Friday, May 6, 2011

जानलेवा बी टी कॉटन को बढ़ावा देने वाले हैं देश और मानवता के दुश्मन - डॉ0 कौड़ा


बी टी कॉटन में जानलेवा ज़हर हाईड्रोजन सायनाईड पर जवाब दे सरकार - किसान बचाओ आंदोलन
सिरसा
    जानलेवा बी टी कॉटन पर तुरन्त रोक लगायी जाये क्योंकि इससे ना केवल हर वर्ष लाखों पशु मर रहे हैं अपितु इसके ज़हर का असर दूध, रिफ़ ाईन्ड तेल और इनसे बने खाद्य पदार्थों के माध्यम से इंसानों पर भी आने की आशंका है। बी टी कॉटन के दुष्प्रभावों पर पिछले दस वर्षों से भी अधिक समय से अनुसंधान कार्य कर रहे वरिठ कृ षि वैज्ञानिक डॉ0 सुधीर कुमार कौड़ा ने बताया कि पिछले दो वर्षों के अनुसंधान में चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं।
    डॉ0 कौड़ा ने बताया कि हिसार, फ तेहाबाद और जींद में किये गये अध्ययन में पता चला है कि पिछले 2 से 4 वर्षों में जब से बी टी कॉटन आया है पशुओं की अचानक मौतें, गर्भपात, गर्भ ना ठहरना, दूध में कमी, दूध के स्वाद में बदलाव, बौन बगो पैदा होना, आदि अनेक समस्याएं आ रहीं है। उगेखनीय है कि ये समस्याएं उन्हीं पशुओं में ज्यादा देखी जा रही हैं जो किसी ना किसी रूप बी टी कॉटन के पत्तों, टिण्डों दफ लों½, खग, बिनौलों दबीजों½ आदि का चारा खाते है। बी टी कॉटन के खेत में चरने के बाद पशुओं में दस्त लगना, पेशाब में खून आना, चक्कर आना, खाना पीना छोड़ देना आदि लक्षण देखे जा रहे हैं और पशु कुछ घंटों या कुछ दिनों में मर सकता है। बी टी कॉटन के कारण पशुओं की समस्याओं के चलते बहुत से किसानों ने पशु पालने ही छोड़ दिये हैं और उन्हें औने-पौन दामों पर बेचा जा रहा है।ं
    डॉ0 कौड़ा ने बताया कि बी टी कॉटन आने के बाद ग्रामीण इलाकों इंसानों में हार्ट अटेक, लकवा और सांस की तकलीफ, एलर्जी, जैसी जानलेवा बीमारियों के साथ त्वचा रोग  बढ़ रहे हैं। डॉ0 कौड़ा ने आंध्र प्रदेश के पशु पालन विभाग की वर्ष 2006 और 2007 की प्रयोगशाला रिपोर्टों और मीडिया रिलीज़ भी पत्रकारों को दिखाये जिनके द्वारा बी टी कॉटन में हाईड्रोजन सायनाईड नामक घातक ज़हर और उससे हज़ारों पशुओं की मौतों की पुष्टि पांच वर्ष पहले ही की जा चुकी है। डॉ0 कौड़ा ने सरकार से अपील की है कि जनता को बी टी कॉटन में जान लेवा ज़हर हाईड्रोजन सायनाईड होने की बात को जल्द से जल्द बताकर देश के करोड़ों लोगों और उनके पशुओं को बेवजह मौत के मुंह में जाने से रोके।
    डॉ0 कौड़ा के अनुसार पंजाब के लुधियाना स्थित गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय ने अपने 2 वर्षों के अध्ययन में बी टी कॉटन के चारे को पशुओं के लिए हानिकारक, रोग प्रतिरोधक शक्ति कम करने वाला, बांझपन लाने वाला और दस्त लगाने वाला पाया है।
    डॉ0 कौड़ा ने बताया कि बी टी कॉटन के पौधे में मिले हाईड्रोजन सायनाईड नामक से मनुष्य या जानवर कुछ सेकेन्ड में मर सकता है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे पशुओं को बी टी कॉटन किसी भी रूप में ना खिलाएं ताकि पशुओं और इंसानों को मरने से और बीमारियों से बचाया जा सके। उन्होंने देश के कृषि वैज्ञानिकों और कृषि अधिकारियों से भी हाथ जोड़ कर अपील की है कि वो सरकार से ना डरे और जनहित में बी टी कॉटन के जानलेवा प्रभावों पर जन सूचना जारी करे और जन जागरण करे। डॉ0 कौड़ा ने पिछले वर्ष जुलाई में बी टी कॉटन के जानलेवा बी टी कॉटन के विरोध में एक महीने का मौन व्रत और भूख हड़ताल भी की थी।


