Saturday, April 9, 2011

आत्मविश्वास से मिलती है बुलंदी: दिव्या दत्ता

राजेन्द्रा स्कूल का वार्षिक समारोह सम्पन्न, द टें्रड सैटर ने मचाई धूम
सिरसा, 9 अप्रैल। सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने कहा कि जीवन में कोई भी मुकाम हासिल करने के लिए आत्म विश्वास पैदा करना जरूरी है। आत्म विश्वास के बूते ही बड़ी से बड़ी बुलंदी तक पहुंचा जा सकता है। दिव्या दत्ता पंजुआना स्थित राजेन्द्रा पब्लिक स्कूल के वार्षिक समारोह 'द ट्रेंड सेटरÓ को संबोधित कर रही थी। विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पहुंची दिव्या दत्ता ने स्कूल के चेयरमैन डॉ. राजेन्द्र सिंह सरां और स्टाफ सदस्यों की सराहना की। समारोह में मुख्यातिथि विद्या देवी जिंदल पब्लिक स्कूल हिसार की प्राचार्या एवं सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् श्रीमती गुनमीत बिन्द्रा थीं। पंजाबी में दिये अपने संबोधन में फिल्म अभिनेत्री दत्ता ने कहा कि स्कूल आना उनके लिए अच्छा अनुभव है, जो प्यार, सम्मान उन्हें मिला है वह सदा यादगार रहेगा। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे अपने मां-बाप के आंखों के तारे होते हैं। प्रत्येक अभिभावक के लिए  उनके बेटा-बेटी, राजकुमार और राजकुमारी होते हैं। दिव्या दत्ता ने अपनी स्कूल से जुड़ी स्मृति सांझा करते हुए कहा कि वे भी हैड गर्ल, बेस्ट स्टूडेंट रही हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने स्वयं को मजबूत रखा। आत्मविश्वास डिगने नहीं दिया, उसी का परिणाम है कि आज वे जीवन में अभिनय के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं। समारोह में मुख्यातिथि शिक्षाविद् श्रीमती  गुनमीत बिन्द्रा ने अपने ओजस्वी संबोधन में अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को पुस्तकों का उपहार देना शुरू करें। पुस्तकें ही सच्ची मित्र होती हंै। मूल्य आधारित शिक्षा और संस्कृति की सफलता का मूल मंत्र है। अच्छे स्कूल की परिभाषा हैप्पी स्कूल है। हैप्पी स्कूल ही गुड स्कूल के रूप में प्रतिष्ठित होते हैं। उन्होंने पश्चिमी लोगों का हवाला देते हुए कहा कि विदेशी लोग किताबों को तरजीह देते हैं, जबकि भारतीयों की प्राथमिकता भोजन होता है। श्रीमती बिन्द्रा ने अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा की चर्चा करते हुए कहा कि दुनिया में भारत ही शिक्षा के क्षेत्र में दूसरे सभी लोगों को चुनौती दे रहा है। ऐसे में हमें गुणवत्तायुक्त, संस्कारित और सर्वांगीण विकास से जुड़ी शिक्षा हासिल करनी चाहिए। विशेष रूप से अभिभावकों का आह्वान करते हुए कहा कि वे बच्चों को 'नÓ कहना भी सीखें। क्योंकि जीवन में सभी चीजों में 'हांÓ नहीं होती। इससे पूर्व स्कूल प्रबंध समिति के चेयरमैन और प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र सिंह सरां ने आए हुए अतिथियों का आभार जताया और स्कूल के विजन पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि सिरसा में अंतर्राष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त शिक्षा देने का सपना देखा था, वह अब साकार रूप ले चुका है। स्कूल के प्राचार्य जी. रामाकृष्णन ने राजेन्द्रा पब्लिक स्कूल की विकास यात्रा पर विस्तार से जानकारी दी। स्कूल के प्रशासनिक प्रबंधक सीआर वर्मा ने अतिथियों का आभार जताया। कार्यक्रम का आगाज विशेष अतिथि दिव्या दत्ता एवं मुख्यातिथि श्रीमती बिन्द्रा द्वारा पौधों में जल डालकर किया गया। विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले स्कूल के विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। गायत्री मंत्र और मूल मंत्र से सांस्कृतिक समारोह का विधिवत शुभारंभ हुआ। स्कूल की छात्रा सिमरन ने सुनो सजणा गीत गाया। स्कूल के ऑरकेस्ट्रा ग्रुप ने सुंदर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में छात्रा मुस्कान ने मेरा ढोलना और तनिशा ने भी एकल नृत्य प्रस्तुत किया। स्कूल की विकास यात्रा पर आधारित इयर बुक का विमोचन भी अभिनेत्री दिव्या दत्ता और शिक्षाविद् श्रीमती बिन्द्रा व स्कूल चेयरमैन डॉ. राजेन्द्र सिंह सरां द्वारा किया गया। इस मौके पर नगर के प्रमुख चिकित्सक, अधिकारी, बच्चों के अभिभावक व अन्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।

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