Thursday, December 15, 2011

समाचार News 15.12.2011

सभी गैस एजेंसी के मालिक सर्दी के मौसम को मद्देनजर रखते हुए उपभोक्ताओं को उनकी मांग के अनुरूप गैंस सिलेंडर मुहैया करवाएं
सिरसा,
15 दिसंबर।     उपायुक्त श्री समीर पाल सरो ने सभी गैस एजेंसी के मालिकों से कहा कि वे सर्दी के मौसम को मद्देनजर रखते हुए उपभोक्ताओं को उनकी मांग के अनुरूप गैंस सिलेंडर मुहैया करवाएं। शीघ्र ही उपभोक्ताओं की सहुलियत के लिए जिला में टोल फ्री नम्बर शुरू किया जाएगा जिससे वे रिफलिंग के लिए बुकिंग करवा सकेंगे। श्री सरो अपने कार्यालय में खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारियों तथा एजेंसी मालिकों की बैठक लेरहे थे।
    उन्होंने कहा कि टोल फ्री नं. के माध्यम से बुकिंग का सारा ब्यौरा रिकॉर्ड होगा। इसके लिए सभी एजेंसियों को साफ्टवेयर भी मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी एजेंसी उपभोक्ताओं को व्यावसायिक व घरेलू सिलेंडरों की अदला-बदली न करें। यदि कोई एजेंसी इस प्रकार करती हुई पाई गई तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।  उन्होंने कहा कि गैंस का आबंटन नियमों के आधार पर किया जाए। यदि किसी एजेंसी का रिफिलिंग कोटा बढ़ाए जाने की जरूरत है तो प्रशासन द्वारा गैंस कंपनियों से सम्पर्क किया जाएगा।
    उपायुक्त ने कह ाकि जिला में सिलेंडर बुकिंग के लिए एसएमएस की सुविधा प्रदान की गई है। सभी एजेंसी मालिक सुनिश्चित करें कि एसएमएस के माध्यम से भी गैस सिलेंडर की बुकिंग करें और समय पर गैस सिलेंडरों की डिलीवरी की जाए। डिलीवरी देने वाले कर्मचारियों के पास पहचान पत्र होना भी अनिवार्य है। कोई भी उपभोक्ता कंपनी के कर्मचारियों का पहचान पत्र मांग सकता है और कर्मचारी को अपनी पहचान बतानी होगी। इसके साथ-साथ कर्मचारियों को कंपनी के नियमानुसार वर्दी भी डालनी होगी। उन्होंने कहा कि एजेंसियों की डिलीवरी वैन या वाहनों पर कंपनी का पूरा पता व फोन नं, मोबइल नं. भी अंकित होना चाहिए। डिलीवरी करने वाले कर्मचारियों के पास गैस सिलेंडर का वजन चैक करने वाला उपकरण भी अनिवार्य है जिससे कोई भी उपभोक्ता सिलेंडर लेते वक्त सिलेंडर के वजन की जांच कर सकें।
    उपायुक्त ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गैस वितरण के कार्य व सिलेंडर के वजन का औचक निरीक्षण करें। यदि गैस वितरण व सिलेंडर के वजन में गड़बड़ी पाई जाती है तो यह मामला उनके संज्ञान में भी लाए और गड़बड़ी में संलिपत पाई जाने वाली एजेंसियों के खिलाफ कार्यवाही करें। उन्होंने एजेंसी मालिकों को कहा कि वे अपने गोदामों में आग नियंत्रण से संबंधित सभी प्रकार के आवश्यक कदम उठाए। इसके लिए निर्धारित मापदंडों के अनुसाद जो भी उपकरण रखें जाए उन्हें अपने गोदामों में व आसपास रखें।
    उन्होंने सभी एजेंसी मालिकों को उपरोक्त सभी प्रकार के आवश्यक प्रबंध पुख्ता करने के लिए एक पखवाड़े का समय दिया। उन्होंने कहा कि जिला के फायर ऑफिसर, सभी एजेंसियों और उनके गोदामों का दौरा करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सभी गैस गोदामों में अग्रि नियंत्रण इंतजाम पुख्ता है। उपायुक्त ने सभी गैस एजेंसियों के मालिकों की समस्याएं भी सुनीं और कहा कि गैस कंपनियों के स्तर पर आने वाली समस्याओं को निपटाने के लिए कंपनी अधिकारियों से बात भी की जाएगी।
    जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक अशोक रावत ने कुछ समाचार पत्रों में पुलिस थानों के गैसों में होने कथित घरेलू कनैक्शनों के दुरूपयोग बारे छपे समाचार पर स्पष्ट करते हुए कहा कि पुलिस थानों की मैसों में संबंधित गैस कंपनियों द्वारा अधिकृत रूप से घरेलू गैस कनैक्शन दिए गए हैं। इसलिए पुलिस थानों के मैसों में प्रयोग किए जाने वाले सिलेंडर कंपनियों के नियमानुसार सही है।

