ओढां
गांव किंगरे निवासी एक महिला ने अस्पताल ले जाते समय पीटर रेहडे में बच्चे को जन्म दिया। मंगलवार की सुबह किंगरा निवासी 26 वर्षीय पम्मी देवी पत्नी पटवारी सिंह को प्रसव पीड़ा हुई तो उन्होंने गांव की दाई भगवान कौर को बुलाया लेकिन दोपहर दो बजे तक बच्चा न होने की सूरत में उन्होंने पम्मी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओढ़ां ले जाने का निर्णय लिया लेकिन गरीब होने के कारण उन्हें को वाहन न मिला। इस बात का जब सरपंच सुरजीत सिंह के भाई लछमन सिंह को पता चला तो वो अपना पीटर रेहडा लेकर तुरंत पटवारी के घर पहुंच गया जबकि पटवारी सिंह घर पर नहीं था और वो मजदूरी करने गया हुआ था। तब लछमन सिंह ने दाई भगवान कौर, सास द्रोपदी देवी और जेठानी रोशनी देवी की सहायता से जच्चा पम्मी देवी को चारपाई सहित पीटर रेहडा में लिटाया और ओढ़ां की ओर चल पड़े। इस दौरान दाई भगवान कौर लछमन सिंह को तेज चलने का आग्रह करती रही। जैसे ही वे ओढ़ां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गेट के निकट पहुंचे तो लछमन सिंह को बच्चे की किलकारी सुनाई दी और भगवान कौर ने उसे बताया कि पम्मी ने लड़की को जन्म दिया है तथा लछमन सिंह ने भागकर डाक्टरों को सूचित किया और डॉ. जसकीरत सिंह व नर्स निशा रानी ने तुरंत जच्चा व बच्चा को संभाला और उन्हें एडमिट किया। अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओढ़ां में जच्चा व बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
छायाचित्र: सीएचसी ओढ़ां में जच्चा व बच्चा ।
छायाचित्र: सीएचसी ओढ़ां में जच्चा व बच्चा ।
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