Sunday, May 29, 2011

व्यक्ति तथा समाज के बीच संवाद का माध्यम है पत्रकारिता

हिसार
       हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पत्रकारिता व्यक्ति तथा समाज के बीच संवाद का माध्यम है। पत्रकार पत्रकारिता के माध्यम से समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालकर  लोगों में देश भक्ति की भावना को मजबूत कर सकते हैं, जिस प्रकार स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू जैसे अनेक नेताओं ने पत्रकारिता के माध्यम से लोगों में आजादी प्राप्त करने के लिए देश भक्ति की भावना का जज्बा पैदा किया था
श्री हुड्डा रविवार को हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट द्वारा हिसार में आयोजित 29वें राज्य स्तरीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज प्रौद्योगिकी का जमाना है। मीडिया में बदलाव आ रहा है। लोकतंत्र के चार स्तम्भों में मीडिया का स्वतंत्र होना आवश्यक है, तभी एक मजबूत प्रजातंत्र का अस्तित्व रह सकता है। आजादी की लड़ाई के समय भी समाचार पत्रों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। मेरे पिताजी स्वर्गीय चौधरी रणबीर सिंह एक स्वतंत्रता सैनानी के साथ-साथ एक पत्रकार भी थे। उस समय पत्रकारों का लक्ष्य पैसा न कमाकर लोगों में देश भक्ति की भावना पैदा करने के लिए जानकारी देना था,स्वतंत्रा आन्दोलन के समय पत्रकार व राजनैतिक एक दूसरे के पूरक थे,परन्तु आज मीडिया सबसे आगे, सबसे पहले, सबसे तेज की होड़ में टीआरपी बढाने के चक्कर में विज्ञापन लेने की दौड़ में अपने लक्ष्य से भटक जाते है, जो सही नहीं है। समाज पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है, इस बारे सभी पत्रकारों आत्ममंथन करना चाहिए। पत्रकारिता समाज व धर्मों को जोडऩे के लिए करनी चाहिए। पत्रकार की कलम न झुकनी चाहिए, न रूकनी चाहिए, पर मै तो कहूंगा कि यह भटकनी भी नहीं चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विज्ञापन के रूप में खबर, विशेषकर चुनावों के समय प्रकाशित  खबरनुमा विज्ञापन पाठकों को गुमराह करते हैं। श्री हुड्डा ने कहा कि इसका तो वे स्वयं वर्ष 2004 के लोकसभा चुनावों में भुगतभोगी रहें हैं। पत्रकार को बेअसुली बात नहीं लिखनी चाहिए, खबर किसी के पक्ष में या किसी के विरोध में लिखते समय पत्रकार को इसे तथ्यों पर आधारित बनाने का प्रयास करना चाहिए। पत्रकार को यह भी सोचना चाहिए कि सम्बन्धित समाचार का समाज पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इसके साथ-साथ लोगों की भावनाओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।
श्री हुड्डा ने पत्रकारों से आहवान किया कि पत्रकारिता के पेशे में उन्हें देश को भी प्राथमिकता देनी पड़ेगी। आज देश में कोई घटना घटती है, तो इलैक्ट्रोनिक मीडिया बड़े जोर-जोर से प्रचार करने लग जाता है, जबकि विदेशों में बड़े-बड़े हादसे हो जाते हैं, परन्तु दुर्घटना के शिकार लोगों के मृत शरीर वहां चैनलों पर खबरों में दिखाई नहीं देते, बल्कि हादसे निपटने के लिए सभी तनमन से जुट जाते हैं। श्री हुड्डा ने कहा कि एक पत्रकार को,प्रसिद्ध पत्रकार क्पिलिंग के छ: वाक्य क्या-क्यूं, कब-कैसे तथा कहां-कौन को ध्यान में रखकर कार्य करना चाहिए, परन्तु आज हर अखबार का जिला स्तर पर पृष्ठ होने के कारण पत्रकार पृष्ठ भरने के चक्कर में रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सदैव मीडियामैत्री रहे हैं, चाहे वे विपक्ष के नेता रहें हों, सांसद रहे हों या आज मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने पत्रकारों को अनेक सुविधाएं प्रदान की हैं। हाऊसिंग बोर्ड के मकानों में ढेड प्रतिशत का आरक्षण मीडिया के लोगों के लिए