Tuesday, September 27, 2011

समाचार News 27.09.2011

'मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण प्रोत्साहन पुरस्कार योजनाÓ का मूल्यांकन करने हेतु मापदंड रखे गए हैं
सिरसा
,  27 सितंबर। सरकार द्वारा हाल ही में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुरू की गई 'मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण प्रोत्साहन पुरस्कार योजनाÓ का मूल्यांकन करने हेतु मापदंड रखे गए हैं जिनमें कुल 400 अंक रखे गए हैं जो खंड स्तर, जिला स्तर तथा राज्य स्तर पर ज्यादा अंक प्राप्त करेगा उसका चयन कर लिया जाएगा।
    यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि उक्त योजना के तहत उन विद्यालयों का चयन किया जाएगा जो भवन एवं विन्यास, जलप्रबंधन, शौचालय, कूड़ा-कर्कट निपटान व्यवस्था तथा अन्य महत्वपूर्ण मापदंड को गठित कमेटी द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। इसके उपरांत जो विद्यालय अधिक अंक प्राप्त करेगा उस  विद्यालय को 'मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण प्रोत्साहन पुरस्कार योजनाÓ में शामिल कर लिया जाएगा।
    उन्होंने बताया कि भवन एवं विन्यास में भवन के लिए कुल 65 अंक निर्धारित किए गए हैं जिनमें भवन एवं फर्नीचर का रख-रखाव जैसे सफेदी, रंग-रोगन की स्थिति पर 20 अंक आधारित किए हैं। इसी प्रकार कार्यालय, प्रयोगशाला, कंप्यूटर लैब, पुस्तकालय व्यवस्था में अंक 15, रसोईघर (पानी एवं सफाई की व्यवस्था सहित) 10 अंक, मुख्य द्वार और चारदीवारी के लिए 10 अंक तथा क्रीडा-स्थल का रख-रखाव एवं क्रीड़ा सामग्री के वितरण के लिए 10 अंक रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार जल प्रबंधन के लिए 65 अंक निर्धारित किए हैं जिसमें स्वच्छ पीने के पानी की हर समय उपलब्धता एवं व्यवस्था के लिए 30 अंक , जल निकासी एवं सफाई की व्यवस्था के स्तर हेतु 20 अंक, जल संरक्षण व्यवस्था हेतु 15 अंक निर्धारित किए गए हें।
    डा. ख्यालिया ने बताया कि शौचालय में पानी की व्यवस्था एवं सफाई का स्तर  के लिए कुल 40 अंक निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कूड़ा-कर्कट निपटान व्यवस्था में ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थ के निपटान हेतु 30 उत्कृष्ट अंक निर्धारित किए गए हैं।  इसी प्रकार अन्य महत्वपूर्ण मापदंड जैसे कार्य की प्रकृति के लिए 190 अंक निर्धारित किए गए हैं जिनमें से 30 अंक बगीचा, पौधों, गलमों की स्थिति, विद्यार्थी अनुशासन व वर्दी के स्तर के लिए 30 अंक, मध्याह्न भोजन पकाने की व्यवस्था एवं वितरण व्यवस्था हेतु भी 30 अंक निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार विद्यालय अभिलेख के रखरखाव का स्तर एवं पुस्तकालय की पुस्तकों के जारी करने की नियमितता, प्रार्थना सभा की नियमितता एवं विषय तत्व, बिजली फीटिंग और अग्रिशमन यंत्र, शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधान,ं विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति एवं अनुदानों की प्राप्ति एवं व्यय का दीवारों पर जन अवलोकनार्थ लेखन, विद्यालयों भवनों के बरामदों में राज्य एवं राष्ट के मानचित्र, राष्ट्रगान एवं नैतिक शिक्षा उन्मूलन, अनमोल वचन के लेखन के स्तर हेतु क्रमश: 20-20 अंक रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार विद्यालय प्रबंधन समिति, विद्यालय प्रबंधन एवं विकास समिति की मासिक बैठक के नियमित आयोजन का अभिलेख आधारित स्तर के लिए कुल 10 अंक रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी मापदंडों को देखकर ही गठित की गई कमेटी द्वारा अंक दिए जाएंगे।