कानूनी जागरूकता एवं साक्षरता शिविर में एडवोकेट बलबीर कौर गांधी ने विद्यार्थियों को जानकारी दी
सिरसा
, 15 दिसंबर।     जिला विधिक सेवा प्राधिकरण  के तत्वाधान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, नेजंाडेला कलां में कानूनी जागरूकता एवं साक्षरता शिविर में एडवोकेट बलबीर कौर गांधी ने विद्यार्थियों को मुफ्त कानूनी सहायता की पात्रता, घरेलू हिंसा के विरूद्ध महिलाओं की सुरक्षा अधिनियम सूचना का अधिकार अधिनियम एवं मनरेगा कानून के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर प्राचार्य श्रीमती सुनेश बिश्रोई सहित स्कूल का स्टाफ भी उपस्थित था।
    उन्होंने विद्यार्थियों से अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ आत्मविश्वास जगाने के लिए जानकारियों प्राप्त करने एवं अच्छा साहित्य पढऩे के लिए भी प्रेरित किया जिससे बच्चे देश के जागरूक नागरिक बन सकें।

सामाजिक-आर्थिक तथा जातिगत जनगणना का कार्य आगामी 27 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा
सिरसा
,  15 दिसंबर। जिला में चल रही सामाजिक-आर्थिक तथा जातिगत जनगणना का कार्य आगामी 27 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। जिला में कुल जनसंख्या 12 लाख 95 हजार 114 है जिसमें से 3 लाख 44 हजार 965 की गणना की जा चुकी है। जनगणना की इस प्रक्रिया में सिरसा जिला प्रथम स्थान पर चल रहा है। यह जानकारी उपायुक्त श्री समीर पाल सरो ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आल अधिकारियों को दी।  इस कांफे्रं स में प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों से वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्री रामनिवास ने जनगणना के कार्य की समीक्षा की। जिले में 1 लाख 94 हजार 809 घर हैं जिसमें 64 हजार 449 घर कवर कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जनगणना सर्वेक्षण कार्य को निष्पक्ष, पारदर्शिता एवं सुचारू तथा निर्धारित अवधि में पूरा करवाने के लिए 2433 ब्लॉक बनाए गए जिसमें से 690 ब्लॉकों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है जिसमें से 400 ब्लॉकों का डाटा एनआईसी पर जमा हो चुका है। जिला में 27 प्रतिशत सामाजिक-आर्थिक, जातिगत जनगणना का कार्य बेहतर एवं सुचारू ढंग से पूर्ण किया गया है।
    उपायुक्त ने बताया कि सारा कार्य बिना कागज-पत्र के हैंडहेल्ड इलैक्ट्रॉनिक डिवाइज पर किया जा रहा है इससे आंकड़ा प्रविष्टि में गलतियां नहीं होंगी। सारी सूचना पूर्णत: आधार और एनपीआर के अनुकूल होगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अधिकांश जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसी प्रकार की गलत सूचना न दी जाए। इसके लिए गणना चरण में ग्राम सभा के स्तर पर जनता द्वारा जांच-सभी स्तरों पर जांच पड़ताल की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि सामाजिक-आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना 2011 परिवारों को उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति के आधार पर रैंक प्रदान करेगी जिससे राज्य, संघ राज्य क्षेत्र सरकारें यथार्थ रूप से ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे रह रहे परिवारों की एक सूची तैयार कर सकेगी। उन्होंने कहा कि इससे देश में जनसंख्या के जातिवार ब्यौरों की प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध होगी। यह विभिन्न जातियों का सामाजिक आर्थिक विवरण प्रदान करेगी।
