Friday, April 29, 2011

प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दर को बढाने के उद्देश्य से कोचिंग

हिसार 29 अप्रैल 2011
प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार विश्वविद्यालय में पढ रहे छात्रों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दर को बढाने के उद्देश्य से कोचिंग प्रदान करेगा। इस केन्द्र का उदघाटन विश्वविद्यालय के कुलपति डा एम एल रंगा ने किया व कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलसचिव प्रो आर एस जागलान ने की। यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय कैरियर स्पार्क के सहयोग से करेगा। प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र 2 मई से विश्वविद्यालय के धार्मिक अध्ययन केंद्र में सुबह व शाम को कक्षाएं आयोजित करेगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द की समन्वयक प्रो उषा अरोड़ा, प्रो एच एल वर्मा, प्रो धमेन्द्र कुमार, प्रो कुलदीप बंसल, प्रो आर के गुप्ता, प्रो मिलंद पारले, डा संदीप राणा, डा कर्मपाल, डा शबनम सक्सेना, डा आरोहित, कैरियर स्पार्क के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री रविन्द्र सैनी, श्री पंकज चौधरी व विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अधिष्ठïाता, विभागाध्यक्ष, अधिकारीगण एवं विद्यार्थी भारी संख्या में उपस्थित थे
    कुलपति डा एम एल रंगा ने कहा कि आज का समय प्रतिस्पर्धा का समय है और जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं को गंभीरता से लेते हंै उनका सफल दर अधिक होता है। यह देखा गया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में बहुत अधिक संख्या में छात्र भाग लेते है लेकिन वही छात्र परीक्षा उर्तीण कर पाते हैं जिन्हें परीक्षा की समझ हो। उन्होने कहा कि आज के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा की प्रणाली को समझकर अपनी रणनीति तैयार करनी चाहिए। डा रंगा ने कहा कि अच्छी प्लेसमैंट के लिए साफ्टस्कील व पर्सनैलिटी डव्लपमैंट होना आवश्यक है। 
कुलसचिव प्रो आर एस जागलान ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में समय प्रबधंन की महत्वपूर्ण भूमिका है जो विद्यार्थी समय सीमा में रहकर कम समय में अधिक प्रश्नों के उत्तर लिखते हैं उनका सफलता का प्रतिशत अधिक होने की संभावना रहती है। उन्होने कहा कि छात्रों को बहुमुखी ज्ञान होना अति आवश्यक है।
प्रो उषा अरोड़ा ने कहा कि आज के छात्र होनहार तो है लेकिन अगर वे परीक्षा प्रबंधन सही तरीके से करें तो अधिक अंक प्राप्त कर सकते है। उन्होने कहा कि किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए यह आवश्यकता है कि विद्यार्थी पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को कई बार हल करे।
कैरियर स्पार्क के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री रविन्द्र सैनी ने कहा कि पिछले एक दशक में देश के सामाजिक व आर्थिक परिवेश में मूलभूत परिवर्तनों के चलते सामान्य शिक्षा के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास अति आवश्यक हो गया है। प्राय: यह देखा गया है कि कोरपोरेट सैक्टर द्वारा विद्यार्थियों के एटीटयूड पर अधिक बल दिया जाता है। यदि स्नातक के प्रारम्भिक वर्षों से ही प्रतियोगी परीक्षाओं का एक प्लान बनाया जाए और तैयारी आरम्भ कर दी जाए तो सफलता मिलने की संभावनाए प्रबल हो जाती है। प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द विद्यार्थियों को बैंकों, यूजीसी नैट, कैट व मैट की परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ पर्सनैलिटी डव्लपमैंट के बारे में भी प्रशिक्षण देगा।  
फोटो कैप्शन
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प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार का उदघाटन करते विश्वविद्यालय के कुलपति डा एम एल रंगा, कुलसचिव प्रो आर एस जागलान, प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द की समन्वयक प्रो उषा अरोड़ा व कैरियर स्पार्क के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री रविन्द्र सैनी।
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प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार का उदघाटन अवसर पर मंच पर आसिन विश्वविद्यालय के कुलपति डा एम एल रंगा, कुलसचिव प्रो आर एस जागलान, प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द की समन्वयक प्रो उषा अरोड़ा व कैरियर स्पार्क के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री रविन्द्र सैनी।
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प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार का उदघाटन अवसर पर उपस्थित विश्वविद्यालय के विद्यार्थीगण।

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