ससुराल पक्ष के तीन लोगों के खिलाफ दहेज प्रताडऩा का अभियोग दर्ज
सिरसा
 
      जिला की ऐलनाबाद पुलिस ने कोर्ट से मिले इस्तगासे के आधार पर विवाहिता की शिकायत पर ससुराल पक्ष के तीन लोगों के खिलाफ दहेज प्रताडऩा का अभियोग दर्ज किया है।
    पुलिस को दी शिकायत में सिमरजीत कौर पुत्री दर्शन सिंह निवासी गांव पोहड़का ने बताया कि उसके ससुराल जन उसे दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त व मारपीट करते हैं। पुलिस ने विवाहिता की शिकायत पर उसके पति परमिन्द्र सिंह पुत्र जरनैल सिंह, ससुर जरनैल सिंह पुत्र जसवंत सिंह व सास हरपाल कौर पत्नी जरनैल सिंह निवासीयान चक्क धमाल जिला फिरोजपुर पंजाब के खिलाफ भादसं की धारा 498ए, 406 व 506 के तहत अभियोग दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिये हैं।
    वहीं एक अन्य मामले में रानियां पुलिस ने एक विवाहिता की शिकायत पर उसके ससुरालजनों पर दहेज प्रताडऩा का अभियोग दर्ज किया है। शिकायतकर्ता विवाहिता सुलोचना देवी पुत्री तेजा सिंह निवासी बालासर ने अपने पति सुरेन्द्र कुमार पुत्र जगदीश, ससुर जगदीश पुत्र बस्ती राम, सास बिमला देवी पत्नी जगदीश निवासीयान साहलीवाला जिला हनुमानगढ़ पर उसे दहेज के लिए प्रताडि़त करने व और दहेज मांगने का आरोप लगाया। पुलिस ने विवाहिता की शिकायत पर अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के आरोप में अभियोग दर्ज
सिरसा

    जिला की ऐलनाबाद पुलिस ने वार्ड नंबर 10 निवासी अशोक कुमार पुत्र बाबूलाल की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के आरोप में अभियोग दर्ज किया है।
    पुलिस को दी शिकायत में अशोक कुमार ने बताया कि गत रात्रि उनके परिवार के सदस्य सिरसा में एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए गए हुए थे। उनके घर पर उसकी मां बिमला (68) पत्नी बाबूलाल व उसकी लड़की महक (10) रुकी हुई थी। पुलिस को दी शिकायत मे अशोक ने बताया कि पीछे से लूटपाट की मंशा से अज्ञात लोगों ने उसकी माता व पुत्री की निर्मम हत्या कर दी व उनके घर से 2 लाख 80 हजार रुपये लेकर फरार हो गये। पुलिस ने अशोक कुमार की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ भादसं की धारा 450, 459, 302 के तहत अभियोग दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

गेहूं का भूसा जलाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ अभियोग दज
सिरसा

    जिला की कालांवाली पुलिस ने जिला प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए गेहूं का भूसा जलाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ अभियोग दर्ज किया है।
    पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गांव असीर निवासी किसान गुरशरण सिंह पुत्र मलकीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि इसी गांव का निवासी गुरप्यार सिंह पुत्र नाहर सिंह ने गेहूं के बचे हुए भूसे को आग लगाकर जहां वातावरण को दूषित करने का काम किया वहीं इससे आस-पास के खेतों में खड़े भूसे के जलने की भी आशंका बढ़ गई। पुलिस ने उक्त किसान की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।