    श्री सरो ने बताया कि सामाजिक-आर्थिक तथा जातिगत जनगणना कार्य को पारदर्शिता व बेहतर ढंग से संपन्न करने के लिए प्रगणकों को प्रशिक्षित किया गया है। प्रत्येक प्रगणक को चार गणना ब्लॉक दिए गए हैं और प्रत्येक 6 प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रगणक गणना ब्लॉक में अभिज्ञात प्रत्येक परिवार से संपर्क कर प्रश्रावली को भरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रगणक के साथ एक डाटा  एंट्री ऑप्रेटर है। यह डाटा एक इलेक्ट्रॉनिक हैंडहेल्ड डिवाइस में सीधे लिया जा रहा है। हैंडहेल्ड डिवाइस में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर हेतु भरे गए फार्मों की स्कैन इमेज प्रविष्ट की जा रही है। उन्होंने कहा कि एकत्र किए गए आंकड़ों को पंचायत में सत्यापित किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति इसके संबंध में दावे, आपत्तियां और सूचना पदनामित अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत कर सकता है। यह प्रारूप सूची ग्राम पंचायत, खंड विकास कार्यालय, चार्ज केंद्र और जिला कलैक्टर कार्यालय में उपलब्ध रहेगी।
    उन्होंने बताया कि जनगणना सर्वेक्षण कार्य को निष्पक्ष, पारदर्शिता एवं सुचारू तथा निर्धारित अवधि में पूरा करवाने के लिए श्रीमती अमिता चौधरी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है और तहसीलदार को ग्रामीण क्षेत्रों में चार्ज अधिकारी नियुक्त किया है तथा शहरी क्षेत्रों के लिए ईओ नगरपालिका व सचिव को चार्ज अधिकारी नियुक्त किया गया है। उपायुक्त ने जनगणना सर्वेक्षण कार्य में नियुक्त किए गए सभी अधिकारियों से कहा है कि इस कार्य को पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करें तथा ड्यूटी में लगाए गए प्रगणकों व पर्यवेक्षकों के कार्य का भी समय-समय पर निरीक्षण करें ताकि जनगणना का कार्य समय सीमा में पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस जनगणना कार्य में जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 2433 ब्लॉक बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 520 प्रगणक नियुक्त किए गए हैं जबकि शहरी में क्षेत्रों में 277 होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 87 पर्यवेक्षक अपनी जिम्मेदारी का काम संभालेंगे जबकि शहरी क्षेत्रों में 46 पर्यवेक्षक अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं।
    उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण भारत में सामाजिक आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना 2011 को ईमानदारी व निष्ठा से निर्धारित अवधि में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में जातिवार जनसंख्या के अनुमान लगाने और गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों का पता लगाने के संबंध में जनता की बहुत अधिक रूचि रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार जून 2011 और दिसंबर 2011 के बीच सामाजिक, आर्थिक एवं जाति आधारित जनसंख्या 2011 का कार्य कर रहा है। पहली बार भारत के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए इतने बड़े पैमाने पर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि घर-घर जाकर सामाजिक-आर्थिक गणना की जा रही है जिससे परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति के आधार पर उनके स्तर का पता लगाया जा रहा है जिससे राज्य सरकारें गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की सूची तैयार कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि प्रमाणिक सूचना उपलब्ध करवाई जाएगी जिससे देश की जातिवार जनसंख्या की गणना की जा रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न जातियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति और विभिन्न जातियों और जनसंख्या के विभिन्न वर्गों की शैक्षणिक स्थिति के संबंध में प्रमाणिक सूचना उपलब्ध करवाई जाएगी।