उपलब्ध करवाया है। पत्रकार कल्याण कोष की स्थापना की गई है। मान्यता प्रदान करने के नियमों को सरल किया है और मान्यता प्रदान करने वाली कमेटी ने खंड स्तर तक को प्रतिनिधित्व दिया गया है। इसके अलावा पत्रकारिता क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए जीवनपर्यन्त व उत्कृष्ट पत्रकारिता के पुरस्कारों की राशि में वृद्धि की गई है और हर वर्ष ये पुरस्कार प्रदान करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। एक अच्छे पत्रकार को समाज में अपनी विश्वस्नीयता से ही पहचान मिलेगी। प्रजातंत्र के चारों स्तंभ एक-दूसरे के पूरक हैं, जिस स्तंभ का जो भी कार्य है, उसे अपने स्तर पर करने की स्वतंत्रा होनी चाहिए। न्यायपालिका के कई मामलों में केसों का मीडिया ट्रायल हो जाता है, जो अदालती निर्णयों को प्रभावित करते हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए।
श्री हुड्डा ने अपनी इजरायल दौरे का स्मरण कराते हुए कहा कि हरियाणा से आधा क्षेत्रफल और कम आबादी तथा उपजाऊ जमीन न होने के बावजूद भी इजरायल देश अपनी सब्जियों व फलों के कुल उत्पादन का 60 प्रतिशत निर्यात करता है। मैने अपने दौरे के दौरान इस बात का पता लगाने की कौशिश की और पता चला की वहां के लोगों में देश भक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी हुई है। देश भक्ति की भावना पाकर ही हम ऐसे मुकाम तक पहुंच सकते हैं। श्री हुड्डा ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति थॉमस जैफर्सन के ' If I am asked to choose between the press without the government and the government without the press, I will choose the former,' शब्दों का स्मरण भी करवाया।
समारोह को पंजाब केसरी के प्रधान सम्पादक श्री अश्विनी कुमार, माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल के संस्थापक कुलपति व दैनिक ट्रिब्यून के पूर्व सम्पादक श्री राधेश्याम शर्मा, प्रसिद्ध अधिवक्ता पी के संधीर, यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष सोमनाथ शर्मा ने वर्तमान समय में 'मीडिया की भूमिका' विषय पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये। समारोह की अध्यक्षता विधायक श्रीमती सावित्री जिन्दल ने की।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले अनेक पत्रकारों को सम्मानित भी किया। इनमें अमर उजाला के चण्डीगढ में ब्यूरो प्रमुख डा. सुरेन्द्र धीमान व हरियाणा न्यूज के ब्यूरो चीफ श्री राकेश गुप्ता मुख्य रूप से शामिल थे। श्री हुड्डा ने हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट को अपने स्वैच्छिक कोष से 5 लाख रुपये देने की घोषणा की और रखी गई मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन भी दिया।
यूनियन के महासचिव श्री बलजीत सिंह ने बताया कि हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट की स्थापना 1974 में श्री श्याम खोसला द्वारा की गई थी और वर्तमान में इसके सदस्यों की संख्या 1006 तक पहुंच गई है।
इस अवसर पर विधायक प्रो. सम्पत सिंह, पूर्व सांसद जय प्रकाश, पूर्व विधायक प्रो. छत्रपाल,रामकुमार गौत्तम, हरियाणा सूचना, जनसम्पर्क एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग निदेशक व मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव श्री शिव रमन गौड, मीडिया सलाहकार श्री सुन्दर पाल सिंह,कान्फैड के चेयरमैन बजरंगदास गर्ग, जिला परिषद के चेयरमैन डा. राजेन्द्र सूरा, हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती सुशीला शर्मा, कांग्रेस नेता धर्मबीर गोयत, जयसिंह बिश्नोई, यूनियन के पदाधिकारियों के आलवा बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित थे।