    उपायुक्त ने बताया कि 'मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण प्रोत्साहन पुरस्कार योजनाÓ  का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों को विद्या अर्जन के लिए आकर्षण केंद्र के रूप में विकसित करना, विद्यार्थियों को स्कूल प्रांगण में संजीवता एवं सुंदरता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करना, वातारण को स्वस्थ एवं सुंदर बनाना, वातावरण के प्रति सजीव एवं सजग बनाना, पुष्प वाटिकाओं को विकसित करना, भवनों का रंगाई-पुताई करके आकर्षक बनाना, कक्षा-कक्षाओं में अनमोल वचन लिखवाकर विद्यार्थियों के सकारात्मक एवं स्वच्छ चिंतन में वृद्धि करना है। इसी प्रकार भवनों के बरामदों में राज्य एवं राष्ट्र के मानचित्र, राष्ट्रगान एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधान आदि के साथ-साथ नैतिक शिक्षा उन्मुख अनमोल वचन लिखवाकर विद्यार्थियों का मानसिक एवं चारित्रिक विकास करना है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों में खेल मैदानों को विकसित करके खेलने में अभिरूचि वृद्धि करना, पौधारोपण को बढ़ावा देना, स्वच्छ पेयजल की पूर्ति करवाना, विद्यार्थियों को जल संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करना, अपने समाज की स्वच्छता एवं आयोग्यता के प्रति सजग बनाना, धूम्रपान, नशीले पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभावों संबंधी जानकारी देना, सामूहिक राष्ट्रगान में भाग लेने के लिए प्रेरित करना, विद्यालय संपदा को राष्ट्रीय संपति के रूप में संभालकर रखना, मानसिक एवं बौद्धिक स्वच्छता के प्रति अभिरूचि पैदा करना,  अनुशासन, अनुराग, सहभागिता, समभाव, धर्मनिरपेक्षता एवं राष्ट्रीयता के ओजस्वी भाव जागृत करना आदि मुख्य उद्देश्य है।
    उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रत्येक जिला से एक-एक प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च, वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को पुरस्कृत किया जाएगा। उपरोक्त चारों प्रकार के विद्यालयों को राज्य स्तर पर प्रथम रहने पर पांच लाख रुपए, जिला स्तर पर प्रथम स्थान पर एक लाख रुपए तथा खंड स्तर पर प्रथम स्थान पाने पर 50 हजार रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी। डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि इस योजना के तहत राज्य स्तर पर तीन करोड़ 42 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी। सिरसा जिला में 32 स्कूलों को 18 लाख रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला के राजकीय स्कूलों में से उपरोक्त चारों प्रकार के 28 स्कूलों को खंड स्तरीय पुरस्कार के  लिए और चार स्कूलों को जिला स्तरीय पुरस्कार के  लिए चुना जाएगा।  उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर स्वच्छता एवं सौंदर्यकरण में प्रथम आने वाले विद्यालय को 5 लाख रुपए की राशि द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खंड स्तर, जिला स्तर व राज्य स्तर पर आवेदन 1 अक्तूबर से 30 अक्तूबर तक कर सकते हैं।
    उन्होंने बताया कि पुरस्कार में प्रदान की जाने वाली राशि का उपयोग केवल विद्यार्थियों के मानसिक,्र शारीरिक, बौद्धिक तथा विद्यालयों के ढांचागत विकास एवं सौंदर्यकरण हेतु ही किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि राशि का उपयोग विद्यालय प्रबंधन समिति, ं विकास समिति की सहमति एवं माध्यम से किया जाएगा।