जिला में 30 हजार भारत निर्माण वॉलिन्टियर बनाए जाएंगे
सिरसा

    केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की योजना के अनुसार सिरसा जिला में 30 हजार भारत निर्माण वॉलिन्टियर बनाए जाएंगे। इन सभी वॉलिन्टियर को जिला स्तर पर विभिन्न केन्द्रीय एवं राज्य सरकार की विकासकारी योजनाओं व उनके क्रियान्वयन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
    यह जानकारी उपायुक्त श्री युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने आज स्थानीय पंचायत भवन में भारत निर्माण वॉलिन्टियर  के लिए प्रशिक्षण देने वाले मास्टर ट्रेनरो को सम्बोधित करते हुए दी। इन मास्टर ट्रेनरों में परियोजना और विकास एवं पंचायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत निर्माण वॉलिन्टियर बनाने का कार्यक्रम पूरे देश में सबसे पहले सिरसा जिला से शुरू किया जा रहा है। जिला से सभी 30 हजार वॉलिन्टियर  की सूची आगामी 20 मई तक तैयार कर ली जाएगी और इसके बाद इन वॉलिन्टियर  का ग्राम सभाओं के सफल आयोजन में सहयोग लिया जाएगा।
    उन्होंने कहा कि भारत निर्माण वॉलिन्टियर  बनाने के लिए गांव स्तर पर 10 व्यक्तियों की टीम बनाई जाएगी जिनमें विकास एवं पंचायत विभाग के साथ-साथ सम्बन्धित गांवों की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, नेहरू युवा केन्द्र के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा, जो गांव में 40 घरों पर एक भारत निर्माण वॉलिन्टियर  बनाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा केन्द्रीय योजना के तहत भारत निर्माण वॉलिन्टियर  बनाने के लिए निर्धारित मापदण्ड तैयार कर लिए गए हैं। उन्हीं के आधार पर 18 से 35 आयु वर्ग के मैटिक पास व्यक्तियों को वॉलिन्टियर  बनाया जाएगा। इसके बाद इन सभी वॉलिन्टियर  को  1000-1000 के समूहों में तीन-तीन दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के प्रथम दौर में इन सभी वॉलिन्टियर  को विशेष रूप से ग्राम सभाओं की महत्ता और कार्यप्रणाली के बारे में बताया जाएगा।
    श्री ख्यालिया ने बताया कि जिला में भारत निर्माण वॉलिन्टियर बनाने और विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में इनका सहयोग लेने के लिए जिला स्तर पर परियोजना अधिकारी तथा खण्ड स्तर पर खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो समय समय पर वॉलिन्टियर  को मार्गदर्शन देने का कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि जिला में भविष्य में आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में उक्त वॉलिन्टियर  का पूरा सहयोग लिया जाएगा। ग्राम सभाओं का आयोजन जिला में, जो 9 मई से शुरू होना था, अभी इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। ग्राम सभाएं अब जिला में 20 मई के बाद ही आयोजित करवाई जाएंगी।
    आज की इस कार्यक्रम में खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारियों की अध्यक्षता में टीमें तैयार की गई और विभिन्न ग्रुपों में बैठकर भारत निर्माण वॉलिन्टियर को प्रशिक्षण देने का मसौदा तैयार किया गया है। इस बैठक में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी श्री अमींचंद सिहाग व सभी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी उपस्थित थे।

5 वर्ष में गांवों व शहरों के विकास के लिए 7500 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी
सिरसा

