Wednesday, April 6, 2011

जन लोकपाल विधेयक को बिना किसी शर्त के जस का तस पारित करवाने की मांग

सिरसा
     प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता एवं गांधीवादी नेता अन्ना हजारे द्वारा जन लोकपाल विधेयक पारित करवाने को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन में आज सिरसा के लोगों ने भी अपनी आहुति डाल दी है। शहर के लोगों की ओर से आज देश के प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया। ज्ञापन में सरकार के मुखिया से जन लोकपाल विधेयक को बिना किसी शर्त के जस का तस पारित करवाने की मांग की गई है।
    शहर के प्रबुद्ध वर्ग के आह्वान पर आज अनेकों लोग भगत सिंह स्टेडियम में एकत्रित हुए। यहां से मौन मार्च करते हुए वे उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया है कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए जन लोकपाल विधेयक की आवश्यकता को नकारा नहीं जा सकता। सिर से पैर तक भ्रष्टाचार में डूबी सरकार लोकपाल विधेयक बनाने जा रही है। देश के बुद्धिजीवी वर्ग ने इसे दंतहीन करार दिया है। सरकार के लचर लोकपाल विधेयक की बजाय जनप्रतिनिधियों द्वारा जन लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार किया गया है। इसे बिल के तौर पर पास करवाने के लिए सरकार से गुहार लगाई गई परंतु सरकार ने इसे कानून बनाने से इंकार कर दिया। विरोधस्वरूप कल से अन्ना दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर आमरण अनशन पर हैं। देश में विभिन्न जगहों से उन्हें इस मुद्दे पर भारी समर्थन मिल रहा है। ज्ञापन में कहा गया है कि कांग्रेसनीत सरकार के मुखिया होने के नाते प्रधानमंत्री से इस सरकार की छवि को स्वच्छ बनाने की कामना की जाती है। इस विधेयक के पारित होने में योगदान देकर वे स्वच्छ सरकार व स्वस्थ लोकतंत्र की नींव रखने में योगदान देंगे। इस अवसर पर शहीद भगत सिंह संस्थान के संरक्षक पूरन मुद्गल, संवाद के अध्यक्ष प्रो. हरभगवान चावला, उपाध्यक्ष परमानंद शास्त्री, पूरा सच के संपादक अंशुल छत्रपति, भाई कन्हैया सेवा समिति के प्रधान बलविंद्र सिंह, बार एसोसिएशन सदस्य लेखराज ढोट, बाजेकां के पूर्व सरपंच ठाकुर शिवराम सिंह, सम्पूर्ण क्रांति मंच के जिला प्रधान विरेंद्र भाटिया, संवाद के सदस्य सुतंतर भारती, पत्रकार प्रभुदयाल, आजाद युवा क्लब दड़बी के संरक्षक डा. रामजी सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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