कृषि विभाग ने नेशनल फुड सिक्योरिटी मिशन योजना के तहत वर्ष 2011-12 हेतू कृषि यंत्रों पर अनुदान देने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं
सिरसा
,  27  सितम्बर ।    कृषि विभाग ने नेशनल फुड सिक्योरिटी मिशन योजना के तहत वर्ष 2011-12 हेतू कृषि यंत्रों पर अनुदान देने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इस वर्ष पहली बार अनुदान देने की प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव किया गया है, जिसके तहत अनुदान के पात्र किसानों का चयन लक्की ड्रा के माध्यम से किया जाएगा। 
    यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि इस स्कीम के तहत जीरों सीड ड्रील, लेजर लैंड लेवलर एवं रोटावेटर के लिए सहायक कृषि अभियंता, सिरसा के कार्यालय में आवेदन पत्र 17 अक्तूबर सांय: 5 बजे तक जमा होगा। इन यंत्रों का लक्की ड्रा 20 अक्तूबर को अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय कमेटी द्वारा निकाला जाएगा। ड्रा के तीन दिन बाद सहायक कृषि अभिंयता सिरसा के कार्यालय द्वारा संबंधित किसानों को परमिट व्यक्तिगत रूप से उपरोक्त कार्यालय से हासिल करने होंगे। परमिट डाक द्वारा नहीं भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनुदान के इच्छुक किसानों को निर्धारित प्रपत्र में आवेदन भरकर सहायक कृषि अभियंता के कार्यालय में कार्यरत कृषि विकास अधिकारी अथवा अपने क्षेत्र के कृषि विकास अधिकारी को देना होगा। उन्होंने बताया कि यदि किसान चाहे तो आवेदन पत्र सीधा सहायक कृषि अभियंता सिरसा के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं।
    उपायुक्त ने बताया कि जिन किसानों ने वर्ष 2006-07 के बाद से राज्य या केंद्र सरकार की किसी स्कीम के तहत किसी यंत्र पर अनुदान लिया है, वे इस साल अनुदान के लिए पात्र नहीं होंगे। आवेदन के साथ किसान को अपने टै्रक्टर की आर.सी. की कॉपी व राशन कार्ड की कॉपी संलग्र करनी होगी।  उन्होंने बताया कि जिन कृषि यंत्रों पर अनुदान राशि 15000 रुपए या इससे कम है, उन कृषि यंत्रों के लिए आवेदन पत्र के साथ किसान को 2500 रुपए का बैंक ड्राफ्ट संबंन्धित फर्म के पक्ष में बनवाकर संलग्र करना होगा तथा जिन कृषि यंत्रों पर अनुदान राशि 15000 रुपए या इससे अधिक है, उन कृषि यंत्रों के लिए आवेदन पत्र के साथ किसान को पांच हजार रुपए का बैंक ड्राफ्ट सम्बन्धित फर्म के पक्ष में बनवा कर लगवाना होगा। जिन किसानों के लक्की ड्रा नहीं निकलेंगे उन्हें यह राशि वापिस लौटा दी जाएगी और जिन किसानों के ड्रा निकलेंगे उनके कृषि यंत्रों की कीमत में समायोजित कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जो किसान अनुसूचित जाति के कोटे में आवेदन करेंगे उन्हें फार्म के साथ जाति प्रमाण पत्र भी लगाना होगा।
    कृषि उपनिदेशक श्री जगदीप बराड़ ने बताया कि अनुदान राशि हासिल करने के लिए किसान को विभाग द्वारा परमिट जारी करने उपरान्त एक माह में नया कृषि यंत्र खरीदना होगा। पुराने कृषि यंत्र पर अनुदान नहीं दिया जाएगा। किसान को कृषि यंत्रों की खरीद विभाग द्वारा स्वीकृत फर्मो से करनी होगी। वर्ष 2011-12 के लिए सिरसा जिला में 150 जीरो सीड ड्रिल मशीन, 200 कॉटन सीड ड्रिल, 80 स्ट्रारीपर, 4 पैडी ट्रांसप्लांटर, 40 लेजर लैंड लैवलर, एक स्ट्राबेलर, दो मल्चर, 10 सबसायलर, 20 क ल्टीवेटर, 250 मांउटेड स्प्रे पम्प, पांच पावरटिलर तथा एक रीपर बाईंडर देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि विभागीय योजना के अनुसार जीरो सीड ड्रिल पर अधिकतम अनुदान राशि 15 हजार रुपए, कॉटनसीड ड्रिल पर 10 हजार रुपए, स्ट्ररीपर पर 