Wednesday, March 2, 2011

प्रदेश में नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं के पैरीफेरिक क्षेत्र को बढ़ाकर सभी शहरों का समुचित विकास किया जाएगा

सिरसा, 2 मार्च।  प्रदेश में नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं के पैरीफेरिक क्षेत्र को बढ़ाकर सभी शहरों का समुचित विकास किया जाएगा। इस योजना में सिरसा नगरपरिषद का भी क्षेत्र बढ़ाने का प्रावधान है। यह बात स्थानीय निकाय मंत्री श्री गोपाल कांडा ने आज स्थानीय एमडीएलआर कार्यालय में जनसमस्याएं सुनते हुए कही। उन्होंने कहा कि सिरसा नगरपरिषद में रामनगरिया गांव को शामिल करने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा केस भेजा गया है। शीघ्र ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।
    उन्होंने कहा कि प्रदेश में नगरपालिकाओं, नगर परिषदों, नगर निगमों की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए तृतीय राज्य वित्त आयोग का गठन किया गया है। वित्त आयोग के गठन से प्रदेश के शहरों में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने कहा कि शहरों में स्वच्छता के लिए परियोजना तैयार की गई जिसके तहत सैकड़ों करोड़ों रुपए की राशि खर्च की जाएगी। शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से रैसक्यू टेंडर व एक दर्जन से भी अधिक दमकल गाडिय़ां खरीदी गई है। इसके साथ हाई राईजिंग बिल्डिंग की सुरक्षा के लिए दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म खरीदे गए है।
    श्री कांडा ने कहा कि शहरों के सौंदर्यकरण और विकास के उद्देश्य से प्रदेश की एक हजार से भी अधिक अनाधिकृत कालोनियों को नियमित किया जाएगा। जिसके बाद शहरों में और अधिक सुविधाएं प्रदान होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिन शहरों से कालोनियां नियमित करने के प्रस्ताव मुख्यालय को भेजे गए है। निर्धारित मापदंडों के अनुसार सही पाए जाने पर सभी कालोनियों को नियमित किया जाएगा। सिरसा जिला प्रशासन द्वारा जिले के विभिन्न शहरों से 43 कालोनियों नियमित करने के प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं, इनमें सिरसा शहर की एक दर्जन से भी अधिक कालोनियां हैं।
    उन्होंने कहा कि सफाई व मूलभूत सुविधाओं के मामले में सिरसा शहर की सूरत बदलने की परियोजना तैयार कर ली गई है। इन योजनाओं पर 745 करोड़ रुपये से भी अधिक की राशि खर्च की जाएगी। 495 करोड़ रुपये की राशि सरकारी योजनाओं के तहत और 250 करोड़ से भी अधिक की राशि उनके द्वारा निजी तौर पर खर्च की जाएगी। शहर में मुरलीधर कांडा चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा कई योजनाएं शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सिरसा शहर में चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा 12 एकड़ भूमि पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च करके सिरसा शहर के रानियां रोड़ पर वाटर एम्यूजमेंट पार्क बनाया जाएगा। इस पार्क में सभी प्रकार की वाटर एम्यूजमेंट के उपकरण स्थापित किए जाएंगे और यह पार्क विश्व स्तर की सुविधा वाला एक  अनुठा पार्क होगा। इस पार्क में 11 वर्ष से कम आयु के बच्चों का प्रवेश पुर्णत निशुल्क होगा।
    उन्होंने कहा कि रानियां रोड़ पर ही 20 एकड़ भूमि पर महाविद्यालय और विद्यालयों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ-साथ रानियां रोड़ पर ही चार एकड़ भूमि पर मल्टी सुपर स्पैशलिटी हस्पताल का निर्माण होगा। इन सभी परियोजनाओं के लिए जमीन इत्यादि का कार्य पूरा कर लिया गया है और मुख्यमंत्री द्वारा शीघ्र ही इन परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा। उन्होंने स्थानीय अग्रवाल और अरोड़वंश धर्मशालाओं को अलॉट की गई जमीन की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि दोनों समुदायों की धर्मशाला के लिए स्थानीय हिसार रोड़ पर शहर के बीच में 2600-2600 वर्ग गज भूमि सरकार द्वारा अलाट कर दी गई है। उन्होंने इससे भी आगे बढ़ते हुए घोषणा की कि पूरी जमीन की जितनी भी कीमत आएगी वे स्वयं निजी तौर पर कीमत अदा करके और रजिस्ट्री करवाकर दोनों समुदायों का यह जमीन सौपेंगे जहां शहर में पांच सितारा धर्मशालाओं का निर्माण होगा।  इस अवसर पर गोबिंद कांडा, पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल, गुरदयाल सैनी, कृष्ण सैनी, सूरत सैनी, प्रेम शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थेर्। ।

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