Friday, April 29, 2011

बालम जी घड़वा दो मेरी पायल.

ओढ़ां
    जवाहर नवोदय विद्यालय ओढ़ां में शुक्रवार को विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. जी.के मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित सिरसा के सांसद डॉ. अशोक तंवर ने वर्ष 2010-11 में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी डॉ. के.वी सिंह व पूर्व शिक्षा मंत्री जगदीश नेहरा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।
    इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ. तंवर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना था कि ग्रामीण आंचल में पढऩे वाले विद्यार्थियों को उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त हो और हमारा देश 21 वीं सदी का भारत बने। उनका यह सपना आज जवाहर नवोदय विद्यालयों के रूप में साकार हो गया है।
उन्होंने कहा कि सभी जवाहर नवोदय विद्यालयों को हाइटैक करने हेतु केंद्र सरकार का 200 करोड़ रुपए की लागत से भारत संचार निगम से एग्रीमेंट हुआ है। उन्होंने कहा कि सन 1987 में जवाहर नवोदय विद्यालय के रूप में जो पौधा श्री राजीव गांधी ने लगाया था वो आज एक वृक्ष का रूप धारण कर चुका है और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है
    इस अवसर पर विद्यालय के संगीत अध्यापक मोहन लाल शर्मा के नेतृत्व में विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। सर्वप्रथम अमन जांगड़ा व भावना ने सरस्वती वंदना, संतोष हरप्रीत श्वेता व अन्यों ने स्वागत गीत, भावना, सरिता, सुनीता ने हरियाणवी डांस बालम जी घड़वा दो मेरी पायल.. कोमल व वर्षा एंड पार्टी ने राजस्थानी लोकनृत्य रूणी चेरा घडिय़ा अजमाल जीरा कंवर.. गुरतेज, बीरबल व रोहित ने बीन की तान पर
नाग डांस करके सबको मोहित कर दिया, दीक्षा, परीक्षा व सखियों ने तेलगू सोंग, सुमन, पूनम व सखियों ने एक्शन सोंग हम जंग ना होने देंगे.. पंजाबी गिद्दा व भंगड़ा के तहत बोलियां मालवे दी जट्टी वे मैं गिद्देयां दी रानी हां.. कोरे कोरे कूजे विच दहीं मैं जमानी आं.. जे मुंडेयो तुहाडा व्याह नहियों हुंदा.. बल्ले वे जे मैं हुंदी जैलदारनी.. तेरी मां दी तेरी मां दी खंड मुक जे.. आओ जी, जी आयां नूं मैं लख लख शुकर मनावां.. मेरे देश दा तिरंगा नी बड़ा सोहना..। इसके अलावा मोनिका, रवि, अनीता, कर्मजीत व साथियों ने हिंदी नाटक शिक्षा का महत्व के माध्यम से बताया कि एक ग्रामीण परिवार अपने बेटा व बेटी को पढऩे हेतु शहर भेजते हैं और जब बेटी डाक्टर व बेटा इंजीनियर बनकर आते हैं तो कैसे गांव का नक्शा ही बदल देते हैं।
    इस अवसर पर कांग्रेस के जिला प्रधान मलकीत सिंह खोसा, शहरी प्रधान भूपेश मेहता, ब्लॉक प्रधान जगसीर मिठडी, अध्यापक अभिभावक संध के प्रधान परमजीत सिंह बराड़, सकताखेड़ा के सरपंच रणजीत सिंह, कौर सिंह कुंडर, गुरजंट सहु, रामकुमार नेहरा, सतिंद्र जीत सोनी, जगतार सिंह देसू मलकाना, अवतार सिंह सालमखेड़ा, काला सिंह घुकांवाली, नत्था सिंह प्रेमी, चरित्र नांरग, जे.सी जोरा, कमलेश गोयल, अमृतलाल, विजय सोखल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

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