40 हजार रुपए, पैडी ट्र्रांसप्लांटर पर 50 हजार रुपए, लेजर लैंड लैवलर पर 50 हजार रुपए, स्ट्राबेलर पर एक लाख रुपए, मल्चर पर 40 हजार रुपए,सबसायलर पर पांच हजार रुपए, क ल्टीवेटर पर सात हजार रुपए, ट्रैक्टर मांउटेड स्प्रे पम्प पर 10 हजार रुपए, पावरटिलर पर 40 हजार रुपए, रीपर बाईंडर पर 50 हजार रुपए दी जाएगी या मशीन की कीमत से 50 प्रतिशत मूल्य से या उपरोक्त अनुदान राशि से जो भी कम होगी वह राशि अनुदान के रूप में दी जाएगी। इसके साथ-साथ सभी कृषि यंत्रों में 33 प्रतिशत कोटा महिला, अनुसूचित जाति, लघु एवं मध्यम दर्जे के किसानों के लिए आरक्षित होगा। जिन किसानों का चयन ड्रा में अनुदान के लिए किया जाएगा, उन किसानों को परमिट जारी होने के एक माह के अन्दर-अन्दर कृषि यंत्र खरीद कर बिल सहायक कृषि अभियन्ता सिरसा के कार्यालय में जमा करवाना होगा अन्यथा उसका परमिट रद्द करके वेटिंग सूची में अगले किसान को परमिट जारी कर दिया जाएगा।

उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ने बताया कि जिला में घरेलू गैस के दुरूपयोग को रोकने के लिए सभी गैस एजेंसियों को सरकारी हिदायतों अनुसार आवश्यक निर्देश दिए गए हैं
सिरसा
  27  सितंबर।     उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ने बताया कि जिला में घरेलू गैस के दुरूपयोग को रोकने के लिए सभी गैस एजेंसियों को सरकारी हिदायतों अनुसार आवश्यक निर्देश दिए गए हैं कि जिले में बोगस गैस कनैक्शनों की जांच करके उन्हें तुरंत रद्द करें तथा बोगस गैस कनैक्शनों में मल्टीपल गैस कनैक्शन या वे सभी कनैक्शन भी शामिल है जो इस समय अस्तित्व में नहीं है। इन सभी गैस कनैक्शनों का रिकॉर्ड जैसे राशन कार्ड, पहचान पत्र या अन्य रिहायशी प्रमाण पत्र इत्यादि लेकर गैस उपभोक्ताओं का रिकॉर्ड सही करें। उन्होंने बताया कि जिन गैस कार्ड धारकों का नाम, पता व अन्य प्रमाण पत्र इत्यादि नहीं मिलता है उन गैस उपभोक्ताओं की सप्लाई बंद करके की गई कार्यवाही से उपायुक्त कार्यालय तथा जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कार्यालय को अवगत करवाएं।
    इसके अतिरिक्त डा. ख्यालिया ने जिले के सभी मैरिज पैलेसों, ढाबों, होटलों व वाहनों इत्यादि को निर्देश दिए है कि वे केवल कर्मशियल सिलेंडर ही प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि ये सभी अपने-अपने स्थान के बाहर यह बोर्ड लगवाएं कि यहां पर केंवल कर्मशियल गैस का इस्तेमाल होता है। यदि किसी भी स्थान पर घरेलू गैस का प्रयोग जांच के दौरान पाया जाता है तो मालिकों के विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्यवाही करके पुलिस कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

जनक रानी का पार्थिव शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दान
गत 23 सितम्बर को लिया था मरणोंपरांत शरीरदान का संकल्प
सरसा
। पूज्य हजूर पिता संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा के चलते मानवता भलाई के कार्यों में समर्पित डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु मरणोंपरांत अपने पार्थिव शरीर भी मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर रहे हैं। इसी कड़ी में जनक रानी इन्सां के परिजनों ने उसका पार्थिव शरीर सेंट सहारा आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज कोटश्मीर को दान कर दिया। इससे पूर्व क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने जनक रानी इन्सां को श्रद्धांजलि भेंट की।