    उल्लेखनीय है कि सामाजिक-आर्थिक तथा जातिगण जनगणना का कार्य 19 नवंबर को जिले में शुरू किया गया था जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में यह कार्य 19 नवंबर से पहले शुरू हो गया था। इसके बावजूद भी जिला में चल रही सामाजिक-आर्थिक जनगणना का कार्य सिरसा जिला पूरे प्रदेश में आज की डेट में अव्वल है। जनगणना का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। कुल 2433 ब्लॉकों में से 690 ब्लॉकों का कार्य पूरा हो चुका है और 400 ब्लॉकों का कार्य एनआईसी पर जमा हो चुका है जिला में 27 प्रतिशत सामाजिक-आर्थिक, जातिगत जनगणना का कार्य बेहतर एवं सुचारू ढंग से पूर्ण किया गया है जबकि प्रदेश के अन्य जिले आज की तिथि से बहुत पीछे चल रहे हैं।

जिला में 7 संस्थानों को 70 हजार रुपए का जुर्माना किया
सिरसा
, 15 दिसंबर  मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी श्री नरेश सिंघल ने  बाल श्रम अधिनियम 1986 के अंतर्गत दायर किए गए चालानों का निपटारा करते हुए जिला में 7 संस्थानों को 70 हजार रुपए का जुर्माना किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सिरसा सर्कल एक के लेबर इंस्पेक्टर श्री धर्म सिंह ने बताया कि सीजीएम सिरसा के न्यायालय द्वारा दोषी पाए गए डिंग मोड स्थित अरोड़ा स्वीटस, गोस्का जूस बार, जोशी वैष्णु भोजनालय, रोड़ी बाजार स्थित सेठी कॉफी हाउस, मंडी डबवाली स्थित शर्मा स्वीट्स, सुखचैन ऑटो सोप तथा सुभाष चौक स्थित शर्मा कोल्ड कॉफी हाउस आदि संस्थानों में औचक निरीक्षण के दौरान 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चे काम करते पाए गए थे। न्यायालय ने प्रत्येक उक्त संस्थान को 10-10 हजार रुपए का जुर्माना किया है। उन्होंने बताया कि जिला में एक बार फिर बाल श्रम रोकने के उद्देश्य से श्रम विभाग द्वारा 20 से 31 दिसम्बर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बंधुआ मजदूरी एवं बाल श्रम रोकने के उद्देश्य से लेबर एडवाईजरी कमेटी की बैठक उपायुक्त श्री समीर पाल सरो की अध्यक्षता में हो चुकी है।
    उन्होंने बताया कि उपायुक्त के दिशा-निर्देश अनुसार इस विशेष अभियान के दौरान बाल मजदूरी करवाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में डयूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएंगे, जो बाल मजदूर पाए जाने वाले संस्थानों, दुकानों, मकानों के मालिकों के चालान करेंगे। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से ढाबों विभिन्न व्यावसायिक संस्थानों की जांच की जाएगी और जहां कहीं भी बाल मजदूरी करते हुए बच्चे पाए गए उनके मालिकों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।
    उन्होंने बताया कि जिला में बंधुआ मजदूरी पर भी पूरी तरह अंकुश लगाया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि सभी भ_ों पर कार्य करने वाले मजदूरों की अदायगी से सम्बन्धित सभी प्रकार का रिकार्ड व्यवस्थित हो और मजदूरों का पंजीकरण हो।  इसके साथ-साथ सभी भ_ा मालिक श्रम कानून में दिए गए विभिन्न प्रावधानों का अनुसरण करें। उन्होंने कहा कि भ_ों पर काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी की अदायगी करने के लिए बैंकों में संयुक्त खाते खुलवाए जाएंगे। बैंकों के माध्यम से ही उन्हें अदायगी की जाएगी ताकि बंधुआ मजदूरी से सम्बन्धित भट्ठा मालिकों और मजदूरों में पूरी पारदर्शिता बरती जा सके। इन संयुक्त खातों में उपमण्डल अधिकारी ना0, श्रम विभाग के प्रतिनिधि के साथ-साथ मजदूर के नाम खाता होगा। उन्होंने कहा कि इस खाते में मजदूरी का पैसा पहले ही डाल दिया जाएगा।   
