खंड स्तरीय महिला खेलकूद प्रतियोगिता सम्पन्न
ओढ़ां-महिला एवं बाल विकास विभाग के सौजन्य से सीनियर सैकंडरी स्कूल ओढ़ां के खेल मैदान में खंड स्तरीय महिला खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस सैल श्रीमति रमेश नागपाल द्वारा हरी झण्डी दिखाकर किया गया। खेलकूद प्रतियोगिता में मटका दौड़, आलू चम्मच 100 मीटर दौड़ और साइकिल दौड़ करवाई गई।
प्रतियोगिता के समापन समारोह के अवसर पर प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाली प्रतिभागियों को मुख्यातिथि खंड शिक्षा अधिकारी ओढ़ां भूप सिंह ने क्रमश: 500, 300 और 200 रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान करके सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि भूप सिंह ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन सराहनीय है क्योंकि इसमें ग्रामीण महिलाओं को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को चाहिए कि वे इस प्रकार के कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर भाग लें और अपनी प्रतिभा का विकास करें। समारोह अंत में सीडीपीओ ओढ़ां ऊषा ग्रोवर ने आए हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
प्रतियोगिता में 30 वर्ष से कम आयु की प्रतिभागी महिलाओं व लड़कियों के लिए आयोजित 300 मीटर दौड़ में ओढ़ां की कुलदीप ने प्रथम, चोरमार की सर्वजीत ने द्वितीय और पन्नीवाला मोटा की वसु ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार 400 मीटर दौड़ में ख्योवाली की अर्चना ने प्रथम, तख्तमल की बीरपाल ने द्वितीय और ओढ़ां की कुलदीप ने तृतीय तथा साइकिल दौड़ में पन्नीवाला मोटा की कश्मीरा ने प्रथम, ओढ़ां की चरणजीत ने द्वितीय और लकडांवाली की कर्मजीत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
30 वर्ष से ज्यादा आयु की महिलाओं के आयोजित 100 मीटर दौड़ में सालमखेड़ा की कौडी ने प्रथम, जगमालवाली की चरणजीत ने द्वितीय और नुहियांवाली की सुलोचना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार मटका दौड़ में कालांवाली की सुखवंत ने प्रथम, ओढ़ां की द्रोपदी ने द्वितीय और कालांवाली की बीरपाल ने तृतीय तथा आलू चम्मच दौड़ में नुहियांवाली की रोशनी ने प्रथम, लकडांवाली की किरण ने द्वितीय और गदराना की सुमन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर डीपीई बलविंद्र सिंह, सतनाम सिंह कुंडर, हैड कर्लक विजय सिंह, जसवंत सिंह, सुपरवाइजर सुरेंद्र कौर, चरणजीत कौर और पंच रमेश बाटू सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
ओड जाति के लोगों के कारण ओढ़ां नाम पड़ा
ओढ़ां-बुजुर्गों के अनुसार ओढ़ां गांव में करीब सौ वर्ष पूर्व ओड जाति के लोग निवास करते थे। जिसके कारण इस गांव को ओढी कहा जाने लगा और फिर धीरे धीरे ओढी से ओढ़ां हो गया।
शेरशाह सूरी मार्ग पर बसा यह गांव अंग्रेजों का मुख्य पड़ाव था और अंग्रेज लोग यहां से गुजरते समय ओढ़ां में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने रेस्ट हाऊस में विश्राम करने के उपरांत आगे जाते थे। धीरे धीरे सिरसा और डबवाली के मध्य बसे इस गांव का विकास हुआ और आजादी के बाद ओढ़ां मंडी बन गई। किसान लोग अपनी फसल लाने लगे। चने के लिए मशहूर ओढ़ां मंडी का चना दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में जाता था। उसके बाद इसे ब्लॉक का दर्जा दे दिया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित होने के कारण राजनीतिक रूप से ओढ़ां क्षेत्र सभी पार्टियों का गढ़ है। पहले यह हलका रोडी में था और अब डबवाली हलके में आता है। ओढ़ां में जिला सिरसा का एकमात्र जवाहर नवोदय विद्यालय स्थित है। इसके अलावा पुलिस स्टेशन, भारतीय स्टेट बैंक, हरियाणा ग्रामीण बैंक, को-आप्रेटिव बैंक, खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, खंड कृषि अधिकारी कार्यालय, सिंचाई उपमंडल अधिकारी कार्यालय, कानूनगो कार्यालय सहित सभी प्रकार के कार्यालय ओढ़ां में स्थित हैं।