लोक अदालत में लम्बित पड़े 126 विभिन्न प्रकार के मामलो का निपटारा किया गया
सिरसा
    स्थानीय न्यायालय परिसर में जिला एवं स्तर न्यायाधीश डा0 शिवा शर्मा की अध्यक्षता में सभी न्यायाधीशों की कोर्टो में आयोजित लोक अदालत में लम्बित पड़े 126 विभिन्न प्रकार के मामलो का निपटारा किया गया। जबकि इन लोक अदालतों में 263 मामले रखे गए है।   
    इस सम्बंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवाऐं प्राधिकरण के सचिव श्री नरेश कुमार सिंघल ने बताया कि इन लोक अदालतों में सिविल किस्म के 160 मामलें रखे गए जिनमें 71 मामलों को निपटारा किया गया। लोक अदालत में  अपराधिक किस्म के 40 मामले रखे गए जिनमें 21 मामलों का मौके पर ही निपटारा किया गया इसी तरह से समरी से सम्बङ्क्षधत 11 मामलो  का निपटारा किया गया उन्होंने बताया कि वैवाहिक और घरेलू झगड़ों से सम्बधिंत लोक अदालतों में 9 मामलों की सुनवाई कि गई जिनमें से 2 मामलो का निपटारा किया गया। बैंक ऋण से सम्बंिधत 4 मामले निपटाए गए जबकि इस प्रकार के 6 मामले रखे गए थे।
    उन्होंने बताया कि  लोक अदालतों में 138 एन आई एक्ट से सम्बधित 15 मामले लोक अदालतो में रखे गए जिनमें 8 मामलो का मौके पर निपटारा किया गया। इसी तरह से लोक अदालत में विभिन्न न्यायाधीशों की अदालतों में मोटर वाहन दुर्घटना से सम्बधित 9 मामलो का निपटारा करके  तीन लाख सात हजार रूपए की राशि मुआवजे के रूप में दिलवाइ गई ।
    श्री सिंघल ने बताया कि जिला में अब तक 351 लोक अदालतों का आयोजन किया गया जिसमें दोनों पक्षों की सहमति से 83 हजार 931 मामले रखे गए उनमें से 45 हजार 788 मामलों का निपटारा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना से संबंधित 1561 मामलों का निपटारा किया जिनमें 13 करोड़ 31 लाख10 हजार 500 रुपए की राशि मुआवजे के रुप में लाभार्थियों को प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि जिले में 36 ग्रामीण लोक अदालतों का आयोजन किया जा चुका है जिसमें 9030 मुकद्में रखे गए उनमें से 5 हजार 970 का दोनों पक्षों की सहमति से निपटारा किया गया। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा निशुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाती है और सलाह भी दी जाती है। कानूनी विशेषज्ञों द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को उनके अधिकारों बारे जानकारी भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि कानूनी जागरुकता शिविरों में 1600 से भी ज्यादा  व्यक्तियों को कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई गई और उन्हें जागरुक किया गया।
    श्री सिंघल ने बताया  कि गरीब परिवार जिनकी सालाना आमदनी 75 हजार रुपए से कम है व अपंग या विकलांग है उन व्यक्तियों के वकीलों व अन्य प्रकार के खर्चें भी कोर्ट द्वारा वहन किए जाते है। उन्होंने कहा कि अनूसूचित जाति से संबंध रखने वाले व्यक्ति का किसी सामान्य जाति के साथ संबंध रखने वाले व्यक्ति से मामला चल रहा है तो जिला कल्याण विभाग द्वारा उसे 500 रुपए की राशि भी सहायता के रुप में उपलब्ध करवाई जाती है।
    उन्होंने बताया कि लोक अदालतों से धन और समय की बचत होती ही है इससे आमजन को तुरन्त न्याय भी मिल जाता है इसलिए जिन लोगों के लम्बे समय से मामले विभिन्न कोर्टो में लम्बित पड़े हैं, वे लोक अदालतों के माध्यम से मामलों का निपटारा करवाएं।

