Sunday, September 11, 2011

समाचार News 11.09.2011

प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में विकास का सूत्रपात हुआ है
सिरसा
, 11 सितंबर।  सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में विकास का सूत्रपात हुआ है। जहां व्यापारी वर्ग, कृषक, महिलाएं तथा बच्चे, कमजोर एवं पिछड़े वर्ग तथा स्वतंत्रता सेनानी सहित अनेक वर्गों का कल्याण एवं उत्थान हुआ है वहीं मीडिया जगत से जुड़े पत्रकारों को विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही है ताकि वे अपनी लेखनी का प्रयोग निष्पक्ष एवं निर्भय होकर कर सकें। इसी प्रकार सरकार ने साहित्यिक क्षेत्र को और अधिक समृद्ध करने के उद्देश्य से विभिन्न अकादमियों का गठन किया है ताकि इनके संरक्षण में हिंदी, उर्दू, संस्कृत, पंजाबी तथा सांस्कृतिक गतिविधियों का पोषण हो सके।
    उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने पहली बार हरियाणा के मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए हरियाणा आवास बोर्ड की विभिन्न योजनाओं में 1.5 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मान्यता प्राप्त एवं गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने के लिए 50 लाख रुपए की राशि के साथ हरियाणा पत्रकार कल्याण कोष प्रशासनिक योजना शुरू की गई है।  उन्होंने बताया कि प्रदेश में मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए सामूहिक दुर्घटना बीमा योजना के तहत बीमा राशि की सीमा एक लाख रुपए से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए की गई है। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ में स्थित मान्यता प्राप्त पत्रकारों को चंडीगढ़ या पंचकूला में 10 सरकारी मकान प्रेस पूल में आरक्षित किए गए हैं।
    प्रवक्ता ने बताया कि राज्य परिवहन की बसों में मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए नि:शुल्क यात्रा की सुविधा की सीमा 2500 किलोमीटर से बढ़ाकर 4000 किलोमीटर वार्षिक और डैस्क पत्रकारों के  लिए 1500 किलोमीटर से बढ़ाकर 2500 किलोमीटर कर दिया है।  उन्होंने बताया कि पत्रकारों को प्रोत्साहन देने के लिए सतपाल सैनी स्मृति श्रेष्ठ पत्रकारिता पुरस्कार व श्री राजेंद्र हुड्डा स्मृति नवोदित श्रेष्ठ पत्रकारिता पुरस्कार शुरू किए गए। प्रत्येक पुरस्कार के अंतर्गत एक लाख रुपए की राशि, एक शॉल व एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इसके अलावा राज्य स्तर पर 51-51 हजार रुपए के 13 पुरस्कार व जिला स्तर पर प्रत्येक जिले में 21-21 हजार रुपए के 7 पुरस्कार दिए जा रहे हैं।
    उन्होंने बताया कि पत्रकारों केलिए एक लाख 51 हजार रुपए का लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड शुरू किया गया है। पत्रकारों को मान्यता देने के नियमों का सरलीकरण किया गया है, जिसके तहत अनुबंध पत्रकारों, अंशकालिक अनुबंध पत्रकारोंं या संपादक, समाचार संपादक या नियुक्ति प्राधिकारी द्वारा प्राधिकृत पत्रकारों को मान्यता प्राप्त करने के लिए पात्र बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तीन पत्रकारों एवं दो छायाकारों को मान्यता प्रदान करने के लिए वर्तमान प्रावधान के साथ-साथ राज्य मुख्यालय पर दैनिक समाचार पत्र के एक खेल संवाददाता को मान्यता प्रदान करने की सुविधा दी गई है। एनसीटी दिल्ली में आने वाले और हरियाणा को कवर करने वाले दैनिक समाचार पत्रों एवं न्यूज एजेंसियों के दो-दो प्रतिनिधियों को मान्यता प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर दैनिक समाचार पत्र के दो पत्रकारों एवं एक छायाकार को तथा उपमंडल स्तर पर एक पत्रकार को मान्यता प्रदान करने का प्रावधान किया गया है।

पुलिस विभाग द्वारा गत माह जिला में आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करते हुए विभिन्न धाराओं के तहत  312 अभियोग दर्ज किए गए है