     उन्होंने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के मालिकों से अपील की कि वे 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से किसी भी प्रकार का श्रम न करवाएं क्योंकि यह कानूनी अपराध होने के साथ साथ नैतिक रूप से भी सही नहीं है। उन्होने बताया कि ष्द्धद्बद्यस्र द्यड्डड्ढशह्वह्म् श्चह्म्शद्धद्बड्ढद्बह्लद्बशठ्ठ  ड्डष्ह्ल 1986 के तहत किए गए चालान सम्बधित मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी की अदालत में पेश किए जाएंगे जो भी प्रतिष्ठिान व उनके मालिक इस मामलें में दोषी पाए जाएगे उन्हे 10 से 20 हजार रूपए का जुर्माना व एक साल तक की सजा हो सकती है इसके अलावा दोषी व्यक्ति को 20 हजार रूपए की राशि जिला बाल श्रम पुनर्वास फंड में भी जमा करवानी होगी ।

नई सुबह के तत्वावधान में श्रीयुवक साहित्य सदन सिरसा में 18 दिसंबर को सुबह 10 बजे एक पंजाबी कवि दरबार का आयोजन किया गया है
सिरसा
15 दिसंबर- हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के सहयोग से समाज एंव सांस्कृतिक सेवा को समर्पित संस्था नई सुबह के तत्वावधान में श्रीयुवक साहित्य सदन सिरसा में 18 दिसंबर को सुबह 10 बजे एक पंजाबी कवि दरबार का आयोजन किया गया है। कवि दरबार में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. आर.एस. सांगवान व विशिष्ठ अतिथि विक्रमजीत सिंह एडवोकेट होंगे। प्रैस विज्ञप्ती के माध्यम से यह सूचना देते हुए नई सुबह के प्रदेशाध्यक्ष सुबेसिंह चाहरवाला एंव संस्था के महासचिव डॉ. राजकुमार निजात ने बताया कि इस कवि दरबार में सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, रानियां, जीवननगर, कालांवाली आदि क्षेत्रिय स्थानों के लोकप्रिय पंजाबी कवि एंव गजलकार सिरकत करेंगे। इस कवि दरबार में सर्वश्री कश्मीर गुलाटी, सुभाष सलूजा, संतकुमार टूटेजा, गुरप्रित कौर सैनी, साधुसिंह किसान, डॉ. जी.डी. चौधरी, डॉ. दर्शनसिंह, प्रो. आर.पी. सेठी कमाल, अमरीकसिंह, जोगिन्द्रसिंह मुक्ता, लखविन्द्रसिंह बाजवा आदि पंजाबी कवि अपनी काव्य रचनाएं सुनाएंगे। इसके अतिरिक्त कुछ प्रतिष्ठित हिन्दी कवि भी अपनी कविताओं के रंग बिखेरेंगे।
    उल्लेखनिय है कि हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी इससे पूर्व साहित्यकार एंव निदेशक सुखचैन सिंह भण्डारी के निर्देशन में सिरसा व इसके आसपास के इलाकों  में पंजाबी साहित्य, लोकसाहित्य एंव संस्कृति के बढावे हेतू कई आयोजन कर चुकी है। पंजाबी अकादमी द्वारा किया जाने वाला गत कुछ समय बाद सिरसा में यह दूसरा कवि दरबार होगा।                     डॉ. राजकुमार निजात 94167-29760


इलैक्ट्रानिक एवं फिलिप्स के भव्य शौ रूम रॉयल डिजिटल का उद्घाटन कान्फर्ड अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने किया
सिरसा
    इलैक्ट्रानिक एवं फिलिप्स के भव्य शौ रूम रॉयल डिजिटल का उद्घाटन कान्फर्ड अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने किया, जिसकी अध्यक्षता जिला जेल अधीयक्ष जे.एस.सेठी ने की। इस समारोह में श्री सुरेश गुप्ता ने अपने आशीष दिये और समाज सेविका त्रिपता चिटकारा ने भी समारोह में शिरक्त की । इस समारोह में  हीरालाल शर्मा, आनन्द बियानी, मास्टर रोशन लाल गर्ग, डा. प्ी. दयाल, डा. वी.पी. गोयल, डा. पंकज गुप्ता, रमेश साहुवाला, रमेश गोयल, रोबिन मेहता एवं अन्य गण-मान्य व्यक्ति उपस्थित थे व शौ रूम को देखने के बाद कम्पनी की भूरी-भूरी प्रशंसा की  और कहा कि सिरसा शहरवासियों के लिए शौ-रूम इलैक्ट्रॉनिक के बाजार में नया आयाम स्थापित करेगा।

मुख्यमन्त्री चैधरी भुूपेन्द्र सिंह हुडडा लगातार किसान कर्मचारी व व्यापारी वर्ग के हित मे फैसले लेकर नये आयाम स्थापित कर रहे है
मण्डी डबवाली
15 दिसम्बर -मुख्यमन्त्री चैधरी भुूपेन्द्र सिंह हुडडा लगातार किसान कर्मचारी व व्यापारी वर्ग के हित मे फैसले लेकर नये आयाम स्थापित कर रहे है। यह बात मुख्यमन्त्री हरियाणा के पूर्व विशेश कार्यधिकारी डा.के.वी.सिंह ने आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति मे कही। उन्होने कहा कि कल हुई मन्त्रीमण्डल की बैठक में कपास पर ग्रामीण विकास फीस 0.8 प्रतिशत करके किसानो व व्यापारी वर्ग को राहत देेने का काम किया है। भुपेन्द्र सिंह हुडडा ने पहले भी कपास पर मार्केट फीस कम की थी। ग्रुप सीव डी के कर्मचारीयों को नियमित करने के लिए लिया गया फैसला एक सराहनीय कदम है। अवैध कालोनीयो को नियमित करने के मन्त्रिीमण्डल के फैसले का भी डा.सिंह े स्वागत किया।