मुख्यमंत्री का दौरा विकास का नया मार्ग प्रशस्त करेगा
सिरसा

    आगामी 11 जून को सिरसा में मुख्यमंत्री हरियाणा का दौरा जिला के विकास का नया मार्ग प्रशस्त करेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस दिन शहर में करोड़ों रूपए की परियोजनाओं कि शुरूआत करेंगे। यह बात हरियाणा के स्थानीय निकाय मंत्री श्री गोपाल कांडा आज यहां कही ।
    उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर सिरसा वासियों में जबरदस्त उत्साह हैं क्योंकि  मुख्यमंत्री हरियाणाइस दिन कई सरकारी परियोजनाओं के साथ -साथ सामाजिक परियोजनाओं की भी शुरूआत करेंगे। उन्होने बताया किश्री हुड्डा करोड़ों रूपए की लागत से बनने वाले अग्रवाल सेवा सदन और अरोड़ वंश सेवा सदन के साथ- साथ स्थानीय रानिया ं रोड़ पर सुपर स्पेशिलिटी होस्पीटल की  आधारशिला रखेगेें।   उन्होने बताया कि सिरसा वासियों में एक खुशी की लहर है और जिले का बच्चा- बच्चा उत्साहित है किमुख्यमंत्री जिला के लिए अन्य कई परियोजनाओं कि घोषणा करेंगे।
    सिरसा शहर का समुचित विकास करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिरसा शहर का मास्टर प्लान तैयार करने के लिए विभाग के आला अधिकारियों ने  सिरसा में दौरा भी किया है और शहर की स्थिति का जायजा भी लिया है । उन्होंने बताया कि सिरसा शहर के प्रत्येक नागरिक को 110 लीटर प्रति व्यक्ति स्वच्छ पेय जल मुहैया करवानें के लिए 163 करोड़ रूपए की लागत से पंजुआना में जलघर का निर्माण प्रस्तावित है जिसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। उन्होने बताया कि शहर में प्रत्येक घर में सीवर की व्यवस्था के लिए भी विभाग द्वारा कार्य भी शुरू किया जा चुका हैं जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा सैंकड़ों करोड़ रूपए की राशि भी स्वीकृत कर दी गई है ।
    श्री कांडा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा सिरसा जिला के विकास के लिए बेहद गम्भीर है।उनका दिसम्बर माह के बाद सिरसा में चौथा दौरा है। इससे पहले सिरसा जिला को मुख्यमंत्री द्वारा विकास कई सौंगाते दी गई हैं। उन्हाने कहा कि सिरसा जिला में सड़क तंत्र को मजबूत करने के लिए कई करोड़ कि राशि स्वीकृत की गई है। सभी सड़क परियोजनाओं के टेंडर कार्य भी हो चुके हैं। उन्होने कहा कि विभागीय नीति के अनुसार शहर में कई जगह पार्किं ग स्थल भी बनाए जाएंगे जिससे शहर की यातायात की समस्या का स्थाई रूप से समाधान होगा ।
    उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा के सिरसा दौरे कि तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी गई है। शहरों के सभी वाडों ओर गांव में कार्यकताओं की डयुटी लगा दी गई है उन्होंने जिला के सैंकड़ों गांव के सरपंचों और कार्यकताओं को अपनी अपनी जिम्मेवारी सौंप दी है । उन्होंने दावा किया कि 11 जून को सिरसा में मुख्यमंत्री हरियाणा क ा भव्य स्वागत होगा जिसमें सभी समुदायों के हजारों की संख्या में लोग भाग लें

