बिश्नोई, विभिन्न विभागों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, विभाग के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। डा आर भास्कर ने राष्ट्रीय सेमिनार में विभिन्न तकनीकी सत्रों में पढे गए शोध पपत्र व वार्तालाप को मद्देनजर रखते हुए सुझाव प्रस्तुत किए जोकि विभिन्न संबधित संस्थानों को भेजे जाएगे।
प्रो प्रभात गुप्ता ने कहा कि सही मायनो में विकास तभी हो पायेगा जब पर्यावरण के सभी पहलूओं को मद्देनजर रखकर किया जाए। पर्यावरण विश्व भर में एक चिंता का कारण बन गया है और समय की मांग है कि तरक्की उस राह पर हो जो सभी के लिए हितकारी हो। प्रो गुप्ता ने कहा कि यह तभी संभव है जब वैज्ञानिक उच्च कोटि का शोध करे और नई तकनीकों को विकसित करे। इसके लिए गुणवत्ता वाला डाटा होना जरूरी है इसके लिए वैज्ञानिकों को कठिन परिश्रम करना चाहिए।
प्रो प्रभात गुप्ता ने कहा कि सही मायनो में विकास तभी हो पायेगा जब पर्यावरण के सभी पहलूओं को मद्देनजर रखकर किया जाए। पर्यावरण विश्व भर में एक चिंता का कारण बन गया है और समय की मांग है कि तरक्की उस राह पर हो जो सभी के लिए हितकारी हो। प्रो गुप्ता ने कहा कि यह तभी संभव है जब वैज्ञानिक उच्च कोटि का शोध करे और नई तकनीकों को विकसित करे। इसके लिए गुणवत्ता वाला डाटा होना जरूरी है इसके लिए वैज्ञानिकों को कठिन परिश्रम करना चाहिए।
डा एस डी अत्री ने कहा कि पर्यावरण के प्रति सोच में बदलाव की अति आवश्यकता है व महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में पढ रहे छात्रों को पर्यावरण के प्रति सचेत करने की आवश्यकता है। इस कार्य के लिए अध्यापकों की एक विशेष भूमिका होगी। उन्होने कहा कि समस्या का निदान तभी संभव है जब समाज का हर वर्ग पर्यावरण बचाने की लड़ाई में शामिल होगा और इसके परिणाम बड़े सकारात्मक होंगे।
प्रो सी पी कौशिक ने कहा कि पर्यावरण तभी बच पाएगा जब समाज का हर व्यक्ति जागरूक होगा और इसके लिए हमें बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। प्रो कौशिक ने कहा कि धरती का बढता तापमान और ओजोन परत का कम होना अच्छे संकेत नही है और यह स्थिति इसलिए पैदा हुई है क्योकि तरक्की का नमूना जो विश्व भर ने अपनाया है वो पर्यावरण के हित में नही है।
पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग के डीन प्रो नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि विभाग भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा ताकि विभाग के शिक्षकों, शोधकत्ताओं व विद्यार्थियों को देश के जाने माने वैज्ञानिकों से रूबरू होने का मौका मिले और गंभीर मसलो पर चर्चा कर सके।
प्रो बिश्नोई ने बताया कि एन पी एल नई दिल्ली प्रो एच एन दत्ता, यूनिवर्सिटी आफ हार्टफारशायर, यूनाइटिड किंगडम के रविन्द्र खेरवाल, आई आई टी रूडकी के प्रो जी एस रंधावा, आई आई टी, दिल्ली के प्रो अनुश्री मलिक, पंजाब विश्वविद्यालय, चढीगढ के प्रो ए एस आलूवालिया व प्रो नरेश कोचर, इंडियन इस्टटीच्यूट आफ रिमोट सैंसिंग, देहरादून के प्रो सत्य पी एस खुशवा, एम एम इंजीनियरिंग कालेज, मुलाना के प्रो बलदेव सेतिया, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र के प्रो जी वालिनायागम, हरियाणा स्पेस एप्लीकेशन सैंटर के प्रो आर एस हुड्डा, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के प्रो राजेश धनखड़, टैरी नई दिल्ली के प्रो प्रतीक शर्मा, जीबी पंथ विश्वविद्यालय के प्रो एच जे एस प्रसाद, इटालियन मिनिस्ट्री आफ एजूकेशन रोम इटली के डा रोबटो, चौ देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के डा राजकुमार व डा प्रियंका सिवाच, वीड साईंस रिसर्च जबलपुर के निर्देशक प्रो किशोर कुमार कृषनानी व बरकतुल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल के प्रो रांगनी गोथालवल विभिन्न तकनीकी सत्रों में व्याख्यान प्रस्तुत किए।
फोटो कैप्शन :
फोटो-1
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग में दो दिवसीय मल्टीडिसीपलीनरी अपोर्च इन फ्रंटियर एरियाज आफ इनवायरनमैंटल साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर नैश्नल फिजिकल लैबोरेट्री, नई दिल्ली के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो प्रभात गुप्ता शोधकर्ता को सर्टिफिकेटस आफ मैरिट देते हुए। साथ में प्रो नरसी बिश्नोई व प्रो सी पी कौशिक।