जनक रानी इन्सां पत्नी प्रशोतम लाल इन्सां निवासी एमएसजी कॉम्पलैक्स बीती शाम 6 बजे अपनी संसारिक यात्रा पूरी कर कुल मालिक के चरणों में जा समाई। मंगलवार को सुबह उनके परिजनों व रिश्तेदारों ने जनक रानी इन्सां को श्रद्धांजलि अर्पित की। पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए रुढि़वादी विचारधारा को त्यागते  हुए जनक रानी इन्सां की बेटी गुरकढ़ी इन्सां (सत्ब्रह्मचारी सेवादार) व पुत्रवधू पूजा इन्सां ने उन्हें कंधा दिया। तदोपरांत परिजनों व रिश्तेदारों ने पार्थिव शरीर को परशुराम चौक सरसा से अंतिम विदाई दी। जनक रानी इन्सां की आयु 58 वर्ष थी। वे अपने पीछे पुत्र पवन इन्सां, पुत्री गुरकढ़ी इन्सां (सत्ब्रह्मचारी सेवादार), पोता शुभम व पोती जसदीप सहित भरापूरा परिवार छोड़ गई।
उल्लेखनीय है कि गत 23 सितम्बर को डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं मनाये गए महा परोपकार दिवस के मौके पर जनक रानी इन्सां ने मरणोंपरांत शरीरदान का प्रण लिया था।  उनकी अंतिम इच्छानुसार जनक रानी इन्सां के परिजनों ने उनका पार्थिव शरीर मेडिलक रिसर्च के लिए सेंट सहार आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज कोटश्मीर भटिंडा को दान कर दिया।

मानवता की इससे बड़ी कोई सेवा नहीं: डॉ. अरोड़ा
सरसा।
सेंट सहारा आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज कोटश्मीर भटिंडा से जनक रानी इन्सां के मृतक शरीर को लेने पहुंचे डॉ. रवि अरोड़ा ने कहा कि मानवता भलाई की इससे बड़ी कोई मिसाल नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा द्वारा इन्सानियत की सेवा के लिए किये जा रहे कार्य काबिल-ए-तारीफ हैं। यह पूज्य गुरु जी की प्रेरणा का ही परिणाम हैं कि आज हजारों डेरा श्रद्धालुओं मरणोंपरांत शरीरदान कर प्रण ले रहे हैं। डॉ. अरोड़ा ने कहा कि हिम्मत वाला परिवार ही अपने परिजन का मृतक शरीर दान कर सकता है। मानवता की इससे बड़ी कोई सेवा नहीं हो सकती।

गांव बाजेकां में न्यू रामा कल्ब द्वारा आयोजित रामलीला का बीती सायं समापन हुआ
सिरसा।
गांव बाजेकां में न्यू रामा कल्ब द्वारा आयोजित रामलीला का बीती सायं समापन हुआ। समापन अवसर पर हरियाणा खेत मजदूर कांग्रेस के प्रांतीय सचिव एवं कांग्रेस के शहरी अध्यक्ष भूपेश मेहता ने बतौर मुख्यातिथि व विशिष्ट अतिथि के रूप में किसान खेत मजदूर कांग्रेस के युवा अध्यक्ष भूपेंद्र राठौड़ ने शिरकत की। श्री महेता ने रामलीला मंचन करने वाले कलाकारों एवं कल्ब सदस्यों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। श्री मेहता ने उपस्थित जनसमूह से कन्या भू्रण हत्या न करने व नशा त्यागने का संकल्प करवाते हुए शपथ दिलवाई।
न्यू रामा कल्ब द्वारा गांव बाजेकां में आयोजित रामलीला का बीती सायं भव्य समापन हुआ। समापन अवसर पर भगवान राम का राजतिलक हुआ  । इस अवसर पर आसपास के गांवों से सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे हुए थे।
समापन अवसर पर पहुंचे पर ग्रामीणों व कल्ब सदस्यों ने भूपेश मेहता व उनके साथियों का फुल मालाएं पहनाकर भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर श्री मेहता ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान राम का चरित्र भारतीय संस्कृति का परिचायक है। भगवान राम आदर्श पुत्र, आदर्श भाई, आदर्श पति, आदर्श राजा थे। उन्होंने कहा कि रामलीला के मंचन के द्वारा हम भगवान राम के चरित्र के साथ साथ लक्ष्मण, हनुमान, सीता व लंकापति रावन के चरित्र से रूबरू होते है तथा शिक्षा ग्रहण कर सकते है। उन्होंने कल्ब सदस्यों द्वारा किए गए अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि उभरते हुए बच्चों ने बहुत ही बेहतरीन तरीके से अपने कला का प्रदर्शन किया है। इस अवसर पर भूपेश मेहता, भूपेंद्र राठौड़ व नंबरदार भगवान दास कंबोज ने अपनी तरफ से कल्ब को 5100-5100 रुपए भेंट किए। कल्ब सदस्यों ने भूपेश मेहता व भूपेंद्र सिंह राठौड़ को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सरपंच भागवंती देवी, सरपंच प्रतिनिधि जग्गी बाजेकां, कल्ब के प्रधान भगवान दास, सदस्य धर्मवीर, विक्रम, बलराम, रमेश, दीपक, पंचायत सदस्य पूर्व पंच औमप्रकाश, स.