हरियाणा पत्रकार संघ द्वारा 'शहीदी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य मैं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया
सिरसा
    हरियाणा पत्रकार संघ की जिला इकाई द्वारा स्थानीय स्पार बैक्वंट में 'शहीदी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यातिथि के तौर पर इनैलो के राष्ट्रीय महासचिव एवं डबवाली के विधायक डा. अजय ङ्क्षसह चौटाला उपस्थित हुए, जबकि गोष्ठी की अध्यक्षता राज्य सभा सांसद रणबीर गंगवा ने की। विशिष्ट अतिथि भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष रेणू शर्मा तथा ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश मेहता थे। विचार गोष्ठी के मुख्य वक्ता के रूप में जयपुर दूरदर्शन के पूर्व निदेशक डा. नंद भारद्वाज उपस्थित हुए। गोष्ठी में आए हुए अतिथिगणों का हरियाणा पत्रकार संघ के प्रधान लाज पुष्प ने स्वागत किया। इस गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि डा. अजय ङ्क्षसह चौटाला ने कहा कि पत्रकारों, बुद्धिजीवियों तथा समाज के सभी जिम्मेवार हिस्सों को सामाजिक ढांचे को सुधारने के लिए काम करना चाहिए। ऐसा किए बिना समाज हित के कार्यों को प्रभावशाली ढंग से अंजाम देना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी एक हिस्से पर उंगली उठाने से देश के लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता। इसके लिए बुद्धिजीवी और ङ्क्षचतनशील वर्ग को गहन मंथन करने की आवश्यता है। उन्होंने ङ्क्षहदी पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारों को बधाई देने के साथ-साथ आह्वान किया कि वे स्वस्थ पत्रकारिता करते हुए समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। इस मौके पर कार्यक्रम अध्यक्ष एवं राज्य सभा सांसद रणबीर ङ्क्षसह गंगवा ने कहा कि पत्रकार समाज का चौथा और मजबूत स्तम्भ हैं, जिसे समाज का हर व्यक्ति इस आशा के साथ देखता है कि वे उनकी समस्याओं का समाधान करवा पाने में सक्षम है। इसलिए पत्रकारों को समाज के दबे-कुचले लोगों को अपनी लेखनी के माध्यम से न्याय दिलवाने के लिए कार्य करना अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करना चाहिए। विचार गोष्ठी के मुख्य वक्ता डा. नंद भारद्वाज ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर वर्तमान तक के पत्रकारिता में आए परिवर्तनों की विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा कि आजादी लड़ाई के समय पत्रकारिता एक मिशन थी और उसका एक मात्र उद्देश्य देश के लोगों को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करवाना था, लेकिन आजादी के बाद जैसे-जैसे परवेश बदला है, वैसे-वैसे पत्रकारिता का रूप भी बदला है। पत्रकारों को वर्तमान समय में सबसे अधिक इस बात पर ध्यान देना होगा कि जनता में उनके समाचारों की विश्वसनियता बरकरार रहे। गोष्ठी में भूपेश मेहता, रेणू शर्मा, ऋषि पाण्डेय व हरभगवान चावला ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर हरियाणा पत्रकार संघ द्वारा पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए वरिष्ठ पत्रकार आर. के. भारद्वाज, डबवाली के वरिष्ठ पत्रकार फतेह ङ्क्षसह आजाद तथा महावीर सहारण, महेंद्र घणघस, ऐलनाबाद के वरिष्ठ पत्रकार जी.एन. भार्गव को सम्मानित किया गया। इसके अलावा पत्रकार संघ के सदस्यों को मुख्यातिथि डा. अजय ङ्क्षसह चौटाला ने स्मृति चिन्ह प्रदान किए। गोष्ठी का मंच संचालन भूपेंद्र पन्नीवालिया ने बखूबी किया। कार्यक्रम में पत्रकार संघ के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में हरियाणा पत्रकार संघ के उपाध्यक्ष सुभाष चौहान ने आए हुए अतिथियों, पत्रकारों व गणमान्य लोगों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर महासचिव नकुल जसूजा व अरुण बांसल, उपप्रधान प्रभु दयाल, वासुदेव मेहता, सचिव राधेश्याम सोनी, कोषाध्यक्ष संजय ङ्क्षसगला, प्रैस क्लब के प्रधान नंदकिशोर लढ़ा, प्रदीप सचदेवा, पंकज धींगड़ा, महावीर गोदारा, डा. अमर ङ्क्षसह ज्याणी, अमीर चावला, महावीर बागड़ी, डा. आर.एस. टाडा, रमेश मेहता, अशोक वर्मा, कृष्णा फोगाट सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का सिरसा दौरा जिले के विकास के द्वार खोल देगा
सिरसा