        डा.सिंह ने मन्त्रीमण्डल द्वारा हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन बनाकर हरियाणा मे मेट्रो रेल के लिऐ द्वार खोल दिये है यह फैसला हरियाणा में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित करेगा। डा.सिंह ने मन्त्रीमण्डल द्वारा लिऐ गये इन फैसलो पर खुशी प्रकट करते हुऐ मुख्यमन्त्री हरियाणा का आभार व्यक्त किया।

दो दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया
सिरसा
। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के ओर से गांव निरबाण में दो दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम दिवस पर परम पूज्नीय आशुतोष महाराज जी के शिष्या सुश्री साध्वी प्रकाशा भारती ने अपने प्रवचनों में कहा कि आज सारा संसार दुखी  है। सांख्य दर्शन के मुताबिक दु:ख तीन प्रकार के होते हैं आदि भौतिक, आदि दैविक और आध्यात्मिक। दुख संस्कृत की दो धातुओं को से मिलकर बना है- दु+ख । दु का अर्थ है नकारात्मक विचार तथा ख का अर्थ है आकाश। यानि हमारे मन रूपि आकाश में नाकारात्मक विचारों का उठना ही दुख का कारण है। जब-जब तृष्णा की पूर्ति में बाधा पड़ती है तब-तब मनुष्य दुखी होता है। रात है तो दिन भीहोगा। दुख है तो सुख भी आएगा। इसलिए वैदांत कहते हैं कि अद्वैत की साधना करो। जहां दो नहीं एक ही है। यह एक है परमात्मा। और उसी की साधना और अराधना से दुख की समाप्ति हो जाती है। परमात्मा की प्राप्ति होती है, आत्म साक्षात्कार से। यह ज्ञान पूर्ण सतगुरू के द्वारा दिव्य दृष्टि यानि तीसरा नेत्र खुलने पर विधिवत साधना के द्वारा ही हो सकता है।

देश में दहेज नामक कीडा इस तरह फै ला हुआ हैं जिससे हर परिवार इतना पीडित है कि लडकी के जन्म पर ही उदासीनता छा जाती हैं
सिरसा
    देश में दहेज नामक कीडा इस तरह फै ला हुआ हैं जिससे हर परिवार इतना पीडित है कि लडकी के जन्म पर ही उदासीनता छा जाती हैं और जिसके कारण कन्या भू्रण हत्या जैसी बीमारी देश में प्रतिदिन अधिक विकराल रूप धारण कर रही हैं। ये शब्द लायन्स क्लब सिरसा अमर के प्रधान स्वामी रमेश साहुवाला ने साहुवाला एकेडमी में आयोजित दुल्हन ही दहेज विषय पर बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज लडकी के खानदान, गुण, चरित्र, शिक्षा के बारे में बाद में पूछा जाता हैं बल्किलोगो की आंखो पर दहेज रूपी खजाना लगा हुआ हैं और सर्वप्रथम यही बात करते है कि शादी बहुत अच्छे ढंग से होनी चाहिए।
    श्री साहुवाला जी ने कहा कि हमारे समाज की मान्यता हैं कि बेटा वंश चलाता हैं लेकिन लडकी रूपी
फ ूल को खिलने से पहले ही मिटा दिया जाता हैं या दहेज के लालच में जला दिया जाता हैं अथवा आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया जाता हैं तो वंश कैसे चलेगा। उन्होंने कहा कि कन्या एक देवी का रूप हैं। हमें उसे प्यार व स्नेह देकर पढाई करवानी चाहिए जिससे वह इतनी काबिल हो जाए वह समाज के साथ कदम-से-कदम मिलाकर चल सके। उन्होंने कहा कि विवाह एक ऐसा पवित्र रिश्ता है जिससे दो परिवारों का मिलन, दो दिलों का मिलन होकर एक नया घर बसाया जाता हैं और परमात्मा की यह अनुपम भेंट हमें मिली हैं जिसके लिए हमें यह प्रण लेना होगा कि हमारे लिए दुल्हन ही अनमोल दहेज हैं।
    श्री साहुवाला जी ने कहा कि आज समाचार पत्रों में प्रतिदिन कही-न-कही देश में दहेज प्रथा के कारण