सिरसा
, 11 सितंबर।   पुलिस विभाग द्वारा गत माह जिला में आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करते हुए विभिन्न धाराओं के तहत  312 अभियोग दर्ज किए गए है। विभिन्न चोरियों की गुत्थी सुलझाते हुए 42 लाख 76 हजार 750 रुपए की चोरीशुदा संपत्ति भी बरामद करने में पुलिस विभाग ने सफलता हासिल की।
    यह जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक श्री सतेंद्र गुप्ता ने बताया कि आबकारी अधिनियम के तहत 11 अभियोग दर्ज किए गए जिसमें 761 बोतल शराब ठेका देसी, 3 बोतल नाजायज शराब बरामद, 8 बोतल बीयर, 1 चलती भ_ी व 55 किलोग्राम लाहन बरामद किया गया।
    उन्होंने बताया कि जिला में मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम कसने के लिए पुलिस टीम ने विभिन्न स्थानों पर छापा मारी की और नारकोटिक अधिनियम के तहत 16 अभियोग दर्ज किए गए जिसके तहत लगभग 46.550 किलो ग्राम चूरापोस्त, 250 ग्राम अफीम तथा शस्त्र अधिनियम के तहत 3 अभियोग दर्ज किए गए जिसमें 2 पिस्तौल, 11 कारतूस, व 1 छूरा बरामद किया गया।
    श्री गुप्ता ने बताया कि जुआ अधिनियम के तहत 26 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत विभिन्न स्थानों पर सट्टे खाईवाली करते हुए व जुआ खेलते लोगों से 25 हजार 630 रुपए की राशि बरामद की गई है।

डा. अशोक तंवर कल 12 सितम्बर को प्रात: 10 बजे बेगू रोड़ स्थित कांग्रेस भवन में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक लेगें
सिरसा,
11 सितम्बर : सिरसा लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव डा. अशोक तंवर कल 12 सितम्बर को प्रात: 10 बजे बेगू रोड़ स्थित कांग्रेस भवन में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक लेगें। यह जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान मलकीत सिंह खोसा व सांसद के निजी सचिव परमवीर सिंह ने बताया कि कांग्रेस भवन में आयोजित इस बैठक में सांसद तंवर हिसार लोकसभा उपचुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक लेगें और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश देगें। इससे पूर्व सांसद तंवर प्रात: 9 बजे अपने निवास स्थान पर संसदीय क्षत्र के लोगों से मिलेगें और उनकी समस्याएं सुनेगें।

जिला स्तरीय स्कूल सांस्कृतिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
सिरसा
, 10 सितंबर।     आज रानियां रोड पर स्थित स्थानीय विवेकानंद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जिला स्तरीय स्कूल सांस्कृतिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें जिलाभर से सरकारी, गैर सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चों व उनके अभिभावक, प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक तथा प्राध्यापकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री आत्मा राम व प्रधानाचार्या श्रीमती अनिता यादव ने मां सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित कर किया और सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी।
        इस अवसर पर उपजिला शिक्षा अधिकारी यज्ञदत्त वर्मा ने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है। इसलिए बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेल, सांस्कृतिक तथा अन्य प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले सच्ची लगन व कड़ी मेहनत से अभ्यास करके मैदान में उतरना चाहिए। उन्होंने कहा कि हारने वाले खिलाड़ी को कभी मायूस नहीं होना चाहिए। हार जीत तो एक सिक्के के दो पहलू हैं। हारने वाली टीम व खिलाड़ी को भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए पूरी तैयारी के साथ भाग लेना चाहिए। उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को बधाई दी व स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया।