अमरजीत सिंह, देसराज, दर्शन लाल, मनोहर, कृष्ण, डा. कर्ण सिंह, सुच्चा सिंह, धनपत, पूर्णचंद कंबोज, कृष्ण लाल ब्लाक समिति सदस्य, ठा. कमल सिंह, ठा. दिवाकर सिंह, रमेश ठाकुर, मेहता के निजी सचिव प्रेम सैनी, मा. किशोरी लाल, गीतांशू मेहता, संदीप इंदौरा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

सारा देश शहीद भगत सिंह की सहादत को बड़ी शिद्दत से याद करता है
सिरसा
, 27 सितम्बर। सारा देश शहीद भगत सिंह की सहादत को बड़ी शिद्दत से याद करता है। उनके दल में चंद्रशेखर आजाद, भगवतीचरण बोरा, सुखदेव, राजगुरू सहित अनेक इंकलाबी शामिल थे। हम सबको शहीद भगत सिंह के जन्म सप्ताह को इस प्रकार मनाना चाहिए ताकि प्रत्येक भारतीय उनके जीवन चरित्र से प्रेरणा प्राप्त करे। यह बात हरियाणा प्रदेश कांगे्रस कमेटी के प्रतिनिधि गोबिंद कांडा ने स्थानीय भगत सिंह चौक में शहीद-ए-आज़म की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के पश्चात उपस्थित लोगों से कही। श्री कांडा ने कहा कि शहीद भगत सिंह चौक की देख-रेख में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए कर्मचारीयों की आवश्यक ड्यूटियां भी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जितने भी शहीदों के चौक है उन सभी को सुंदर और स्वच्छ रखना प्रत्येक जिलावासी का परम् कत्र्तव्य है इसलिए किसी को भी शहीदों की यादगार में बनाए गए चौराहों पर पोस्टर और बैनर लगाने से परहेज करना चाहिए। कांडा ने कहा कि भगत सिंह के इस जन्मदिन के उपलक्ष्य में  104 किलो फुलों से इस चौक को सजाया जाएगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया वे भगत सिंह के चरित्र से प्रेरणा लें और पुरे दिन के 24 घंटो में से 1 घंटे का समय आवश्य देश सेवा को अर्पित करें, यही भगत सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कांडा ने कहा कि भगत सिंह का हिंसा में कोई विश्वास नहीं था। उन्होंने एसंबली में बम उस जगह फेंका जहां कोई व्यक्ति उपस्थित नहीं था, जिसका एकमात्र उद्देश्य यही था कि गुंगी-बहरी अंग्रेज सरकार तक भारतीयों की आवाज को पहुंचाया जा सके। ये भगत सिंह ही थे जोकि बम फेंकने के बाद भी वहां से भागे नहीं और हंसते-हंसते देश के लिए फांसी के फंदे को चुम लिया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि सभी युवा आज से पूरे एक सप्ताह तक शहीद भगत सिंह की विचारधारा का पूर्ण प्रचार-प्रसार करें। इस अवसर पर कांडा के साथ तरसेम गोयल, राकेश गोयल, राजेंद्र मकानी, भूपेश गोयल, राजेंद्र जिंदल ठेकेदार, नवीन मेहरा, संजय अग्रवाल नुहियांवाले सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

जीवन में मर्यादाओं का महत्व: मुनि श्री अर्हत् कुमार
सिरसा
