Saturday, April 16, 2011

आपके एसएमएस

अपने रास्ते पर चलो,
अपनी पसंद से प्यार करो,
अपने अंदाज में बात करो,
जो दिल कहे वो ही करो,
फिर देखना एक दिन दुनिया कहेगी,
ये साला किसी की नहीं सुनता।
    सुनील राजपूत, नुहियांवाली

मोहब्बत वफा के सिवा कुछ भी नहीं,
दुनिया में गम के सिवा कुछ भी नहीं,
उनके पास हमारे सिवा सब कुछ है,
लेकिन हमारे पास उसके सिवा कुछ भी नहीं।
    94682-36175

खुशी मिली तो मुस्कुरा ना सके,
गम मिला तो आंसू बहा ना सके,
इस जिंदगी का यही राज है,
जिसे चाहा उसे पा ना सके,
और इतना चाहा कि फिर भुला ना सके।
    विक्रमजीत सहारण, नुहियांवाली

सबकी जिंदगी में खुशियां देने वाले दोस्त,
तेरी जिंदगी में कोई गम ना हो,
तुझे तब भी दोस्त मिलते रहें,
जब दुनियां में हम ना हों।
    94164-04250

हद से ना गुजरे वो प्यार ही क्या,
प्यार को मजबूर ना करे वो इकरार ही क्या,
इंतजार तो सभी करते हैं,
सांस टूटने तक साथ ना दे वो यार ही क्या।
    सुखमंद्र ढिल्लों, घुकांवाली

मजा आता है तुम्हें सताने में,
रूठे ना कोई तो मजा क्या मनाने में,
एक तुम्ही से तो खुशी है जरा सी,
वरना रखा है क्या जमाने में।
    प्रीत 786, ओढ़ां

बिना गम खुशी का पता कैसे चलेगा,
बिना रोए खुशी का मजा कैसे मिलेगा,
वो जो भी करता है वो ही जानता है,
सभी जान जाएंगे तो उसे खुदा कौन कहेगा।
    99918-57786

ये आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हम,
ना तमन्ना है कि किसी को रूलाएं हम,
पर दुआ है उस रब्ब से,
जिसको जितना याद करते हैं,
उसे उतना याद आएं हम।
    कुलवंत सिंह, ओढ़ां

किते कोई एहसान ही ना,
कर गया होवे साडे ते ओह,
बहुत खुश सी साडी जित ते,
जो शख्स हारेया।
    मुकेश चौधरी, ओढ़ां

तितली को फूल पसंद हैं,
शायरों को शायरी पसंद है,
साहिल को किनारे पसंद हैं,
सबकी पसंद से हमें क्या लेना,
हमें तो बस आपकी मुस्कान पसंद है।
    98964-80020


अपने एसएमएस 94160-95179 या 96716-63006 पर भेजें।
नोट—एसएमएस के साथ अपना पूरा नाम और गांव का नाम अवश्य
लिखें तथा एक सप्ताह में अपने एक या दो चुनींदा एसएमएस ही भेजें
अन्यथा आपके एसएमएस प्रकाशित नहीं हो पाएंगे।   सतीश गर्ग

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