20-01-2012
अहमदपुर दारेवाला ने मम्मड़ खेड़ा को हराकर फाइनल जीता
ओढ़ां-गांव बिज्जूवाली के शहीद भगत सिंह युवा कल्ब, आदर्श युवा कल्ब व ग्राम पंचायत के सहयोग से आयोजित 8 वें क्रिकेट टूर्नामैंट का शुक्रवार को समापन हो गया। इस 8 दिवसीय क्रिकेट टूर्नामैंट में कुल 42 गांवों की टीमों ने भाग लिया। इस क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित सरपंच राजाराम बिरट ने विजेता टीम अहमदपुर दारेवाला को ट्राफी के साथ 5100 रुपए और उपविजेता मम्मड़ खेड़ा की टीम को ट्राफी के साथ 3100 रुपए का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित करते हुए जीत की बधाई दी।
इस अवसर पर उपस्थित युवाओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खेलों का जीवन में विशेष महत्व है। खेल न केवल व्यक्ति की सेहत के लिए लाभदायक है, बल्कि इससे आपसी भाईचारा और प्रेम बढ़ता है। खेलों को आज शिक्षा का एक आवश्यक अंग माना जाता है और विश्व भर में खेलों को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है। स्कुलों, विद्यालयों व कालेजों में हर प्रकार के खेलों की व्यवस्था रहती है। उन्होंने कहा खेल खिलाडिय़ों की आत्मा व खेल की भावना उनकी आत्मा का श्रृंगार है। सरपंच ने कहा कि हरियाणा सरकार की खेल नीति को देश के अन्य राज्य भी अपना रहे हैं, क्योंकि इस खेल नीति के परिणाम स्वरूप राष्ट्रमण्डल और एशियाई खेलों में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने पदकों की बौछार कर पूरी दुनिया में देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है।
इससे पूर्व अहमदपुर दारेवाला की टीम ने फाईनल मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 76 रन बनाए व बाद में मम्मड़ खेड़ा की टीम 46 रनों पर ही आल आऊट हो गई और फाईनल मैच गांव अहमदपुर दारेवाला की टीम ने जीत लिया। गांव दारेवाला के रमेश कुमार को मैन ऑफ दी मैच व सुबे सिंह को मैन ऑफ दी सीरीज दा सीरीज चुना गया।
इस अवसर पर कल्ब के प्रधान हेमराज बिरट व सदस्यों ने मुख्यातिथि सरपंच राजाराम को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। दारेवाला की टीम के कोच रामकुमार जोगपाल ने भी टीम के खिलाडिय़ों को फाईनल मैच जीतने की बधाई दी।
निशुल्क नेत्र जांच शिविर में 210 मरीजों की जांच
ओढ़ां-दशमेश युवा क्लब चोरमार की ओर से गुरुद्वारा साहिब चोरमार में शुक्रवार को मुक्तसर की जंग के शहीदों की याद में नौवां नि:शुल्क आंखों का कैंप लगाया गया। इस कैंप में 210 मरीजों की आंखों की जांच नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अमनदीप कौर ने की। इन 210 मरीजों में से सफेद मोतिया बिंद के 33 मरीजों को आप्रेशन के लिए चुना गया जिनके आप्रेशन डबवाली में किए जाएंगे।
गुरुद्वारा के प्रबंधक बाबा कर्म सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कैंप का उद्घाटन मुख्यातिथि विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला ने किया और सेठ रोशन लाल चेरिटेबल ट्रस्ट के संचालक डॉ. गिरधारी लाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कैंप का उद्घाटन करते हुए डॉ. अजय सिंह चौटाला ने अपने संबोधन में कहा कि आंखें हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, अत: हमें समय समय पर आखों का चैकअप करवाते रहना चाहिए। उन्होंने युवा क्लब के लिए जिम का सामान देने घोषणा भी की।
इस कैंप को सफल बनाने में क्लब प्रधान सेवक सिंह, उपप्रधान गुरमीत सिद्धू, सचिव जसवंत राय, कोषाध्यक्ष जगसीर सिंह, रमनदीप सिंह, खेल सचिव नवजोत सिंह, सरपंच सुखदेव सिंह और जसकरण सिंह और दशमेश युवा क्लब के सभी सदस्यों सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
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