सिरसा। महाशहीद विनोद इन्सां की स्मृति में आज रानियां गेट पर मारूति मंदिर वाली गली में नामचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें गणमान्य लोगों व सैंकड़ों की तादाद में साध संगत ने शिरकत की तथा महाशहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
महाशहीद विनोद इन्सां के निमित्त आयोजित की गई नाममचर्चा में कविराज भाइयों ने भजन शबदों के द्वारा अपनी श्रद्धांजलि दी। 'सोखी प्रीत लगानी हैÓ, 'इस रूह ने छड जाना Ó, 'ऐंवे जन्म गवाइ जांदा हीराÓ, 'सतगुरू से प्रीत फिर नाम से भी प्रीत हैÓ, 'जीना जीना हर कोई कैंदाÓ, 'चल दिए ओढ निभा के सतगुरू के प्यारे Ó सहित अन्य शब्द सुनाए। डेरा सच्चा सौदा के सतब्रहमचारी सेवादार पवन खां ने 'धन है प्रेमी जेडे गुरू दे दर उत्ते सेवा रहे ने कमांÓ सुनाया, जिस पर सबकी आंखे वैराग्य से छलक उठी।
इस अवसर पर अपने संबोधन में महाशहीद विनोद इन्सां के पिता बाल मुकुंद इन्सां ने कहा कि उन्हें गर्व है कि महाशहीद ने अपना पूरा जीवन सतगुरू की सेवा में समर्पित कर दिया। उन्होने बताया कि उन्होने सतगुरू से लायक पुत्र मांगा था तथा ऐसे पुत्र को पाकर वे धन्य हो गए, उन्होने कहा कि ऐसे पुत्र के लिए वे हजारों जानें कुर्बान करने के लिए भी तैयार है।
डेरा सच्चा सौदा के सतब्रह्मचारी सेवादार सुमेर इन्सां ने पवित्र ग्रंथ में लिखे वचनों को पढ़ते हुए कहा कि सतगुरू अपने शिष्य की इस जहां में भी नही दूसरे जहां में भी संभाल करता है। सतगुरू अपने शिष्य की मां से भी अधिक संभाल करता है।
डेरा सच्चा सौदा के सतब्रह्मचारी सेवादार अमरजीत सिंह इन्सां ने कहा कि धन्य है उस बहादूर के माता-पिता, भाई बहन। उन्होने बताया कि महाशहीद विनोद इन्सां में प्रेम, नम्रता, सेवा का जज्बा जबरदस्त था उसकी कही दूसरी मिसाल नही मिल सकती है।
इस अवसर पर ब्लाक भंगीदास कस्तूर इन्सां ने डेरा सच्चा सौदा के विभिन्न ब्लाकों की साध संगत तथा शहर के विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के द्वारा भेजे गए शोक संदेश पढ़े। इस अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के विभिन्न राज्यों के 25 मैंबर, ब्लाक भंगीदास, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सदस्यों, मीडिया विंग के सदस्यों, सहित कांग्रेस कमेटी प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा, पंजाबी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहूल सेतिया, कांग्रेसी नेता सतदेव चक्कां, वचन लाल बजाज सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
महाशहीद विनोद इन्सां के निमित्त आयोजित की गई नाममचर्चा में कविराज भाइयों ने भजन शबदों के द्वारा अपनी श्रद्धांजलि दी। 'सोखी प्रीत लगानी हैÓ, 'इस रूह ने छड जाना Ó, 'ऐंवे जन्म गवाइ जांदा हीराÓ, 'सतगुरू से प्रीत फिर नाम से भी प्रीत हैÓ, 'जीना जीना हर कोई कैंदाÓ, 'चल दिए ओढ निभा के सतगुरू के प्यारे Ó सहित अन्य शब्द सुनाए। डेरा सच्चा सौदा के सतब्रहमचारी सेवादार पवन खां ने 'धन है प्रेमी जेडे गुरू दे दर उत्ते सेवा रहे ने कमांÓ सुनाया, जिस पर सबकी आंखे वैराग्य से छलक उठी।
इस अवसर पर अपने संबोधन में महाशहीद विनोद इन्सां के पिता बाल मुकुंद इन्सां ने कहा कि उन्हें गर्व है कि महाशहीद ने अपना पूरा जीवन सतगुरू की सेवा में समर्पित कर दिया। उन्होने बताया कि उन्होने सतगुरू से लायक पुत्र मांगा था तथा ऐसे पुत्र को पाकर वे धन्य हो गए, उन्होने कहा कि ऐसे पुत्र के लिए वे हजारों जानें कुर्बान करने के लिए भी तैयार है।
डेरा सच्चा सौदा के सतब्रह्मचारी सेवादार सुमेर इन्सां ने पवित्र ग्रंथ में लिखे वचनों को पढ़ते हुए कहा कि सतगुरू अपने शिष्य की इस जहां में भी नही दूसरे जहां में भी संभाल करता है। सतगुरू अपने शिष्य की मां से भी अधिक संभाल करता है।
डेरा सच्चा सौदा के सतब्रह्मचारी सेवादार अमरजीत सिंह इन्सां ने कहा कि धन्य है उस बहादूर के माता-पिता, भाई बहन। उन्होने बताया कि महाशहीद विनोद इन्सां में प्रेम, नम्रता, सेवा का जज्बा जबरदस्त था उसकी कही दूसरी मिसाल नही मिल सकती है।
इस अवसर पर ब्लाक भंगीदास कस्तूर इन्सां ने डेरा सच्चा सौदा के विभिन्न ब्लाकों की साध संगत तथा शहर के विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के द्वारा भेजे गए शोक संदेश पढ़े। इस अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के विभिन्न राज्यों के 25 मैंबर, ब्लाक भंगीदास, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सदस्यों, मीडिया विंग के सदस्यों, सहित कांग्रेस कमेटी प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा, पंजाबी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहूल सेतिया, कांग्रेसी नेता सतदेव चक्कां, वचन लाल बजाज सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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