Wednesday, March 2, 2011

महाशिवरात्रि एवं संत बाबा तारा के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में श्री तारकेश्वरम् धाम में विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया

सिरसा, 2 मार्च। महाशिवरात्रि एवं संत बाबा तारा के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में श्री तारकेश्वरम् धाम में विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। श्री बाबा तारा कुटिया के सत्संग स्थल पर आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में मुख्यअतिथि स्थानीय शहरी निकाय एवं गृहराज्यमंत्री गोपाल कांडा थे। अध्यक्षता श्री बाबा तारा कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा ने की। गृहराज्यमंत्री ने संत बाबा तारा के चरणों में दीपशिखा प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का सुंदर आगाज किया। इस आध्यात्मिक संध्या का शुभारंभ स्थानीय गायक अशोक वर्मा की सुफियाना गायिकी से हुआ। मुम्बई से पधारे सुप्रसिद्ध भजन गायक शंकर साहनी ने करीब सवा ग्यारह बजे मंच संभाला। उन्होंने गणेशवंदना से भजनों की सुर गंगा की शुरुआत की। 'मां सरस्वती तेरे चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम करते हुए शंकर साहनी ने वाणि की देवी को नमन् किया। उन्होंने 'चांदी-चांदी हो गई वे मेरी चांदी-चांदी हो गई  भजन प्रस्तुत किया। जिसपर लोग झूमने को मजबूर हो गए। साहनी ने 'ओ कदे न डूबदे मेरे बाबा जी दे तारे 'मेरे सिर पर सदे बाबा तेरा हाथ रहे जैसे कई भजन सुनाए। शिव भोले की भक्ति में हजारों उपस्थित लोग झूमने लगे। शिव भोले और बाबा तारा के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा। शंकर साहनी के ही एक अन्य भजन 'थोड़ा ध्यान लगा बाबा दोड़े चले आएंगे  को शिव भक्तों ने खूब सराहा। कार्यक्रम के दौरान शिव पार्वती के नृत्य का आयोजन किया। शिव भोले के भजनो पर श्रद्धालु जमकर झूमे। शिव पार्वती बने कलाकारों ने भी सुंदर नृत्य किया। अद्र्धरात्रि मशहूर कव्वाल हमसर हयात ने मंच पर पदार्पण किया। हमसर ने अपने कई मशहूर कव्वालियों से श्रोताओं की दाद बटोरी। एक के बाद एक हमसर ने बाबा तारा के जीवनवृत व भाले नाथ और पीर पैगम्बरों पर आधारित प्रस्तुतियां दीं। हयात के सुफियाना कलामों ने झूमने पर विवश कर दिया। सुर पर जबरदस्त पकड़ दिखाते हुए हयात ने अपनी सूफी गायकी में 'दिवाना तेरे दर पे आया गाकर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।  कार्यक्रम के अंत में गृहराज्यमंत्री गोपाल कांडा ने सपरिवार संत बाबा तारा की आरती की। उन्होंने उपस्थित लोगों को महाशिवरात्रि के पर्व और बाबा तारा के जन्मदिवस की बधाई दी। इस अवसर पर तारा बाबा कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा, सुशील डुंगाबुंगा, नेम चंद गुर्जर, कुलदीप गदराना, सेठ गोपी चंद कम्बोज, अजय फुटेला, मोती सैनी, गुरदयाल सैनी सहित अनेक भक्तजन मौजूद थे।

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