    11 जून को चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का सिरसा दौरा जिले के विकास के द्वार खोल देगा। कुछ लोगों द्वारा सिरसा को हरियाणा का अंतिम छोर बताया जाना 11 जून के बाद समाप्त हो जाएगा और सिरसा प्रदेश का स्वागत द्वार बनकर उभरेगा। सिरसा के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री के समारोह में अभिनंदन समारोह में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाना चाहिए। उपरोक्त शब्द हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि गोबिंद कांडा ने एम.डी.एल.आर. कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कहे। इस अवसर पर गोबिंद कांडा ने जिले के 325 गांवों और सभी शहरी क्षेत्रों के लिए सघन प्रचार अभियान चलाने हेतु विचार-विमर्श किया। श्री कांडा ने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता एकजुट होकर कार्य करें तो पूरे देश में विपक्ष नाम की चीज ही समाप्त हो जाएगी, क्योंकि सोनिया गांधी और डॉ. मनमोहन सिंह की नीतियों के फलस्वरूप देश तेजी से प्रगति की ओर अग्रसर हुआ है। गोबिंद कांडा ने कहा कि मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के अभिनंदन समारोह में हजारों की संख्या में उमड़ा जनसैलाब उनकी जनहितैषी नीतियों पर अपनी सहमति की मोहर लगाएगा और कांग्रेस पार्टी असम व दिल्ली की तरह श्री हुड्डा के नेतृत्व में 1914 के चुनावों में हरियाणा में हैट्रिक बनाएगी। इस अवसर पर गोबिंद कांडा के साथ कृष्ण सैनी, बलवीर जांदू, रामकुमार खैरेकां, सतदेव चक्कां, मक्खन सिंह ख्योंवाली, मोहन लाल डरोलिया, अंग्रेज बठला, सुशील सैनी, भूपेश गोयल, कृष्ण सिंगला, मा. रोशन लाल गोयल, नवीन मेहरा, बूटा सिंह, राजेन्द्र जग्गा, राजेन्द्र पप्पू, रानी रंधावा, राजेन्द्र मकानी, जयसिंह कुसुम्बी, अनिल सोलंकी, नीलम शेखावत, रोशनी देवी, पृथ्वी राज भाटिया, राजेन्द्र गुर्जर, स. विक्रमजीत सिंह एडवोकेट सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

रोजगार सहायकों को सामाजिक अंकेक्षण की जानकारी दी
ओढ़ां

    ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा ग्राम रोजगार सहायकों व मेटों के लिए खंड कार्यालय ओढ़ां में आयोजित सात दिवसीय खंड स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में खंड ओढ़ां के 37 गांवों के 60 रोजगार सहायकों व मेटों को निर्माण उद्योग विकास परिषद नई दिल्ली के प्रशिक्षकों देवी सिंह व अमर सिंह पांचाल द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है
     प्रशिक्षक देवी सिंह व अमर सिंह ने सामाजिक ऑडिट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामसभा द्वारा ग्राम पंचायत क्षेत्रों में होने वाले विकास कार्यों की उपयोगिता, गुणवत्ता एवं उन पर हुए खर्च की जांच परख करने एवं सुझाव देने की प्रक्रिया को सोशल ऑडिट अथवा सामाजिक अंकेक्षण कहते हैं।
    सोशल आडिट के लाभों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामसभा के सदस्यों को विकास कार्यों से संबंधित जानकारी मिलती है जिससे ग्राम पंचायत में पारदर्शिता आती है। ग्राम पंचायत या विकास कार्य करने वाली अन्य संस्थाओं से ग्रामसभा के सदस्य प्रश्न कर सकते हैं जिससे जवाबदेही बढ़ती है। विकास कार्यों की उपयोगिता, गुणवत्ता एवं उन पर हुए खर्च पर चर्चा करने एवं सुझाव देने से निर्णयों में लोगों की भागीदारी बढ़ती है। यदि कहीं कोई गड़बड़ी है या किसी को शिकायत है तो उसका निवारण होता है।
    उन्होंने बताया कि ग्रामसभा सदस्यों के सुझावों पर अमल करके विकास कार्यों को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है तथा ग्राम पंचायत एवं अन्य कार्यकारी संस्थाएं भी ग्रामसभा के समक्ष अपनी परेशानियों को रख अधिकारियों एवं लोगों का सहयोग प्राप्त कर सकती है। इस अवसर पर खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ओढ़ां बलराज सिंह व एबीपीओ सुनील कंबोज सहित स्टाफ सदस्य एवं खंड के सभी रोजगार सहायक व मेट उपस्थित थे।