हमारी बेटियों की हत्याएं हो रही हैं जिससे हमारा सर शर्म से झुक जाता हैं इसलिए हम सब को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम ना दहेज लेंगे और ना ही दहेज देंगे और इसके पश्चात इस देश के कन्या भू्रण हत्या जैसा अपराध भी समाप्त हो जाएं।
    इस अवसर पर  विभिन्न बच्चों ने दुल्हन ही दहेज विषय पर अपने विचार रखें और सर्वप्रथम प्ररस्कार
नेहा सोनी, दुसरा पुरस्कार रूबीना शर्मा व तृतीय पुरुस्कार गौरव कुमार को प्रदान कि या गया। इस अवसर पर
मुख्यातिथि स्वामी रमेश साहुवाला ने पुरस्कार विजेताओं को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिहन देकर सम्मानित किया।

निवृत रेल कर्मचारी सेवा संघ की सिरसा एरिया की बैठक आज बिश्रोई धर्मशाला में श्री ओ पी बिश्रोई अध्यक्ष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई
सिरसा
    निवृत रेल कर्मचारी सेवा संघ की सिरसा एरिया की बैठक आज बिश्रोई धर्मशाला में श्री ओ पी बिश्रोई अध्यक्ष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि 17 दिसम्बर को पैन्सनर्स डे मनाया जायेगा जिसमें सभी सेवा निवृत कर्मचारी भाग लेंगे व जिन कर्मचारियों ने 80, 85 व 90 वर्ष की उम्र पूरी कर ली है उन्हें सम्मानित किया जायेगा। कुछ सदस्य स्वर्ण जयन्ति समारोह में भाग लेने बीकानेर भी जायेंगे। सिरसा का कार्यक्रम बिश्रोई धर्मशाला में 11 बजे होगा। बैठक में सर्व श्री हरबन्स सिंह, जगन्नाथ कथूरिया, शिवचन्द, वेद प्रकाश, बी डी महता, शेर सिंह, मोहन लाल, बाबू लाल, महेन्द्र सिंह, बालचन्द आर्य, शिशपाल सिंह आदि उपस्थित थे।     ओ पी बिश्रोई

गौ सेवा केवल निजी स्वार्थ के लिए नहीं करनी चाहिए
सिरसा
। गौ सेवा केवल निजी स्वार्थ के लिए नहीं करनी चाहिए। कुछ लोग दुधारू गऊओं को ही पालते हैं जबकि हर प्रकार की गऊओं की सेवा करना ही हमारा धर्म है। गऊओं की सेवा करके हम 33 करोड़ देवी देवताओं की सेवा के भागी बनते हैंैं। यह संदेश आचार्य प्रवर, समाज सुधारक जैन संत स्वामी श्री दिव्यनंद विजय जी महाराज निराले बाबा ने नगर पार्षद कृष्ण ंिसंगला के आवास पर कही। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा ने अपने साथियों मा. रोशन लाल, भोला जैन, गंगाधर वर्मा पूर्व हैडमास्टर, विमल गोयल व बालकृष्ण बिज सहित स्वामी जी के दर्शन करके आशीर्वाद प्राप्त किया। निराले बाबा ने इस दौरान सभी भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि गौ सेवा का भारतीय संस्कृति और धर्म ग्रंथों में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। भगवान श्री कृष्ण को इसीलिए गोपाल कहा गया है। उन्होंने कहा कि गौ सेवा करने वाले लोगों का जीवन दूसरे लोगों की तुलना में अधिक स्मृद्ध व सुखदायी होता है। जिस घर में गाय की पूजा रक्षा होती है उस घर का वातावरण धर्म के अनुरूप बनता है और परिवार में अच्छे संस्कार बनते हैं। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि वे धर्म से जुडें़ और गौ सेवा को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। श्री शर्मा ने इस मौके पर कहा कि सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की भावनाओं से उत्प्रेरित परोपकार, शिक्षा, गौ सेवाओं के कार्य करने वाले निराले बाबा के दर्शन करना एक अलग ही अनुभूति है। गौरतलब है कि जय साईराम चैरीटेबल ट्रस्ट द्वारा गांव बकरियांली में निराले बाबा मधुसूदन गौशाला का भूमि पूजन-शिलान्यास व संक्रांति समारोह आयोजित किया गया जिसमेें श्री दिव्यनंद विजय जी महाराज निराले बाबा ने पहुंचकर इसका उदघाटन किया। इससे पहले उनके द्वारा 18 गौशालाओं का निर्माण देश के विभिन्न हिस्सों मेें किया जा चुका है जबकि स्वामी जी ने 118 गौशालाओं के निर्माण का टारगेट रखा हुआ है।

6 से 10 दिसंबर तक डीएवी स्कूल धनबाद में आयोजित हुए सीबीएसई नेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट में सिरसा के दो खिलाडिय़ों ने प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया
सिरसा
। सीबीएसई द्वारा धनबाद (झारखंड) में 6 से 10 दिसंबर तक डीएवी स्कूल धनबाद में आयोजित हुए सीबीएसई नेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट में सिरसा के दो खिलाडिय़ों ने प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। यह जानकारी देते हुए विजेता खिलाडिय़ों के पिता डॉ. अनूप जिंदल व डॉ. मुकेश मक्कड़ ने संयुक्त रूप से बताया कि पंचकूला बैडमिंटन नर्सरी के खिलाड़ी कार्तिक जिंदल और हार्दिक मक्कड़ ने अंडर-14 आयु वर्ग के फाइनल मुकाबले में हरियाणा जोन की सोनीपत टीम को सीधे सैटों में 21-12 व 21-9 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। वहीं अंडर-14 के सिंगल मुकाबले में कार्तिक जिंदल ने फाइनल में पटना (बिहार)के खिलाड़ी को सीधे सैटों में हराकर मुकाबला जीता व स्वर्ण पदक हासिल किया। उन्होंने यह भी बताया कि अंडर-14 आयु वर्ग में इन दोनों ने पहली बार हरियाणा को यह पदक दिलाया है। यह दोनों खिलाड़ी सिरसा से है जोकि पंचकूला नर्सरी में अभ्यास करते हैं और 9 से 13 जनवरी 2012 को पूना में आयोजित होने वाले नेशनल स्कूल गेम्स में हरियाणा की टीम की ओर से भाग लेने जा रहें हैं। उन्होंने बताया कि धनबाग में हुए टूर्नामेंट में देश की विभिन्न प्रदेशों की टीमों के साथ-साथ खाड़ी देशों की कई टीमों ने भी भाग लिया। दोनों ही खिलाडिय़ों की इस शानदार उपलब्धि पर एडवोकेट गोपाल कृष्ण अग्रवाल, डॉ. गोपाल गोरी, भूपेंद्र गुप्ता, राकेश मित्तल, दीपू मेहता, कोच हरीश शर्मा, कोच दीपेश ठक्कर ने बधाई दी है।

गांवों में ठीकरी पहरा लगाए जाने की मांग
ओढ़ां
-सर्दी का मौसम शुरू हो गया है और लोग अपने घरों के भीतर सोने लगे हैं। ओढ़ां क्षेत्र के गांवों ख्योवाली, जलालआना, चोरमार और ओढ़ां सहित किसी भी गांव में अभी तक किसी प्रकार के पहरे की कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिसके कारण चोर उचक्के सक्रिय होने लगे हैं। अनेक गांवों में घरों के बाहर बाड़े या शैड़ आदि के नीचे बंधे पशु, नलकूपों की तारें और दुकानों आदि में चोरी होने की घटनाएं बढ़ रही हैं। पहरा न होने और लोगों के घरों में दुबके होने के कारण चोर उचक्के धडल्ले के साथ चोरी के कार्य को अंजाम दे रहे हैं। गांवों में बिजली की समस्या अभी बनी हुई है और बिजली बहुत कम आती है। वैसे तो सौर उर्जा पर आधारित स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं लेकिन लोगों का कहना है कि स्ट्रीट लाइटें गांवों के मध्य लगी हैं और काफी कम हैं जिस कारण चोरों को अपना काम करके भागने में भी आसानी रहती है। ग्रामीणों की मांग है कि गांवों में ठीकरी पहरे की व्यवस्था की जानी अति आवश्यक है ताकि ग्रामीणों के जान माल की रक्षा हो सके। अनेक गांवों के सरपंचों से इस विषय में बात की गई तो उनका कहना है कि उन्होंने अपने गांवों में ठीकरी पहरा कई बार लगाया है लेकिन लोग कुछ दिनों तक पहरा लगाने के बाद पहरा लगाना बंद कर देते हैं और समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है। यदि पुलिस व प्रशासन ठीकरी पहरा लगाने में सहायता करे और इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करे तो इसके अच्छे परिणाम सामने आ सकते हैं।
    इस विषय में थाना प्रभारी ओढ़ां रवि खुंडिया से बात किए जाने पर उन्होंने कहा कि वैसे तो जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार सभी गांवों में ठीकरी पहरा लागू है। लेकिन यदि किसी गांव में नहीं है तो इस विषय में 18 दिसंबर रविवार को सभी सरपंचों व गणमान्य लोगों की बैठक बुलाई गई है जिसमें ठीकरी पहरा लगाने बारे कहा जाएगा और यदि कोई इसका पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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