सिरसा। हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के निदेशक और जाने माने साहित्यकार सुखचैन सिंह भंडारी ने कहा है कि वे अकादमी के कामकाज के ढर्रे में आमूल-चूल बदलाव कर इसका मुख गांवों और चौपालों की ओर मोडऩे का कार्य करेंगे। पंजाबी साहित्य की विभिन्न विधाओं को राज्य के पंजाबी भाषी लोगों के मध्य अधिकाधिक लोकप्रिय करने के साथ साथ साहित्य की मदद कन्या भ्रूण हत्या व नशाखोरी सरीखी समस्याओं के खिलाफ असरदार अभियान छेडऩे को उन्होंने अपनी प्राथमिकता करार दिया। भंडारी चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के मीडिया सेंटर में रेडियो सिरसा के तत्वावधान में आयोजित एक कार्यक्रम में नगर के साहित्यकारों से रूबरू हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता रेडियो सिरसा के निदेशक वीरेंद्र सिंह चौहान ने की जबकि इसका संचालन किया पंजाबी कवि डा. दर्शन सिंह ने।
भंडारी ने कहा कि वे प्रदेशभर में घूम घूम कर ऐसे पंजाबी लेखकों व साहित्यकारों को और उनके कार्यों को प्रकाश में लाएंगे जिनकी ओर अब तक किसी को ध्यान नहीं जा पाया है। युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भंडारी ने कहा कि पंजाबी के लिए कार्य करते हुए वे हरियाणा के अलग अलग हिस्सों में सरायकी व मुल्तानी बोलियों में लेखन कर रहे साहित्यकारों को भी प्रोत्साहित करेंगें।
भंडारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि चूंकि वे स्वयं नाटककार हैं, इसलिए नुक्कड़ नाटक की विधा को प्रदेश के पंजाबी भाषी लोगों के मध्य एक बार फिर से जीवित करेंगे। उन्होंने कहा कि नुक्कड़ नाटक आमजन तक जानकारी पंहुचाने का बहुत प्रभावशाली साधन है मगर हरियाणा में दुर्भाग्यवश फिलहाल किसी भी भाषा में इस मोर्चे पर कारगर काम नहीं हो रहा। बकौल भंडारी वे इस सिलसिले में गंभीर पहलकदमियां करेंगे। उन्होंने साहित्य को गुटबंदी और तुच्छ सियासत से बचाए रखने के प्रति अपनी वचनबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि उनकी अकादमी विभिन्न विश्वविद्यालयों व अन्य राज्यों की साहित्य अकादमियों के साथ मिलकर भी साहित्यिक आदान प्रदान के कार्यक्रम आयोजित करेगी। इसी क्रम में पंजाबी की पुस्तकों का अन्य भाषाओं में अनुवाद कराने का भी प्रस्ताव है।
रेडियो सिरसा के निदेशक व पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा कि पंजाबी भाषा के प्रचार-प्रसार और इसके साथ जुड़ी सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने में सामुदायिक रेडियो की अहम भूमिका हो सकती है। चौहान ने इस दिशा में रेडियो सिरसा के प्रयासों का हवाला देते हुए सुझाव दिया कि हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी को राज्य के विभिन्न सामुदायिक रेडियो स्टेशनों की सेवाओं का उपयोग अपने कार्य को आगे बढ़ाने के लिए करना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि भंडारी की अगुआई में साहित्य अकादमी प्रदेश में कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ एक जोरदार मुहिम छेड़कर राज्य को बिगड़ते लिंगानुपात के कलंक से निजात दिलाने में अहम भूमिका अदा करेगी।
हिंदी व पंजाबी के वरिष्ठ साहित्यकार डा. जीडी चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि पंजाबी साहित्य अकादमी को उन साहित्यकारों के लिए भी कोई पुरस्कार प्रारंभ करना चाहिए जिनकी मातृभाषा पंजाबी न होकर कोई अन्य भाषा है और जो इसके बावजूद पंजाबी में लेखन कर रहे हैं। मूर्धन्य साहित्यकार प्रो. रूपदेवगुण ने सुझाव दिया कि हरियाणा हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा कुछ वर्ष पूर्व साहित्यकारों को लेकर निकाली गई यात्राओं की तर्ज पर पंजाबी के साहित्यकारों को साथ लेकर साहित्यिक जागरूकता यात्राएं निकालनी चाहिएं।
हिंदी व पंजाबी में लिखने वाले गजलकार राजकुमार निजात ने पंजाबी साहित्य की पुरानी परंपराओं व विरासत को आगे बढ़ाने के लिए ठोस उपाय किए जाने की वकालत की। कार्यक्रम के अंत में रेडियो सिरसा के निदेशक वीरेंद्र सिंह चौहान ने हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के नवनियुक्त निदेशक को शाल भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
भंडारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि चूंकि वे स्वयं नाटककार हैं, इसलिए नुक्कड़ नाटक की विधा को प्रदेश के पंजाबी भाषी लोगों के मध्य एक बार फिर से जीवित करेंगे। उन्होंने कहा कि नुक्कड़ नाटक आमजन तक जानकारी पंहुचाने का बहुत प्रभावशाली साधन है मगर हरियाणा में दुर्भाग्यवश फिलहाल किसी भी भाषा में इस मोर्चे पर कारगर काम नहीं हो रहा। बकौल भंडारी वे इस सिलसिले में गंभीर पहलकदमियां करेंगे। उन्होंने साहित्य को गुटबंदी और तुच्छ सियासत से बचाए रखने के प्रति अपनी वचनबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि उनकी अकादमी विभिन्न विश्वविद्यालयों व अन्य राज्यों की साहित्य अकादमियों के साथ मिलकर भी साहित्यिक आदान प्रदान के कार्यक्रम आयोजित करेगी। इसी क्रम में पंजाबी की पुस्तकों का अन्य भाषाओं में अनुवाद कराने का भी प्रस्ताव है।
रेडियो सिरसा के निदेशक व पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा कि पंजाबी भाषा के प्रचार-प्रसार और इसके साथ जुड़ी सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने में सामुदायिक रेडियो की अहम भूमिका हो सकती है। चौहान ने इस दिशा में रेडियो सिरसा के प्रयासों का हवाला देते हुए सुझाव दिया कि हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी को राज्य के विभिन्न सामुदायिक रेडियो स्टेशनों की सेवाओं का उपयोग अपने कार्य को आगे बढ़ाने के लिए करना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि भंडारी की अगुआई में साहित्य अकादमी प्रदेश में कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ एक जोरदार मुहिम छेड़कर राज्य को बिगड़ते लिंगानुपात के कलंक से निजात दिलाने में अहम भूमिका अदा करेगी।
हिंदी व पंजाबी के वरिष्ठ साहित्यकार डा. जीडी चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि पंजाबी साहित्य अकादमी को उन साहित्यकारों के लिए भी कोई पुरस्कार प्रारंभ करना चाहिए जिनकी मातृभाषा पंजाबी न होकर कोई अन्य भाषा है और जो इसके बावजूद पंजाबी में लेखन कर रहे हैं। मूर्धन्य साहित्यकार प्रो. रूपदेवगुण ने सुझाव दिया कि हरियाणा हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा कुछ वर्ष पूर्व साहित्यकारों को लेकर निकाली गई यात्राओं की तर्ज पर पंजाबी के साहित्यकारों को साथ लेकर साहित्यिक जागरूकता यात्राएं निकालनी चाहिएं।
हिंदी व पंजाबी में लिखने वाले गजलकार राजकुमार निजात ने पंजाबी साहित्य की पुरानी परंपराओं व विरासत को आगे बढ़ाने के लिए ठोस उपाय किए जाने की वकालत की। कार्यक्रम के अंत में रेडियो सिरसा के निदेशक वीरेंद्र सिंह चौहान ने हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के नवनियुक्त निदेशक को शाल भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
हरियाणा में ज्ञान-विज्ञान आंदोलन को गति देने के लिए हरियाणा ज्ञान-विज्ञान समिति के तत्वावधान में आज एक सभा का आयोजन किया गया
सिरसा। हरियाणा में ज्ञान-विज्ञान आंदोलन को गति देने के लिए हरियाणा ज्ञान-विज्ञान समिति के तत्वावधान में आज एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के व्यक्तियों ने भाग लिया। इसमें ज्ञान-विज्ञान आंदोलन की वर्तमान तथा भविष्य में भूमिका पर विचार-विमर्श किया गया। समाज में जागरूकता के लिए नाटकों, शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए ग्राम स्तर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के आयोजन तथा आम आदमी के हित में जनसूचना अधिकार के उपयोग का निर्णय लिया गया। अन्य गतिविधियों जैसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रसार, शिक्षा के क्षेत्र में शोध, पर्यावरण संरक्षण तथा जनहित कार्यक्रमों के लिए समस्त समाज का सहयोग लेने का निश्चय किया। इस सभा में श्री भारत भूषण विज्ञान अध्यापक (9254124728), श्री करनैल सिंह विज्ञान अध्यापक (9466058474), श्री अमित मनहर विज्ञान अध्यापक (9812275988), श्री विजय मोहन विज्ञान अध्यापक (9813138786), श्री चंद्र शेखर एसएसए (9466229013), श्री सुधीर कुमार एसएस मास्टर (9416805461), श्री जगरूप सिंह चौबुर्जा (9416587295) को जनसम्पर्क की जिम्मेवारी सौंपी गई।
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