बढ़ते तापमान व बिजली के कटों से किसान परेशान
बनवाला

    नरमा व कपास की फसल पर गर्मी के प्रभाव के कारण किसानों को नरमा व कपास की बिजाई दूसरी या तीसरी बार करनी पड़ रही है जिसके कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
    गांव बनवाला के किसानों मोहन लाल, संदीप कुमार, इंद्र सिंह, राजपाल, भूप सिंह व राजेश कुमार तथा नुहियांवाली के किसानों महावीर सिंह, महेंद्र कुमार और कृष्ण कुमार आदि किसानों का कहना है कि भीषण गर्मी व बढ़ते तापमान के कारण उन्हें नरमा की बिजाई दूसरी या तीसरी बार करनी पड़ रही है जिसके कारण किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है क्योंकि किसानों को महंगा बीज व पानी आदि कुल मिलाकर 5 हजार रुपए प्रति एकड़ खर्च करना पड़ रहा है।
    बनवाला के किसान बलराम जाखड़ ने बताया कि वे 15 एकड़ नरमा की बिजाई दो बार कर चुके हैं जिस पर 60 हजार रुपए से ज्यादा खर्च हो चुका है। किसानों का कहना है कि उन्हें बार बार बिजाई करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही जिस कारण उनकी परेशानी बढ़ रही है। उस पर बिजली की कमी और बार बार कटों ने भी उन्हें परेशान कर रखा है जिसके चलते वे नलकूपों से भी बिजाई नहीं कर पा रहे।
    उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह से उन्हें बिजली की भारी कमी झेलनी पड़ रही है। किसानों के अनुसार रिसालियाखेड़ा के बिजलीघर से नलकूपों के लिए एक दिन में 8 घंटे बिजली दी जाती है लेकिन गत एक सप्ताह से उन्हें प्रतिदिन मात्र दो घंटे ही बिजली मिल रही है। किसानों ने मांग की है कि बिजली व्यवस्था में शीघ्र सुधार करवाया जाए ताकि किसानों को कठिनाई न हो।
    इस विषय में रिसालियाखेड़ा के कृषि विकास अधिकारी सुरजीत सिंह से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि नरमा की बार बार बिजाई का कारण लगातार बढ़ता तापमान और नलकूपों का खारा पानी है जिसके कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नरमा की बिजाई के लिए किसानों को नहर के पानी और अच्छी बुवाई की आवश्यकता है ताकि फसल सही ढंग से अंकुरित हो सके।
    बिजली की कमी के बारे में डबवाली के उपमंडल अधिकारी गुलशन कुमार वधवा से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह आए आंधी व तूफान के कारण जगह जगह पोल टूटने से लाइने क्षतिग्रस्त हो गई थी और विभाग द्वारा उन्हें ठीक करवाया जा रहा है तथा एक दो दिन में ही बिजली व्यवस्था सुचारू हो जाएगी।

सरकार की सोच एवं नीति है कि विकासकार्य पादर्शिता व सही मापदण्डो से करवाये जाये
मण्डी डबवाली

    वर्तमान मुख्यमंत्री चौधरी भुपेन्द्र सिंह हुड्डा सरकार की सोच एवं नीति है कि विकासकार्य पादर्शिता व सही मापदण्डो से करवाये जाये तथा निविदा प्रक्रिया में कोई राजनितिक दखलदंाजी न की जाये। पिछली सरकारो के समय सभी विकास कार्य सरकार अपने चहेते लोगो को देती थी लेकिन वर्तमान सरकार मे ऐसा नहीं है। नगरपालिका मण्डी डबवाली मे होने वाले विकास कार्यो को भी उप मण्डल अधिकारी (नागरिक) डबवाली ने गुणवता बनाये रखने के लिए विभागीय स्तर पर करवाने का निर्णय लिया तथा नगरपालिका में पंजीकृत सभी फर्मो को माल सप्लाई का आदेश दिया।
    श्री गर्ग ने आगे कहा कि कुछ स्वार्थी लोगों ने मन्त्री महोदय को गलत जानकारी देकर शिकायत की तथा विकास कार्यो मे बाधा डालने की कोशिश की। इस खबर ने में कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की जो कोशिश की गई है वह निन्दनीय है।  कांग्रेस पार्टी में ना तो कोई गुटबाजी है और ना ही पहले थी। पार्टी में गुटबाजी की बातें चन्द स्वार्थी लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए करतें है और यही लोग गुटबाजी का प्रचार करते हैं। उप मण्डल अधिकारी (नागरिक) डबवाली ने पुरी पादर्शिता से चैधरी भुपेन्द्र सिंह हुड्डा की सोच के मुताबिक विकास कार्य करवाने का कार्य किया है।