        इस मौके पर प्रधानाचार्या श्रीमती अनिता यादव ने बाहर से आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों व खेलों से आपस में प्यार प्रेम व भाईचारे की भावना उत्पन्न होती है वहीं अनुशासन भी सीखने को मिलता है जो समाज व राष्ट्र के उत्थान में सहायक सिद्ध होता है।  उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय स्कूल सांस्कृतिक खेल प्रतियोगिता में समूह गान लड़कियों के वर्ग में विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल सिरसा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा यादव बाल विद्या मंदिर ने दूसरा जबकि राजकीय उच्च विद्यालय केलनियां ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार से भजन प्रतियोगिता में सेंट बुद्धा सीनियर सैकेंडरी स्कूल ने प्रथम, विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल ने द्वितीय तथा यादव बाल विद्या मंदिर स्कूल ने तीसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने बताया कि एकल नृत्य प्रतियोगिता में विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल प्रथम, यादव बाल विद्या मंदिर स्कूल द्वितीय तथा महावीर दल स्कूल ने तृतीय स्थान पाया। लोक गीत प्रतियोगिता में विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल ने प्रथम, सेंट बुद्धा सीनियर सैकेंडरी स्कूल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। ग्रुप डांस, एकाकी, मोनो एक्टिंग व फेंसी डे्रस, एकल नृत्य आदि प्रतियोगिताओं में  में विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। पेंटिंग प्रतियोगिता में सैंट बुद्धा सीनियर सैकेंडरी स्कूल  ने प्रथम स्थान तथा विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल सिरसा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया।
        विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल के चेयरमैन श्री राम सिंह यादव ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम व राष्ट्र के नवनिर्माण के लिए भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज इस जिला स्तरीय सांस्कृतिक खेल प्रतियोगिता में जिन स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया हैं निश्चित रूप से उनका भविष्य उज्ज्वल होगा। उनकी छुपी हुई प्रतिभा भी उजागर हुई है। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता शिक्षा विभाग एवं सांस्कृतिक विभाग द्वारा आयोजित करवाई गई है। जिला स्तरीय प्रतियोगिता की अध्यक्षा जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती कुमकुम ग्रोवर है।
        उन्होंने कहा कि लड़के वर्ग में लोक गीत प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रानियां ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल ने दूसरा तथा यादव बाल विद्या मंदिर स्कूल ने तीसरा स्थान हासिल किया है। फेंसी डे्रस प्रतियोगिता में विवेकानंद स्कूल ने प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रानियां ने दूसरा स्थान पाया। भजन प्रतियोगिता में रानियां ने प्रथम, विवेकानंद ने दूसरा तथा राजकीय उच्च विद्यालय केलनिया ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार पेंटिंग प्रतियोगिता में विवेकानंद प्रथम, राजकीय उच्च विद्यालय कीर्तिनगर सिरसा ने दूसरा स्थान जबकि यादव बाल विद्या मंदिर ने तीसरा स्थान पाया। समूह नृत्य, समूह गान, एकांकी, एकल नृत्य आदि में विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी सिरसा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि मोनो एक्टिंग में राजकीय उच्च विद्यालय केलनिया ने पहला स्थान पाया।
