Wednesday, May 11, 2011

प्रादेशिक समाचार, हिन्दी (तिथिः-11.05.2011)

मुख्य समाचार:-
ऽ हरियाणा बैंकर समिति के चेयरमैन ने समावेशी विकास का कार्य संख्यात्मक और
गुणात्मक दोनों तरह से करने का आह्वान किया।
ऽ हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने पानी की कम खपत वाली धान की किस्म के
विकास पर काम शुरू किया।
ऽ पंजाब व हरियाणा की पूर्व न्यायधीश निर्मल यादव की याचिका पर सुनवाई 20
मई को होगी।
ऽ हरियाणा की मंडियों में अब तक 65 लाख 55 हजार टन से अधिक गेहॅू की
आवक हुई।
भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक यह सुनिश्चित करने में लगे है कि बैंक समावेशी
विकास का कार्य संख्यात्मक और गुणात्मक दोंनो तरह से पूरा करें । आज चंडीगढ़ में
राज्य स्तरीय बैंकर समिति हरियाणा के संयोजक पंजाब नैशनल बैंक द्वारा आयोजित
समिति की 116 वी बैंठक में पी एन बी के कार्यपाल निदेशक तथा समिति के चेयरमैन
एम वी टांकसाले ने यह बताते हुये कहा कि रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों के अनुरूप
हरियाणा में दो हजार से अधिक आबादी वाले गांवों की पहचान कर ली गई है और
राज्य में ऐसे 1843 गांवों में बैकिंग सेवा उपलब्ध नही है। इन सभी गांवों में बैंक
शाखाएं स्थापित करने की प्रतिक्रिया तेजी से चल रही है। इस वित्तीय वर्ष के दौरान
वाणिज्यिक एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंेकों की 222 नई शाखाएं खोली गई है और राज्य का
कोई भी ब्लॉक बैंक शाखा से रहित नही है।
हरियाणा राज्य में बैकों के कार्य निष्पादन की जानकारी देते हुए श्री टांकसाले ने बताया
कि राज्य में बैंकों ने डी आर आई को छोड़ कर शेष सभी राष्ट्रीय लक्ष्यों को हासिल कर
लिया है। इस अवधि में कुल जमा राशियां 16 फीसदी की दर से बढ़ी है और ऋणों के
मामलें में 28 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। राज्य में प्राथमिक क्षेत्र में अग्रिम धनराशि 39
हजार 108 करोड़ पर 10.6 फीसदी की वृिद्ध के साथ 43 हजार 44 करोड़ रूपए हो गई
है। उन्होंने बताया कि कृषि के लिए अग्रिम धनराशि 19 हजार 83 करोड़ से बढ़कर 20
हजार 948 करोड़ हो गई है। कमजोर वर्गो को दिए जाने वाली अग्रिम धनराशि भी 3251
करोड़ रूपए बढ़कर कुल 10 हजार 448 करोड़ रूपए हो गई है। सरकार द्वारा प्रयोजित
स्कीमों के तहत बैंकों की कारगुजारी पर उन्होंने बताया कि स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार
योजना के तहत उपलब्धि निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले 150 फीसदी तथा स्वर्ण जयंती
स्वरोजगार योजना के तहत 71 फीसदी है। प्रधानमंत्री ग्रामीण रोजगार सृजन प्रोग्राम के
तहत 18.88 करोड़ रूपए की मारजन मनी के लक्ष्य के मुकाबले हरियाणा में बैंकों ने 18.