    प्रदेश में राजीव गांधी शहरी विकास मिशन व अन्य योजनाओं के तहत आगामी 5 वर्ष में गांवों व शहरों के विकास के लिए 7500 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी जिसमें 2500 करोड़ रुपए की राशि शहरों के विकास पर मिशन के तहत, 5000 करोड़ रुपए की राशि गांवों के विकास पर विभिन्न योजनाओं के तहत खर्च होगी।
    यह जानकारी हरियाण के स्थानीय निकाय मंत्री श्री गोपाल कांडा ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चरणबद्ध तरीके से हर वर्ष शहरों के विकास के लिए 500 करोड़ रुपए व गांवों के विकास के लिए 1000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उक्त राजीव गांधी शहरी विकास मिशन नामक योजना प्रदेश के शहरों व नगरों में लागू की जा रही है। इस परियोजना के तहत चालू वित्त वर्ष के दौरान जलापूर्ति, मलनिकासी व डरेनेज आदि की व्यवस्था पर 200 करोड़ रुपए, कम दरों पर आवास उपलब्ध करवाने के लिए 100 करोड़ रुपए तथा शहरों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए 200 करोड़ रुपए खर्च किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना पर आगामी 5 वर्ष में 2500 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य तय कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष के बजट में शहरों के विकास पर 1695 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने का प्रावधान किया है जो गत वर्ष से 90.78 करोड़ रुपए अधिक है।
    श्री कांडा ने बताया कि हरियाणा में शहरों, नगरों व कस्बों के विकास के लिए कालोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि विभाग के पास अब तक पूरे प्रदेश से 1300 से भी अधिक कालोनियों को नियमित करने के प्रस्ताव आ चुके हैं। प्रस्ताव आने के बाद विभिन्न शहरों में अनियमित कालोनियों में सर्वे का कार्य दिल्ली की कम्पनी को सौंपा गया था। जिस जिले में सर्वे में कुछ खामी महसूस की गई वहां सर्वे का कार्य दोबारा करवाया गया। जहां जहां से सर्वे का कार्य पूरा हाने की रिपोर्ट विभाग को मिल रही है। विभाग द्वारा उन  कालोनियों को नियमित किया जा रहा है।
    उन्होंने बताया कि सिरसा शहर के विकास के लिए भी एक रूपरेखा तैयार कर ली गई है। शहर के विकास पर 750 करोड़ रुपए की राशि खर्च होनी है। यह राशि सरकार की योजनाओं और उनके निजि प्रयासों से खर्च की जाएगी। इसके बाद शहर की सुन्दरता को चार चांद लगेंगे। सरकार योजनाओं के माध्यम से 500 करोड़ रुपए और मुरलीधर कांडा चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से विभिन्न योजनाओं पर लगभग 250 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। उन्होंने कहा कि शहर में सभी सड़कों की मरम्मत करवाई जाएगी। शहर में 40 करोड़ रुपए से भी अधिक की लागत की सड़क परियोजनाओं की मरम्मत एवं मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।

10 प्रतिशत की राशि हटाने के फैसले का स्वागत
सिरसा

    मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा खालों के निर्माण हेतू किसानों द्वारा अदा की जाने वाली 10 प्रतिशत की राशि हटाने के फैसले का स्वागत करते हुए किसान खेत मजदूर कांग्रेस के प्रांतिय सचिव भूपेश मेहता ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमति सोनियां गाधी, मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद अशोक तंवर व किसान खेत मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शमशेर सिंह सुरजेवाला का आभार व्यक्त किया है। श्री मेहता ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि कांग्रेस हमेशा किसान हितैषी सरकार रही है, जिसने किसानों के समक्ष आनी वाली हर समस्याओं को दूर करने की पहल कदमी की है। मेहता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों का दर्द समझते हुए खालों के निर्माण पर किसानों द्वारा दी जाने वाली 10 प्रतिशत की राशि को हटा दिया है, जिससे किसानों को बहुत बड़ी राहत मिली है। हरियाणा के 15 जिलों में जारी इस स्कीम के तहत 6.33 करोड़ खर्च होंगे। जो अब हरियाणा ग्रामीण विकास फंड द्वारा यह खर्च किये जाएगें। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार में किसानों को जितनी राहत प्रदान की गई है उनती राहत आज से पूर्व किसानों को कभी भी नहीं मिली थी। श्री मेहता ने कहा कि कांग्रेस ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसने किसानों का स्तर और उंचा उठाने के लिए अनेक प्रकार की कल्याणकारी घोषणाएं की है।

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