        जिला स्तरीय स्कूल सांस्कृतिक खेल प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल (जजिज)की भूमिका सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री आत्मा राम, म्यूजिक की प्राध्यापिका श्रीमती सुनीता कुमारी तथा राजकुमार वर्मा ने निभाई। इन द्वारा किए गए सराहनीय कार्य की सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक, प्राध्यापकों व अध्यापकों एवं उपस्थित अभिभावकों  व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की।
        इस अवसर पर जिला शिक्षा विभाग के दया कुमार, सुनीता रानी, शंकर शर्मा, सतबीर सिंह, प्रेम कम्बोज, डा. एस गौतम, संजय, सिकंदर व प्रे्रमबाबू आदि उपस्थित थे।

जनता को घर द्वार पर ही न्याय देने के लिए जिला के गांव जमाल में ग्रामीण लोक अदालत का आयोजन किया गया
सिरसा,
11 सितंबर।     जनता को घर द्वार पर ही न्याय देने के लिए जिला के गांव जमाल में ग्रामीण लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश (सीनियर डिवीजन)श्री सुधीर परमार की अध्यक्षता में लंबित पड़े विभिन्न प्रकार के मामलों को मौके पर निपटाया गया। इस मौके पर न्यायाधीश डा. कपिल राठी भी उपस्थित थे। आज आयोजित ग्रामीण लोक अदालत में 59 मामले रखे गए थे जिनका दोनों पक्षों की सहमति से मौके पर ही सभी मामले निपटाए गए।
        अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश (सीनियर डिवीजन)श्री सुधीर परमार ने बताया कि लोक अदालतों में सिविल से संबंधित 2 व मोटेशन से संबंधित 57 मामले रखे गए जिनका दोनों पक्षों की सहमति से मौके पर निपटारा किया गया।
        श्री परमार ने बताया कि जिला में अब तक 361 लोक अदालतों का आयोजन किया गया है  जिनमें विभिन्न प्रकार के 84 हजार 500 के लगभग केस रखे गए। इनमें से 46 हजार 400 से अधिक का निपटारा किया गया। उन्होंने बताया कि मोटर वाहन व दुर्घटना से संबंधित 1575 केसों का निपटारा किया गया जिसमें मोटर वाहन एक्ट के तहत दोनों पक्षों की सहमति से 13 करोड़, 31 लाख रुपए से भी अधिक की राशि मुआवजे के रूप में वितरित की गई। उन्होंने बताया कि 361 लोक अदालतों में से 43 ग्रामीण लोक अदालतों का आयोजन किया गया। इन आयोजित ग्रामीण लोक अदालतों में विभिन्न प्रकार के 9 हजार 377 केस रखे गए।  जिनमें 6 हजार 340 के लगभग का दोनों पक्षों की सहमति से निपटारा किया गया। उन्होंने बताया कि इसके साथ-साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा नि:शुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाती है और सलाह भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि कानूनी विशेषज्ञों द्वारा ग्रामीणों को मनरेगा व अन्य कानूनी पहलुओं की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कानूनी साक्षरता वैन भी चलाई गई है जो डाक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से जनता को अपने अधिकारों और समाज में फैली बुराइयों को खत्म करने के लिए जागरूक कर रही है।  प्रत्येक व्यक्ति को उनके अधिकारों बारे जानकारी भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि जिला में 530 कानूनी जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया जिनमें 2000 से भी ज्यादा व्यक्तियों को कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई गई और उन्हें जागरूक किया गया।
    उन्होंने बताया कि गरीब परिवार जिनकी सालाना आमदनी 1 लाख रुपए से कम है व अपंग या विकलांग है उन व्यक्तियों के वकीलों व अन्य प्रकार के खर्चों को भी कोर्ट द्वारा वहन किया जाता है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले व्यक्ति का किसी सामान्य जाति के साथ संबंध रखने वाले व्यक्ति से मामला चल रहा है तो जिला कल्याण विभाग द्वारा उसे 500 रुपए की राशि भी सहायता के रुप में उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि लोक अदालतों से धन और समय की बचत होती ही है इससे आमजन को तुरन्त न्याय भी मिल जाता है इसलिए जिन लोगों के लम्बे समय से मामले विभिन्न कोर्टो में लम्बित पड़े हैं, वे आयोजित लोक अदालतों के माध्यम से मामलों का निपटारा करवाएं।