, 27 सितम्बर। जिस देश में इन्सान अपना जीवन व्यतीत कर रहा है, उसके चारों ओर पानी ही पानी है। जैसे भारत, चीन, अमेरिका, जापान आदि। उसके आगे और बड़े देश-प्रदेश हैं, जैसे महाविदेह क्षेत्र, भरत क्षेत्र एवं एरावत क्षेत्र ऐसी 15 कर्मभूमि हैं, जहां पर कर्म धर्म किये जाते हैं। 15 कर्मभूमि में भगवान महावीर, हनुमान, ऋषभ, राम आदि अनेक संयमी एवं मर्यादित होने के कारण अमर्यादित पानी अपनी सीमा नहीं तोड़ता। मर्यादी हर संकट का रामवाण अस्त्र है। उक्त विचार मुनि श्री अर्हत् कुमार जी ने तेरापंथ जैन भवन में आयोजित मर्यादा 'क्यों जरूरी जीवन में?Ó एक दिवसीय सेमीनार के तहत व्यक्त किये। मुनि श्री ने आगे कहा कि इतिहास कह रहा है अमर्यादित इन्सान दर-दर की ठोकरे खाता पाया गया मर्यादा जीवन का प्राण है। मर्यादा से ही व्यक्ति पूजनीय बनता है। आज जितने भी महान पुरुष हुए हैं, वो मर्यादा एवं सयंम के आधार पर महान बने हैं। उन्होंने कहा कि छोटों को मर्यादित करना है तो पहले बड़े मर्यादित बने। मर्यादित ही सभी का प्रिय बनता है। मर्यादा का जीवन हर स्थिति में हर क्षेत्र में सुरक्षित रहता है। अपेक्षा है सभी जीवन मेंमर्यादा एवं अनुशासन को स्वीकार करें। सहयोगी संत मुनि श्री भरत कुमार जी ने कहा कि मर्यादा क्यों जरूरी जीवन में? मर्यादायुक्त इन्सान जीवन में सुख-शांति का धारक होगा। मर्यादित व्यक्ति त्याग संयम का अराधक होगा। कारण स्पष्ट है जिस व्यक्ति ने मर्यादा का पालन किया है, उसने वस्तु का सीमाकरण भी किया है। जो संकल्पों को नहीं तोड़ता वही मर्यादित है। मर्यादा के बिना न तो साधू-सन्यासी, न गृहस्थ और न ही पशु-पक्षी अच्छे लगते हैं, जो मर्यादा में रहता है, वही सफलतम इन्सान बनता है।

रामलीला के मंच पर सोमवार रात भगवान शिव की सुंदर झांकी निकाली गई
मंडी डबवाली
-श्री राम नाटक रेलवे क्लब द्वारा रेलवे स्टेशन के समीप मंचित की जा रही विशाल रामलीला के मंच पर सोमवार रात भगवान शिव की सुंदर झांकी निकाली गई। इसके अलावा अमरनाथ की गुफा की मनोरम झांकी भी बनाई गई। इस मौके पर समाजसेवी जगदीशचंद्र सोनी, राज कुमार 'नेकीÓ वधवा व प्रेम कुमार मलूजा नेे पूजन करवाया। शिव स्तूति व पूजन कार्य क्लब के पुरोहित पंडि़त अमर शास्त्री जी की देखरेख में हुआ।
क्लब के कोषाध्यक्ष लीलाधर मित्तल व उपप्रधान गुरदीप सिंह जीतला ने बताया कि झांकी के उपरांत मंच पर रावण नंदीगण संवाद, रावण वेदवती संवाद व श्रवण ड्रामा आदि दृश्य प्रस्तुत किए गए। इन दृश्यों में ऋषि बहल ने दशरथ व रावण, राजू शर्मा ने वेदवती व पिंटू भारद्वाज ने श्रवण का रोल किया। उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर कलाकारों का हौंसला बढ़ाया। क्लब के डायरेक्टर सुखदेव अंजाना व विनोद नीलू ने मंच संचालन बड़े ही प्रभावी ढंग से किया। इस मौके पर बिटू पुहाल के शिव तांडव नृत्य व बाल कलाकार मा. विजय सोनी ने अपने नृत्य के द्वारा पूरे पंडाल को झूमने पर मजबूर कर दिया। क्लब की ओर से मुख्य अतिथियों को श्री राम पटिका भेंट कर उनका सम्मान किया गया।

गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा आज प्रात: सिरसा पहुंचे और शू कैंप कार्यालय में जनसमस्याएं सुनी
सिरसा,
27 सितम्बर। गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा आज प्रात: सिरसा पहुंचे और शू कैंप कार्यालय में जनसमस्याएं सुनी। इसके पश्चात श्री कांडा रात्रि 8 बजे लायंस क्लब अमर द्वारा शारदा पैलेस में आयोजित शपथग्रहण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। रात्रि साढ़े 9 बजे श्री रामा क्लब द्वारा आयोजित रामलीला समारोह का शुभारंभ करेंगे व रात्रि 10 बजे गौशाला मोहल्ले में श्री लक्ष्मण कला केन्द्र द्वारा आयोजित श्री राम नाटक का उद्घाटन करेंगे। यह जानकारी देते हुए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि गोबिंद कांडा ने बताया कि गृह राज्यमंत्री 27 व 28 सितम्बर को अनेक सामाजिक और धार्मिक