फोटो-2
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग में दो दिवसीय मल्टीडिसीपलीनरी अपोर्च इन फ्रंटियर एरियाज आफ इनवायरनमैंटल साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर प्रो नरसी बिश्नोई नैश्नल फिजिकल लैबोरेट्री, नई दिल्ली के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो प्रभात गुप्ता को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए। साथ में है प्रो सी पी कौशिक।
फोटो-3
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग में दो दिवसीय मल्टीडिसीपलीनरी अपोर्च इन फ्रंटियर एरियाज आफ इनवायरनमैंटल साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, विभाग के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थीगण।
प्रो सी पी कौशिक ने कहा कि पर्यावरण तभी बच पाएगा जब समाज का हर व्यक्ति जागरूक होगा और इसके लिए हमें बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। प्रो कौशिक ने कहा कि धरती का बढता तापमान और ओजोन परत का कम होना अच्छे संकेत नही है और यह स्थिति इसलिए पैदा हुई है क्योकि तरक्की का नमूना जो विश्व भर ने अपनाया है वो पर्यावरण के हित में नही है।
पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग के डीन प्रो नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि विभाग भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा ताकि विभाग के शिक्षकों, शोधकत्ताओं व विद्यार्थियों को देश के जाने माने वैज्ञानिकों से रूबरू होने का मौका मिले और गंभीर मसलो पर चर्चा कर सके।
प्रो बिश्नोई ने बताया कि एन पी एल नई दिल्ली प्रो एच एन दत्ता, यूनिवर्सिटी आफ हार्टफारशायर, यूनाइटिड किंगडम के रविन्द्र खेरवाल, आई आई टी रूडकी के प्रो जी एस रंधावा, आई आई टी, दिल्ली के प्रो अनुश्री मलिक, पंजाब विश्वविद्यालय, चढीगढ के प्रो ए एस आलूवालिया व प्रो नरेश कोचर, इंडियन इस्टटीच्यूट आफ रिमोट सैंसिंग, देहरादून के प्रो सत्य पी एस खुशवा, एम एम इंजीनियरिंग कालेज, मुलाना के प्रो बलदेव सेतिया, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र के प्रो जी वालिनायागम, हरियाणा स्पेस एप्लीकेशन सैंटर के प्रो आर एस हुड्डा, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के प्रो राजेश धनखड़, टैरी नई दिल्ली के प्रो प्रतीक शर्मा, जीबी पंथ विश्वविद्यालय के प्रो एच जे एस प्रसाद, इटालियन मिनिस्ट्री आफ एजूकेशन रोम इटली के डा रोबटो, चौ देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के डा राजकुमार व डा प्रियंका सिवाच, वीड साईंस रिसर्च जबलपुर के निर्देशक प्रो किशोर कुमार कृषनानी व बरकतुल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल के प्रो रांगनी गोथालवल विभिन्न तकनीकी सत्रों में व्याख्यान प्रस्तुत किए।
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गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग में दो दिवसीय मल्टीडिसीपलीनरी अपोर्च इन फ्रंटियर एरियाज आफ इनवायरनमैंटल साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर नैश्नल फिजिकल लैबोरेट्री, नई दिल्ली के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो प्रभात गुप्ता शोधकर्ता को सर्टिफिकेटस आफ मैरिट देते हुए। साथ में प्रो नरसी बिश्नोई व प्रो सी पी कौशिक।
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गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग में दो दिवसीय मल्टीडिसीपलीनरी अपोर्च इन फ्रंटियर एरियाज आफ इनवायरनमैंटल साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर प्रो नरसी बिश्नोई नैश्नल फिजिकल लैबोरेट्री, नई दिल्ली के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो प्रभात गुप्ता को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए। साथ में है प्रो सी पी कौशिक।
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गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिक विभाग में दो दिवसीय मल्टीडिसीपलीनरी अपोर्च इन फ्रंटियर एरियाज आफ इनवायरनमैंटल साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, विभाग के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थीगण।
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