    इस मौके पर नायब तहसीलदार दलबीर सिंह, दीपक कुमार, राममूर्ति बेनीवाल, लालराम, एडवोकेट संदीप कम्बोज, श्रीमती मोनिका गुप्ता, एएस कालड़ा, श्रीमती बलवीर कौर गांधी, विक्रम सिंह यादव, मनोज दहिया, सुरेंद्रपाल आदि उपस्थित थे।

मां भगवती का सातवां विशाल जागरण आयोजित किया गया
सिरसा।
बीती रात स्थानीय डबवाली रोड पर एयर फेमिली गेट बिष्णुपुरी कालोनी के समीप स्थित सर्राफ पेंट्रोल पंप के समीप मां भगवती का सातवां विशाल जागरण आयोजित किया गया। इस अवसर पर सिरसा कांग्रेस के प्रधान भूपेश मेहता ने जागरण की ज्योत प्रचंड की तथा अरदास की। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री मेहता ने कहा कि धार्मिक नगरी सिरसा पर मां भगवती की पूरी कृपा बरसती है। उन्होंने कहा कि वे माता रानी के चरणों में अरदास करते है कि माता रानी सब पर यूं ही अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें। श्री मेहता ने जागरण आयोजनकर्ताओं को इस मंगलकार्य के आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर अनिल नागपाल एंड पार्टी द्वारा मां भगवती का गुणगान किया गया। इस मौके कलाकार नरेश मितवा रूडकी, नूरदौली पटियाला व अन्य कलाकारों द्वारा मधुर वाणी में 'प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानीÓ, 'मैय्या जी मैनू नौकर रख लो जीÓ, 'चलों बुलावा आया है...Ó इत्यादि भजन गाए, जिन पर उपस्थित श्रद्धालु झूमते नजर आए। इस अवसर पर आयोजनकर्ताओं ने श्री मेहता को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर कैलाश शंकर सर्राफ, सुरेंद्र पाल, वार्ड 31 के पार्षद रामनिवासी बोमरा, सुरेंद्रपाल, विनोद भाटिया, संजय मेहता, राजेश भाटिया, मक्खन ङ्क्षसह ख्योवाली, अरूण मिढ्ढा, लड्डू मिढ्ढा, कृष्ण मेहता, राकेश डाबरा, रमेश गोयल, निजी सचिव प्रेम सैनी, पवन सिंगला, गुरमेल सिंह, संदीप इन्दौरा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

एक व्यक्ति के व्यक्तित्व को संपूर्ण बनाने में खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
सिरसा
। एक व्यक्ति के व्यक्तित्व को संपूर्ण बनाने में खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल न केवल शरीरिक रूप से एक खिलाड़ी को मजबूत बनाता है बल्कि उसे मानसिक रूप से भी मजबूती प्रदान करता है। यह बात गत दिवस गांव नहराना मेें आयोजित हुई प्रथम कब्डडी प्रतियोगिता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा ने उपस्थित खिलाडिय़ों व ग्रामीणों के समक्ष कही। ग्राम पंचायत द्वारा गांव के जनचेतना केंद्र में आयोजित तीन दिवसिय कब्ड्डी प्रतियोगिता में बतौर मुख्यअतिथि पहुंचे श्री शर्मा ने रिबन काटकर इसका शुभारंभ किया। इसके बाद श्री शर्मा ने आई हुई टीमों के खिलाडिय़ों से मुलाकात की। इस मौके पर मा. राजकुमार वर्मा, हरीश सोनी, संजय शर्मा, संत लाल गुंबर, पूर्ण चंद गिरधर, बृजदान चारन, गांव के सरपंच आत्मा राम नांगल, माुंगेराम बिजरांडिय़ा, मास्टर राममूर्ति, राजेंद्र सहारण, मंगल सिहाग, मनफूल, नोरंग सहारण, रोहताश शर्मा, इंद्रपाल, धन्ना सिहाग, इंद्रपाल, संदीप, हरदीप, रोहताश, मोनू, राकेश, प्रवीण, धोलू, मोदीराम, कालू, भूप सिंह, दयानंद, बलबीर नंबरदार सहित अनेक लोग भी मौजूद थे।