87 करोड़ रूपए की मारजन मिनी जारी की है। माईकरों फांईनांसिग की भूमिका पर
उन्होंने कहा कि आज इसका महत्व बहुत बढ़ गया है। बैंकों की बकाया राशि की वसूली
पर श्री टंकसाले ने बताया कि राज्य में समग्र वसूली की दर केवल 72 प्रतिशत है और
पैसा का आवागमन सहज बनाए रखने के लिए ऋणों की समय पर वसूली होना बहुत
महत्वपूर्ण है।
एक रिर्पोटः-
आज राज्य स्तरीय बैकर्ज समिति की 116 वी बैंठक में किसानों से कर्ज वसूली का मुद्दा
भी छाया रहा। कर्ज न चुकाने वाले किसानों की भूमि पट्टे पर देकर 50 फीसदी पैसे से
कर्ज अदायगी और शेष 50 फीसदी किसान को उसकी आवश्यकताओं कर पूर्ति हेतु दिए
जाने वाली हरियाणा सरकार की स्कीम पर गुड़गांव ग्रामीण बैंक के चेयरमैन ने कहा कि
किसानों द्वारा पट्टे की शर्तें न पुरी किए जाने पर नए कानूनी मामले खड़े हो सकेत है।
हरियाणा राज्य कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के प्रतिनिध ने भी कहा कि यह स्कीम
सफल नहीं रही क्योंकि किसान अपनी भूमि पट्टे पर देने को राजी नही होते। हरियाणा
के कृषि महकमें के प्रधान सचिव रोशन लाल के उन किसानों की भूमि नालाम करने के
सुझाव पर बैकंर्ज ने बताया कि इस नीलामी में कोई बोली देने ही नही आता इस पर
उन्होंने बैंकों को किसानों की भूमि गैर बैंकिग सम्पति के तौर पर खुद लेने और देर
सवेर इसे बेचने का सुझाव भी दिया जिस पर बैकर्ज अधिक उत्साहित नही दिखे इनके
ईलावा निजी बैंकों द्वारा कृषि में कम योग दान देने पर चिन्ता व्यक्त की गई।
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प्ंाजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने पूर्व न्यायाधीश निर्मल यादव के घर में रकम
पहुॅचाने के मामले में निचली अदालत द्वारा जारी समन के खिलाफ दायर याचिका की
सुनवाई 20 मई तक स्थगित कर दी है।
पूर्व न्यायाधीश निर्मल यादव ने इस मामले में निचली अदालत द्वारा जारी, पेशी के आदेश
को चुनौती दी थी । आपको मालूम होगा कि सी बी आई की विशेष अदालत ने गत
महीने की 30 तारीख को, निर्मल यादव को 18 मई को अदालत में पेश होने के आदेश
दिए थे । सुश्री यादव ने, उच्च न्यायालय में परसों, उनके खिलाफ आरोप पत्र और
समन जारी करने के सी बी आई के आदेश को खारिज करने की अर्जी दायर की थी।
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कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने धान की ऐसी किस्म के विकस पर काम करना शुरू कर
दिया है जिसमें धान की मौजूदा किस्मों की तुलना में बहुत कम पानी की आवश्यकता
होगी। विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डा आर पी नरवाल ने चण्डीगढ़ में बताया
कि एक किलोग्राम धान उत्पादन के लिए करीब पॉंच हजार लीटर पानी की जरूरत होती
है जबकि गेहॅू और मक्का में इससे लगभग तीन गुना कम पानी की खपत होती है।
उन्होने यह भी बताया कि एरोबिक और बासमती धान की किस्में विकसित करने पर
अनुसंधान शुरू हो गया है। उन्होने यह भी बताया कि एरोबिक धान से करीब सत्तर
प्रतिशत सिचाई पानी की बचत होगी।
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हरियाणा मंडियों में अब तक 65 लाख 55 हजार टन से अधिक गेहूॅ की आवक हुई है
जबकि गत वर्ष इसी अवधि के दौरान 63 लाख 61 हजार टन से अधिक गेहॅू की आवक
हुई थी।
प्रदेश में चालू मौसम में 65 लाख टन के गेहॅू आवक लक्ष्य को पहले ही पार कर लिया
है। राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री एच एस चट्ठा ने आज चंडीगढ़ में बताया कि गेहॅू
की कुल आवक में से 65 लाख 51 हजार टन से अधिक गेंहूॅ की खरीद सरकारी खरीद
एजेंसियों द्वारा और शेष गेहूॅ की खरीद व्यापारियों द्वारा की गई। उन्होंने यह भी बताया
कि सिरसा जिले में सबसे अधिक नौ लाख 34 हजार टन से अधिक गेहॅंू की आवक हुई
है।
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हरियाणा के लोकायुक्त न्यायाधीश प्रीतम पाल 14 मई को जिला फरीदाबाद का दौरा
करेंगे । अपने इस दौरे के दौरान वे जिला फतेहाबाद के उच्चाधिकारियों, जिला परिषद,
खण्ड समितियों एवं स्थानीय निकायों के अध्यक्षों एवं सदस्यों तथा गैर सरकारी संगठनों
के सदस्यों एवं पदाधिकारियों को सम्बोधित करेंगे। लोकायुक्त, जिला बार एसोसिएशन,
फरीदाबाद के सदस्यों से भी भेंट करेंगे तथा उनके प्रश्नों के जवाब देंगे।
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