सत्संग सुनकर अमल कमाना अपने भाग्य को बदलना है
सिरसा

    कलियुग के इस भयानक समय में सत्संग में आना कोई मामूली बात नही है। सत्संग सुनकर अमल कमाना अपने भाग्य को बदलना है। सत्संग सुनों, अमल करो, मेहनत करो मालिक ने चाहा तो वो आपके भाग्य अवश्य बदल देंगे। उक्त उदगार संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने आज शाह सतनाम जी धाम में आयोजित मासिक सत्संग में देश के विभिन्न राज्यों से पहुंची लाखों की साध संगत को संबोधित करते हुए कहे।
सत्संग के दौरान फरमाए गए भजन शब्द
'भूल गए हो तुम हमें, हम ना तुम्हे भूलाएंगे।
 चाहे कुछ भी करे यत्न, वापिस तुम्हे ने जाएंगे
काल से तुम्हे छुडाएंगे।Ó
    की व्याख्या करते हुए संत जी ने फरमाया कि ईश्वर, अल्लाह, वाहेगुरू, राम, संत- पीर-फकीर को अपना स्वरूप बनाकर भेजते है। संत जो बात करते है, वो अल्लाह, राम के वचन होते है जिन्हे मानने में सबका भला ही होता है। पूज्य गुरू जी ने अपनी ओजस्वी वाणी में ईश्वर सुमिरन व परमार्थी सेवा करने पर बल देते हुए कहा कि बुराइयों-बदियों से नाता तोड़कर नेकी भलाई से नाता जोड़ों, सतगुरू के वचनों पर अमल करो, परमार्थ करो तो सौ प्रतिशत मालिक की दया,मेहर, रहमत के हकदार बन सकते है। संत जी ने कहा कि आज के समय में इंसान ईश्वर मालिक के द्वारा किए परोपकारों को भूला बैठा है तथा दुख-मुसीबतों में घिरा रहता है। संत जी ने कहा कि ईश्वर के परोपकार को कभी न भूला, हर समय उसका शुक्राना करो, गुरूमंत्र-नाम शब्द का सुमिरन करों तो मालिक जीव का उद्धार जरूर करते है। सतगुरू के वचनों पर अमल करने से न केवल जीवात्मा को आवागमन से मुक्ति मिल जाती है, अपितु मालिक के नूरी स्वरूप के दर्श दीदार भी होते है। निंदा-चुगली से बचने पर संत जी ने कहा कि पीर-फकीर सबके भले की बात करते है। निंदा चुगली करने वालों के पास नही बैठना चाहिए और न ही परनिंदा करनी चाहिए क्योंकि निंदा बहुत बड़ा पाप है। गुरूमंत्र-नामशब्द के महत्व को बतलाते हुए पूज्य गुरू जी ने कहा कि नामशब्द के निरंतर सुमिरन जाप से आत्मविश्वास बढ़ता है, सफलता जीव के कदम चुमती है। राम नाम के सुमिरन से विकार दूर होंगे, मालिक की प्राप्ति होगी। पूज्य गुरू जी ने कहा कि संत पीर फकीर उस निराकार परमात्मा के ही रूप होते है, जो ईश्वर से बिछुडी हुई रूहों को दोबारा उससे मिलवाने के लिए इस मृतलोक में आते है। जीवा आत्माओं को गुरूमंत्र, नामशब्द देकर उनका कल्याण करते है।
    सत्संग के दौरान संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा लिखकर भेजे गए रूहानियत संबधित प्रश्नों के जबाव देकर उनकी जिज्ञासाएं शांत की। सत्संग का इंटरनेट के माध्यम से देश विदेश में लाईव प्रसारण किया गया। इस अवसर पर पूज्य गुरू जी के पावन सानिध्य में अनेक जोड़ों ने दिल जोड़ माला पहनाकर एक दूसरे को अपना जीवनसाथी स्वीकार किया। सत्संग के समापन के उपरांत आई हुई साध संगत को हजारों सेवादारों ने कुछ ही मिनटों में लंगर खिलाने की सेवा की। इस अवसर पर पूज्य संत गुरमीत राम रहीम ङ्क्षसह जी इन्सां ने हजारों लोगों को गुरूमंत्र, नाम शब्द की दीक्षा देकर उन्हे बुराइयां त्यागने का संकल्प करवाया। भीषण गर्मी के बावजूद लाखों की संख्या में साध संगत ने शिरकत की। हजारों सेवादार साध संगत के वाहनों के ठहरने, पेयजल व्यवस्था, हवा के लिए पंखों इत्यादि की बेहतरीन व्यवस्था की गई थी।

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