    प्रतियोगिता के बारे में जानकारी देते हुए रोहताश शर्मा ने बताया कि इस टूर्नामेंट में अलग-अलग गांव की कुल 10 टीमें भाग ले रहीं हैं। जिसमें गांव नहराना, कागदाना, कुक्कड़थाना, हंजीरा, जमाल, दड़बा कलां, पीली मंदोरी, जौधंका व बनवाली की टीमें शामिल हैं। प्रतियोगिता का उदघाटन मैच कागदाना व नहराना के बीच खेला गया जिसे कागदाना ने जीता इसके बाद कुक्कड़थाना व हंजीरा के बीच हुए मैच को कुक्कड़थाना ने जीता। श्री शर्मा ने खिलाडिय़ों से कहा कि प्रदेश सरकार खेल को बढ़ावा व खिलाडिय़ों को सम्मान देने के मामले मेें अन्य राज्यों की तुलना में बेहतरीन कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुडडा ने भी खिलाडिय़ों को सरकारी नौकरी व आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए अनेक घोषणाएं की हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय खेल जैसे कब्डडी अन्य खेलों की अपेक्षा पिछड़ रही हैं लेकिन ग्रामीणांचल के युवा आज भी ऐसी प्रतियोगिताएं करवाकर भारतीय संस्कृति के प्रतीक इन खेलों को जीवित रखे हुए हैं।

केंद्र व राज्य सरकार ने शिक्षा के विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है
सिरसा
, 11 सितंबर। केंद्र व राज्य सरकार ने शिक्षा के विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है तथा सिरसा संसदीय क्षेत्र में कन्याओं के लिए सर्वाधिक केंद्रीय विद्यालय स्थापित किए गए है। यह बात सिरसा के सांसद डा. अशोक तंवर ने आज प्रीतम पैलेस के सामने श्री श्याम कालेज ऑफ एक्सीलेंस के उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोपथ राठौर ने की। सांसद ने कहा कि इस लवली युनिवर्सिटी के अध्यन केंद्र के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों तक शिक्षा का विकास होगा तथा यह केंद्र जल्द ही विस्तार पटल पर कार्य करने लगेगा, ऐसी मेरी भावना है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में संचालकों को किसी प्रकार की मद्द की जरूरत होगी तो वे अवश्य करेंगे। इससे पहले केंद्र के चेयरमैन सीता राम शर्मा ने कहा कि उनका लक्ष्य केवल धन कमाना नहीं है और वे जिले के गरीब असहाय, विकलांग बच्चों के लिए सुविधाजनक शिक्षा उपलब्ध करवाना चाहते है। उन्होंने बताया कि इस केंद्र में इस समय 36 कोर्स शुरू किए गए है तथा विद्यार्थियों का तांता लगा हुआ है। श्री शर्मा ने कहा कि लवली प्रोफेशनल युनिवर्सिटी द्वारा दी जाने वाली तमाम सुविधाएं यहां के विद्यार्थियों को दी जाएंगी। इस अवसर पर वरिष्ठ कांगेे्रस नेता होशियारी लाल शर्मा, कमल शर्मा, राम अवतार हिसारिया, हीरालाल शर्मा, गौरव शर्मा, गौतम शर्मा, विनोद सिंगला तथा भावना ने संबोधित किया। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री प्रो. गणेशी लाल, भीम झूथरा, दीनदयाल कंदोई, ए.सी गाडी, आंनद बियानी, नवीन केडिया, लादूराम पुनिया, भूपेंद्र राठौर, मा. राजकुमार वर्मा, पंजाब भाजपा के सचिव संदीप रिणवा, सुभाष सिंगला, श्यामलाल सिगला, नगर पार्षद रमेश मेहता, विजय बसंल, ओ.पी कौशिक, महेश अग्रवाल, दवेंद्र काका, भूपेंद्र स्नेही, अनिल जयसवाल सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

'एस जन्म दा लाहा खट्टो, आ जन्म बार बार नही मिलदा
सिरसा
। 'एस जन्म दा लाहा खट्टो, आ जन्म बार बार नही मिलदा। ऐस जन्म विच ही तुसीं परमपिता परमात्मा दी दया मेहर रहमत दे काबिल बन सकते हो, ओहनू पा सकते होÓ।  उक्त उद्गार  पूज्य संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने आज शाह सतनाम जी धाम में आयोजित रूहानी सत्संग को संबोधित करते हुए कहें। इस अवसर पर पूज्य गुरू जी की पावन उपस्थिति में सादगी पूर्ण ढंग से एक जोड़ा विवाह के बंधन में बंधा। सत्संग के समापन के पश्चात पूज्य गुरू जी ने हजारों नए जीवों को गुरूमंत्र, नाम राम की दीक्षा देकर बुराइयां त्यागने का संकल्प करवाया। सत्संग के दौरान गाए गए भजन शब्द 'लाहा कुछ खट्ट के जावीं-एवें ना जन्म गवाईं बंदेयाÓ की ठेठ पंजाबी भाषा में व्याख्या करते हुए पूज्य संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी ने कहा कि  इस कलियुग में जो जीव अल्लाह, वाहेगुरू, राम की चर्चा में आकर बैठता है वह बहुत ही