ओढां,
स्व: चौ. देवी लाल स्पोर्टस क्लब ओढ़ां द्वारा ग्राम पंचायत व तर्कशील सोसाइटी के सहयोग से रविवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ओढ़ां में शहीद ए आजम भगत सिंह के 80 वें शहीदी दिवस को समर्पित शहीद भगत सिंह यादगारी तर्कशील नाटक मेले का आयोजन करवाया गया। इस अवसर पर सरपंच नरेंद्र मल्हान की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित इनेलो के वरिष्ठ नेता नछतर सिंह मल्हान ने मेले का शुभारंभ किया।
मेले में समाज में अनपढ़ता और नशों के विषय में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से पीपल्स थियेटर लहरा गागा पंजाब के निर्देशक जॉन सैमूअल के निर्देशन में नाटक मिट्टी रूदन करे और बाल भगवान पेश किए गए। इन नाटकों के जरिए अंधविश्वास व समाज में फैली अन्य बुराईयों पर करारी चोट की गई और इस दौरान तीन घंटों तक दर्शक मंत्रमुग्ध होकर मंच पर नजरे जमाए रहे। नाटकों के बीच बीच में जादू के खेल भी दिखाए गए जिनमें दिखाया गया आग पर चलना, नुकीली कीलों पर समाधि लगाना, आंखों पर पट्टी बांधकर मोटरसाइकिल चलाना और हाथों से जंजीरों को ठंडा करना तथा नोट बनाना आदि अनेक खेल एक कला है जिसे कोई भी अंजाम दे सकता है अत: इन्हें चमत्कार की संज्ञा देकर लोगों को भ्रम में डालने वाले लोगों के झांसे में न आएं। इस सबके अलावा तर्कशील प्रदर्शनी व साहित्य स्टालें भी लगाई गई तथा तर्कशील सोसाइटी के पदाधिकारियों द्वारा तर्कशील विचार भी रखे गए जिन्हें भारी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों एवं स्कूली बच्चों ने बड़े गौर से सुना। इस अवसर पर तर्कशील सोसाइटी के सदस्य नरेश महेश्वरी ने दावा किया कि कोई भी साधू संत या बाबा चमत्कार करके दिखाए तो उसे तर्कशील सोसाइटी की ओर से एक करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व सरपंच दर्शन सिंह मलकाना व पलविंद्र सिंह चहल, विद्यालय के प्राचार्य सुभाष फुटेला, क्लब के प्रधान सतनाम कुंडर, सचिव महावीर मल्हान, मास्टर शमशेर सिंह चोरमार और अजायब सिंह जलालआना सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
छायाचित्र: बाल भगवान, मिट्टी रूदन करे के दृश्य एवं उपस्थितजन।
मेले में समाज में अनपढ़ता और नशों के विषय में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से पीपल्स थियेटर लहरा गागा पंजाब के निर्देशक जॉन सैमूअल के निर्देशन में नाटक मिट्टी रूदन करे और बाल भगवान पेश किए गए। इन नाटकों के जरिए अंधविश्वास व समाज में फैली अन्य बुराईयों पर करारी चोट की गई और इस दौरान तीन घंटों तक दर्शक मंत्रमुग्ध होकर मंच पर नजरे जमाए रहे। नाटकों के बीच बीच में जादू के खेल भी दिखाए गए जिनमें दिखाया गया आग पर चलना, नुकीली कीलों पर समाधि लगाना, आंखों पर पट्टी बांधकर मोटरसाइकिल चलाना और हाथों से जंजीरों को ठंडा करना तथा नोट बनाना आदि अनेक खेल एक कला है जिसे कोई भी अंजाम दे सकता है अत: इन्हें चमत्कार की संज्ञा देकर लोगों को भ्रम में डालने वाले लोगों के झांसे में न आएं। इस सबके अलावा तर्कशील प्रदर्शनी व साहित्य स्टालें भी लगाई गई तथा तर्कशील सोसाइटी के पदाधिकारियों द्वारा तर्कशील विचार भी रखे गए जिन्हें भारी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों एवं स्कूली बच्चों ने बड़े गौर से सुना। इस अवसर पर तर्कशील सोसाइटी के सदस्य नरेश महेश्वरी ने दावा किया कि कोई भी साधू संत या बाबा चमत्कार करके दिखाए तो उसे तर्कशील सोसाइटी की ओर से एक करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व सरपंच दर्शन सिंह मलकाना व पलविंद्र सिंह चहल, विद्यालय के प्राचार्य सुभाष फुटेला, क्लब के प्रधान सतनाम कुंडर, सचिव महावीर मल्हान, मास्टर शमशेर सिंह चोरमार और अजायब सिंह जलालआना सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
छायाचित्र: बाल भगवान, मिट्टी रूदन करे के दृश्य एवं उपस्थितजन।
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