Friday, March 4, 2011

गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय व नैशनल रिसर्च सैंटर फार इक्वाईंस के बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग पर हस्ताक्षर हुए

हिसार
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार व नैशनल रिसर्च सैंटर फार इक्वाईंस, हिसार के बीच आज आपसी सहयोग के लिए एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग पर हस्ताक्षर हुए। विश्वविद्यालय के कुलपति डा एम एल रंगा व नैशनल रिसर्च सैंटर फार इक्वाईंस, हिसार के निर्देशक डा आर के सिंह ने मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर कुलसचिव प्रो आर एस जागलान, चेयरमैन, डिपार्टमैंट आफ बायो एण्ड नैनो टैक्नालाजी प्रो अशोक चौधरी, कुलपति के सचिव श्री प्रकाश अरोड़ा व जनसंपर्क अधिकारी श्री संजय सिंह उपस्थित थे।
कुलपति डा एम एल रंगा ने कहा कि मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग दोनो संस्थाओं की प्रयोगशालाओं में उपलब्ध उच्च कोटि के यंत्रों पर प्रयोग करने का मौका देगा ताकि उच्च कोटि की तकनीकों को विकसीत किया जा सके। उन्होने कहा कि इस मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग से विभाग में पढ रहे एमएससी, एमटैक के छात्रों को व पीएचडी कर रहे शोधकत्ताओं को लाभ पहुंचेगा। डा रंगा ने कहा कि दोनो संस्थाएं एनीमल बायो टैक्नलाजी व नैनो साईंस टैक्नलाजी के विषयों पर संयुक्त शोध करेंगे व नैशनल रिसर्च सैंटर फार इक्वाईंस, हिसार में कार्यरत विज्ञानिकों को विश्वविद्यालय पीएचडी नियमों के तहत डिपार्टमैंट आफ बायो एण्ड नैनो टैक्नालाजी में दाखिला देगा।
प्रो अशोक चौधरी ने बताया कि संयुक्त शोध पर इंटरलैक्यूअल पापर्टी हक गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार व नैशनल रिसर्च सैंटर फार इक्वाईंस, हिसार का संयुक्त रूप से होगा।
फोटो कैप्शन :
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गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति डा एम एल रंगा व नैशनल रिसर्च सैंटर फार इक्वाईंस, हिसार के डा आर के सिंह आपसी सहयोग के लिए एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग पर हस्ताक्षर के उपरांत दस्तावेज देते हुए। साथ में है कुलसचिव प्रो आर एस जागलान, चेयरमैन, डिपार्टमैंट आफ बायो एण्ड नैनो टैक्नालाजी प्रो अशोक चौधरी, कुलपति के सचिव श्री प्रकाश अरोड़ा व जनसंपर्क अधिकारी श्री संजय सिंह।

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