भाग्यशाली है। राम नाम के द्वारा जीव अपनेे बड़े से बड़े कर्माे को कंकर में बदल सकता है। राम नाम सभी रोगों की मुकम्मल दवा है। मनुष्य शरीर में ही जीवात्मा  आवागमन से मुक्ति पा सकती है। मनुष्य को यह जीवन चौरासी लाख जुनियों को भोगने के बाद मिला है इसलिए इस जन्म में मनुष्य को अच्छे कर्म करते रहना चाहिए। पूज्य गुरू जी ने कहा कि मनुष्य दुनियादारी के काम-धंधों में उलझा रहता है तथा निजी स्वार्थो की पूर्ति में लगा रहता है । पूज्य गुरू जी पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव में आकर अपनी संस्कृति भुलाने वालों को सावधान करते हुए कहा कि आज हमारे देश में पश्चिमी सभ्यता हावी होती जा रही है जिससे अपने देश के संस्कारों का बेड़ा गर्क होता जा रहा है। संत जी ने कहा कि हमारे संस्कार दुनियां में नम्बर एक पर है लेकिन मनुष्य अपने स्वार्थो की पूर्ति के लिए इसने दूर होता जा रहा है। पूज्य गुरू जी समलैंगिकता पर प्रहार करते हुए कहा कि  जब-जब मनुष्य प्रकृति के नियमों से छेड़छाड़ करता है तब-तब भयानक बिमारियां अपने पैर पसार लेती है। इस भयानक कलियुग में सभी रिश्ते टूटते जा रहे है। पूज्य गुरू जी ने कहा कि अब वेश्यावृति आम बात हो गई है जिससे लोगों को भयानक बीमारियों का सामना करना पड़ेगा। आज का मनुष्य शैतान बना हुआ है। इस भयानक समय में वहीं जीव बच सकता है जो मालिक पर दृढ़ विश्वास रखता है और जिसके नेक विचार हो, अच्छे संस्कार हो तथा संतों द्वारा बताए गए नियमों पर चलता हो। पूज्य गुरू जी ने कहा कि कलियुग में जो जीव मानवता भलाई के लिए एक रूपया खर्च करता है तो उसे हजारों गुणा फल मिलेगा। पूज्य गुरू जी ने कहा कि सतगुरू के वचनों का मानो तो न अंदर कमी रहती है और न ही बाहर। उन्होंने कहा कि व्यवहार के सच्चे बनों। ठगी, बेईमानी से बचों। उन्होंने कहा कि संत पीर फकीर सदैव दूसरों का भला मांगते है, कभी किसी का बुरा करना तो दूर बुरा सोचते भी नही है। उन्होंने श्रद्धालुओं को दैनिक कार्यों के साथ साथ ईश्वर भक्ति करने का संदेश देते हुए कहा कि जिस तरह हम अपने दैनिक कार्यों के लिए समय निर्धारित करते है, उसी भांति अल्लाह, वाहेगुरू, राम का नाम जपने के लिए सुबह शाम समय निर्धारित करें। इस अवसर पर पूज्य गुरू जी ने साध संगत द्वारा रूहानियत के संबंध में लिख कर भेजे गए प्रश्नों के जबाव देकर उनकी जिज्ञासाएं शांत की।  सत्संग की समाप्ति पर सादगीपूर्ण ढंग से एक शादी सम्पन्न हुई। इसके पश्चात हजारों जीवों को गुरूमंत्र देकर बुराईयां न करने की शपथ दिलवाई। इस मौके पर देश-विदेश से व इंटरनेट द्वारा लाखों लोगों ने सत्संग का लाभ उठाया।

शहीद भगत सिंह के जन्मदिन के उपलक्ष्य में नाटक मेला आयोजित
ओढ़ां
-शहीद भगत सिंह के 104 वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में गांव चोरमार के मुख्य चौक में दशमेश युवा क्लब व एजूकेशन सोसाइटी, ग्राम पंचायत, गुरुद्वारा सहयोग समिति और समस्त गांववासियों के सहयोग से नाटक मेले का आयोजन करवाया गया। संत बाबा कर्म सिंह की देखरेख में आयोजित इस नाटक मेले में प्रसिद्ध नाटककार अजमेर सिंह औलख के दो नाटक अवेसले युद्धा दी नायिका और बेगाने बोहड़ दी छां प्रस्तुत किए गए। इस मेले का शुभारंभ मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित डॉ. वेद बैनिवाल ने किया। मेले में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हाईकोर्ट चंडीगढ़ के वकील राजीव गोदारा ने सूचना का अधिकार और जनलोकपाल के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावा ओढ़ां के मास्टर अजायब सिंह की टीम द्वारा कोरियोग्राफी मैं धरती पंजाब दी और फांसी प्रस्तुत की गई।
