Thursday, April 21, 2011

गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पचास रुपए का बोनस ऊंट के मुहं जीरा

सिरसा, 21 अप्रैल। युवा इनेलो नेता महावीर बागड़ी ने हुड्डा सरकार को लताड़ लगाते हुए कहा है कि गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पचास रुपए का बोनस ऊंट के मुहं जीरा जैसी बात है।  बागड़ी ने कहा कि कांग्रेस का जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं। ऐसी नीतियां अमल में लाई जा रही हैं, जिससे कि लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़े। उनका कहना है कि इस किसान विरोधी सरकार ने एक बार फिर किसानों के साथ भद्दा मजाक किया है। किसानों से वादे तो बहुत बड़े-बड़े किए जाते है लेकिन जब वक्त आता है उन वादों को पूरा करने का तो शोषण के शिवा कुछ नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार ने सिरसा सहित अन्य जिलों में जमीन की रजिस्ट्री के लिये कलेक्टर रेट बेतहाशा बढ़ाकर लोगों पर बोझ डाल दिया है। इससे आम आदमी के लिए मकान बनाना शायद ही संभव हो पाये, क्योंकि महंगाई के कारण पहले ही अन्य दैनिक उपयोग की चीजें काफी मंहगी हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि अभी गर्मी शुरू ही हुई है और पानी की किल्लत अभी पूरे प्रदेश में देखने को मिल रही है। नहरों का विकास तो दूर की बात नहरों में पानी ही नहीं आ रहा है। आज किसान की फसल सिंचाई के पानी के अभाव से मर रही है ऊपर से बोनस के नाम पर मजाक कर किसानों का शोषण करना कहां की विकास नीति है। ऐसे में कसानों के लिए सिंचाई के पानी का बन्दोबस्त नहीं किया गया तो भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि इनेलो जब भी सत्ता में रही है पानी और बिजली की कमी कभी भी कमी नहीं आने दी है।

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