Monday, March 7, 2011

संत शिरोमणि श्री गुरू रविदास महासभा हिसार की ओर से गुरू रविदास जी की प्रतिमा संप्रेम भेंट की गई

हिसार
    गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के गुरू जम्भेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान में संत शिरोमणि श्री गुरू रविदास महासभा हिसार की ओर से गुरू रविदास जी की प्रतिमा संप्रेम भेंट की गई। इस अवसर पर एक धार्मिक परिचर्चा हुई। संस्थान के एसोसिएट प्रोफेसर डा किशनाराम बिश्नोई ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व के सभी धर्मो की मूल मान्यताऐं और सिद्घात एक समान है सब में समरूपता है जो एक जीवन जीने का तरीका है। भारतीय धर्म-परम्परा में अनेक ऋषी-मुनियों ने लोक कल्याण और मानवता का पाठ लोगों को पढाया है ताकि जनमानस जीओ और जीनो दो के संदेश को आत्मसात कर सके। वर्तमान में मानव मूल्यों और नैतिकता का संदेश लोक धर्म द्वारा ही दिया जाता है। विश्व के सभी धर्मो का मूल उद्देश्य समानता, न्यायशीलता, सच्चाई, ईमानदारी, सत्य और अहिंसा है। इससे ही विश्व का कल्याण किया जा सकता है। इस अवसर पर महासभा के प्रधान जमनासिंह, उपप्रधान उदयभान चौपड़ा, महासचिव इन्द्राज भारती, कोषाध्यक्ष जयपाल रंगा, सचिव कर्मवीर रंगा, पवन कुमार, तोदवाल, एडवोकेट बिजेन्द्र सिंह, सभ्रवाल, नरेश माहिच, सुरेश चौहान, कंवलजीत मेहरा, सतीश, रवि चौहान, रघुवीर सिंह सुंडा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

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