    नाटक अवेसले युद्धां दी नायिका एक शराबी के परिवार की कहानी पर आधारित है। इस नाटक में दिखाया गया है कि एक शराबी की पत्नी और उसके पूरे परिवार को क्या क्या यातनाएं सहनी पड़ती हैं और उस शराबी की शिक्षित पत्नी कैसे अपने पति को सही मार्ग पर लाती है। दूसरे नाटक बेगाने बोहड़ दी छां में गरीब किसान और मजदूर की दर्दभरी दास्तां को दर्शाया गया कि कैसे गरीब किसानों और मजदूरों का शोषण साहूकारों व लीडरों द्वारा किया जाता है। इन नाटकों का निर्देशन स्वयं अजमेर सिंह औलख ने किया।
    नाटक अवेसले युद्धां दी नायिका में अमली की भूमिका में गोबिंद सागर, अमली की पत्नी की भूमिका में अजमीत औलख, बच्चे की भूमिका में गुरप्रीत सिंह, धनवंत सिंह जागीरदार की भूमिका में सुभाष बिट्टू नजर आए। बेगाने बोहड़ दी छां नाटक में गरीब किसान गज्जन सिंह की भूमिका में सुभाष बिट्टू, गांव के जागीरदार की भूमिका में जगतार औलख, पीत्ता अमली की भूमिका में गोबिंद सागर, गज्जन सिंह की पत्नी की भूमिका में मनजीत औलख आदि नजर आए।
    इस अवसर पर ईमानदारी के लिए तीन व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। सम्मानित किए जाने वाले व्यक्तियों में बिजली विभाग के रिटायर्ड कनिष्ठ अभियंता हिम्मत सिंह, रावमा विद्यालय बणी के प्रिंसिपल सुरजीत सिंह मान और साहुवाला प्रथम के पटवारी राजेंद्र सिंह शामिल हैं। इस अवसर पर क्लब के प्रधान सेवक सिंह ने क्लब का मार्च 2010 से अगस्त 2011 तक का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
    इस अवसर पर साहित्यकार पूर्ण मुद्गिल, मुख्य ग्रंथी गुरपाल सिंह, डॉ. बलबीर सिंह, सरपंच सुखदेव सिंह, संदीप कुमार पन्नीवाला, किसान नेता प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा, जगदीश सिंघपुरा, क्लब सचिव गुरमीत सिंह, कोषाध्यक्ष जगसीर सिंह काली, उपप्रधान गुरमीत सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष गांववासी उपस्थित थे।

अजमेर सिंह के नाटकों का संकलन उनकी 14 पुस्तकों में मिलता है
ओढ़ां-
प्रसिद्ध पंजाबी नाटककार अजमेर सिंह औलख के नाटकों का मंचन गत रात्रि गांव चोरमार में किया गया। अजमेर सिंह औलख से बात करने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने सन 1969-70 में लिखना शुरू किया जिसमें उनका सबसे पहला नाटक अरबद नरबद धुंधुकारा था। आज तक उन्होंने करीब 35-40 नाटक लिखे हैं जिनका संकलन उनकी 14 पुस्तकों में मिलता है। इनके प्रमुख नाटकों में सत्त बेगाने, न्यों जड़, अन्ने निशानची, बेगाने बोहड़ दी छां, झना ने पानी और इश्क बाज निमाज दा हज नहीं आदि शामिल हैं। इनके बहुत से नाटक पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला और गुरुनानकदेव यूनिवर्सिटी अमृतसर के बीए और एमए के पाठ्यक्रम में भी पढ़ाए जाते हैं। इनको साहित्यकार सहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है। इनके जीवन के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि उनका जन्म मानसा जिले के किशनगढ़ फरवाही में हुआ। वे एक छोटे किसान के बेटे थे, घर में जमीन थोड़ी थी और वे चार भाई थे, जिसका प्रभाव उनके नाटकों में भी देखने को मिलता है। जिसमें छोटी व निम्र किसानी की झांकी अक्सर उनके नाटकों का मुख्य विषय वस्तु होता है। उन्होंने सन 1958 में मैट्रिक की और फिर बीए व पंजाबी में एमए करने के बाद सन 1965 में उन्हें मानसा के नेहरू कॉलेज में प्रौफेसर के पद पर नौकरी मिली। लगभग 35 वर्ष एक ही कॉलेज में बिताने के बाद सन 2000 में वे सेवानिवृत्त हुए। इन 35 वर्षों में उन्होंने यूनिवर्सिटी में अपने ही बहुत से नाटकों का निर्देशन व मंचन भी किया। सन 2009 में वे कनैड़ा गए और वहां पर अपने नाटकों का मंचन किया जिन्हें बहुत सराहा गया। रिटायर्ड मेंट के बाद वे अपने परिवार के साथ नाटकों का मंचन करते हैं जिसमें उनकी पत्नी मनजीत कौर, बेटी अजमीत कौर, दामान सुभाष बिट्टू, भतीजा जगतार सिंह औलख और उनके कुछ स्टूडेंट शामिल हैं।

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