कार्यों में शिरकत करने के साथ-साथ इन दोनों दिन शू कैंप कार्यालय में कार्यकर्ताओं और आमजन की समस्याएं सुनकर उनके समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे। गोबिंद कांडा ने बताया कि 28 सितम्बर को दोपहर 2 बजे गृह राज्यमंत्री महाराजा अग्रसैन जयंती पर कन्या उच्च विद्यालय से महाराजा अग्रसैन जी की शोभायात्रा को धर्मध्वजा दिखाकर रवाना करेंगे। इसके पश्चात सायं 7 बजे श्री अग्रवाल सेवा सदन में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे व समाज सेवा का कार्य करने वाले अनेक गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित करेंगे। 

बिज्जूवाली में रामलीला शुरू
रामलीला कोई नाटक नहीं, बल्कि इससे लेनी चाहिए प्रेरणा: सरपंच
बिज्जूवाली,
27 सितम्बर ( हेमराज बिरट )। गांव बिज्जूवाली के रामलीला ग्राऊंड में श्री सरस्वती रामलीला सोसायटी द्वारा व ग्राम पंचायत के सहयोग से गत रात्रि रामलीला शुरू करवाई गई। जानकारी देते हुए रामलीला सोसायटी के प्रधान अनिल कुमार नंदन ने बताया कि रामलीला का शुभारंभ मुख्यातिथि गांव के सरपंच राजाराम बिरट व विशिष्ट अतिथि श्रीकृष्ण गोपाल गऊशाला के प्रधान कालुराम मेहता ने किया। जिसमें उनके साथ ग्राम पंचायत के समस्त सदस्यों सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। रामलीला सोसायटी के प्रधान ने बताया कि एक ओर जहां सोसायटी के सदस्यों द्वारा रामलीला ग्राऊंड को बड़े ही अच्छे तरीके से सजाया गया है। वहीं दूसरी ओर बिज्जूवाली के अलावा क्षेत्र के गांवों के ग्रामीणों में भी रामलीला को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी रामलीला में अनुशासन व शांति बनाए रखने के लिए वॉलेंटियरों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया जा रहा है। मुख्यातिथि सरपंच ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस कलियुग में श्री रामचन्द्र जी के दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए हम सब मिलकर फिर से रामराज की स्थापना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला को सिर्फ एक नाटक न मानकर बल्कि इससे हमें त्याग, धर्म व सत्य की प्रेरणा लेनी चाहिए तथा समाजिक व धार्मिक कार्यों में जितना हो सके उतना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें इन कलाकारों का होंसला बढऩा चाहिए, ताकि ये कलाकार अच्छे तरीके से अपनी कला का प्रदर्शन कर सके। रामलीला के कलाकारों द्वारा पहले दिन इन्द्र के दरबार में मेघनाथ का आना, सलोचना-मेघनाथ का मिलन, नागराज का दरबार, वेदवती-रावण की बातचीत, लंकापति रावण व मारीच द्वारा विश्व भ्रमण करने के लिए जाना और रास्ते में कैलाश पर्वत पर विमान का रूकना, रावण द्वारा शिव शंकर भगवान की अराधना करना व रावण की भक्ति से खुश होकर शिव शंकर द्वारा रावण को चमत्कारी तलवार देना सहित अनेक दृश्य दिखाए। जिसमें राजाराम ने इन्द्र, दलीप ने सलोचना, प्रेम ने मेघनाथ, कालुराम ने नागराज, सुभाष ढाल ने वेदवती, रवि मेहता ने रावण, हरी किशन ने शिव शंकर, रोहताश ने मारीच तथा अरूण, राकेश ढाल व पवन ने मंत्रियों की भूमिका निभाई। रामलीला के दौरान मंच का संचालन रामकिशन सुथार ने बड़े ही अच्छे तरीके से किया। इस मौके पर गोरीवाला पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई भूप सिंह, शहीद भगत सिंह युवा कल्ब के प्रधान हेमराज बिरट, डायरेक्टर महेन्द्र कुमार, विनोद जांगड़ा, रामप्रताप, बंसी, जसवंत सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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